सामाजिक, आर्थिक एवं जाति जनगणना-(SECC : Socio Economic and Caste Census) 2011
- सामाजिक, आर्थिक और जाति जनगणना- 2011 के तहत तीन जनगणना घटक हैं, जिनकी गणना भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय के संपूर्ण सहयोग से तीन विभिन्न प्राधिकरणों द्वारा कराई गई, जो कि इस प्रकार हैं-
i. ग्रामीण क्षेत्र की जनगणना-इस क्षेत्र की जनगणना ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा कराई गई।
ii. शहरी क्षेत्र की जनगणना-आवास और शहरी गरीबी उपशमन मंत्रालय के प्रशासनिक क्षेत्राधिकार के तहत कराई गई।
iii. जाति जनगणना-गृह मंत्रालय के तहत भारत के महापंजीयक एवं जनगणना आयुक्त के प्रशासनिक नियंत्रण मं कराई गई। - भारत की जनगणना का विषय संघ सूची में आता है। भारतीय संविधान की धारा 246 के अनुसार जनगणना का कार्य संघ सरकार द्वारा किया जाता है ।
- भारत में पहली बार आंशिक जनगणना तात्कालीन गवर्नर लार्ड मेयो के काल में 1872 में हुई थी।
- 1881 में पहली बार लार्ड रिपिन दॄारा नियमित प्राधिकृत रूप से जनगणना करवाई गई।
- भारत के पहले जनगणना आयुक्त हेनरी प्लाउडेन थे।
- भारत में जनगणना का कार्य गृह मंत्रालय के आधीन महापंजीयक या जनगणना आयुक्त के निर्देश अनुसार होता है।
- भारत में 1911 - 1921 के दशक में जन्म वृद्धि दर न्यूनतम रही थी, यह वर्ष 'महविभाजक वर्ष ' ( Great Divide Year ) कहलाता है।
- वर्ष 1951 में जन्म वृद्धि दर अधिकतम रही थी इस वर्ष को 'लघु विभाजक वर्ष' ( Micro Divide Year ) कहा जाता है।
- आजाद भारत की पहली जनगणना 1951 में करायी गई थी, इसमें 14 सवाल शामिल थे।
- वर्ष 2001 की जनगणना भारत की पहली पूर्ण कम्प्यूटरीकृत जनगणना थी।
- वर्ष 2011 में करायी गई जनगणना भारत की 15 वी जनगणना है तथा आजादी के बाद की 7 वी जनगणना है।
- जनगणना 2011 में कुल 29 सवाल शामिल थे।
- वर्ष 2011 की जनगणना के जनगणना आयुक्त सी चन्द्रमौली थे।
- जनगणना 2011 का प्रथम चरण अप्रैल 2010 से सितंबर 2010 तक चला एवं द्वितीय चरण की अवधि 9 फरवरी से 5 मार्च 2011 थी।
- इस कार्य में 27 लाख कर्मचारियों को लगाया गया था, उनके द्वारा देश के 640 जिलों के 7938 शहरों व 6.41 लाख गांवों में जनगणना का कार्य किया गया।
- भारत में विश्व की 17.5% जनसंख्या निवास करती है जबकि भारत विश्व के केवल 2.4% भू-भाग पर विस्तृत है।
- भारत की जनसंख्या अमेरिका, इंडोनेशिया, ब्राजील, पाकिस्तान, बांग्लादेश एवं जापान की कुल जनसंख्या के बराबर है।
- नागालैंड ऐसा एकमात्र राज्य है जहां जनसंख्या में कमी आई है।
- भारत 2050 तक विश्व की सर्वाधिक जनसंख्या वाला देश बन जाएगा।
1. मोटर चालित दोपहिया/तिपहिया/चार पहियों वाले वाहन /मछली पकड़ने की नाव।
2. मशीन चालित तीन/चार पहियों वाले कृषि उपकरण।
3. 50 हजार और इससे अधिक की मानक सीमा के किसान क्रेडिट कार्ड।
4. सरकारी सेवा करने वाले किसी सदस्य के परिवार।
5. सरकार के पास पंजीकृत गैर-कृषि उद्योग वाले परिवार।
6. परिवार का कोई सदस्य 10,000 रुपये प्रतिमास से अधिक कमाता है।
7. आयकर दाता।
8. व्यावसायिक कर दाता।
9. सभी कमरों में पक्की दीवारें और छत के साथ तीन अथवा अधिक कमरे।
10. रेफ्रिजरेटर वाले परिवार।
11. लैंडलाइन फोन वाले परिवार।
12. वे परिवार जिनके पास कम से कम 1 सिंचाई उपकरण के साथ 2.5 एकड़ अथवा इससे अधिक सिंचित भूमि है।
13. दो अथवा उससे अधिक फसल के मौसम के लिए 5 एकड़ अथवा इससे अधिक सिंचित भूमि है।
14. कम से कम एक सिंचाई उपकरण के साथ कम से कम 7.5 एकड़ अथवा इससे अधिक भूमि है।
एसईसीसी-2011 के तहत निम्न 5 मापदंडों में से किसी एक को भी पूरा करने वाले परिवारों को वंचन की श्रेणी में स्वतः शामिल (Automatic Inclusion) करने संबंधी प्रावधान भी थे जो इस प्रकार हैं-
1. बेघर परिवार।
2. निराश्रित/भिक्षुक।
3. हाथ से मैला ढोने वाले परिवार।
4. आदिम जनजातीय समूह।
5. कानूनी रूप से मुक्त किए गए बंधुवा मजदूर।
1. बेघर परिवार।
2. निराश्रित/भिक्षुक।
3. हाथ से मैला ढोने वाले परिवार।
4. आदिम जनजातीय समूह।
5. कानूनी रूप से मुक्त किए गए बंधुवा मजदूर।
एसईसीसी-2011 के तहत वंचन को सात आधारों पर लिया गया है जो कि इस प्रकार हैं-
1. कच्ची दीवारों और कच्ची छत के साथ केवल एक कमरे में रहने वाले परिवार।
2. परिवार में 16 से 59 वर्ष के बीच की आयु का कोई वयस्क सदस्य न होना।
3. महिला मुखिया वाले परिवार जिसमें 16 से 59 वर्ष के बीच की आयु का कोई वयस्क पुरुष सदस्य नहीं है।
4. निःशक्त सदस्य वाले और किसी सक्षम शरीर वाले वयस्क सदस्य से रहित परिवार।
5. अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति परिवार।
6. ऐसे परिवार जहां 25 वर्ष से अधिक आयु का कोई वयस्क साक्षर नहीं है।
7. भूमिहीन परिवार जो अपनी ज्यादातर कमाई दिहाड़ी मजदूरी से प्राप्त करते हैं।
1. कच्ची दीवारों और कच्ची छत के साथ केवल एक कमरे में रहने वाले परिवार।
2. परिवार में 16 से 59 वर्ष के बीच की आयु का कोई वयस्क सदस्य न होना।
3. महिला मुखिया वाले परिवार जिसमें 16 से 59 वर्ष के बीच की आयु का कोई वयस्क पुरुष सदस्य नहीं है।
4. निःशक्त सदस्य वाले और किसी सक्षम शरीर वाले वयस्क सदस्य से रहित परिवार।
5. अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति परिवार।
6. ऐसे परिवार जहां 25 वर्ष से अधिक आयु का कोई वयस्क साक्षर नहीं है।
7. भूमिहीन परिवार जो अपनी ज्यादातर कमाई दिहाड़ी मजदूरी से प्राप्त करते हैं।
महत्वपूर्ण तथ्य -
- भारत की कुल जनसंख्या - 121.5 करोड़
- विश्व की कुल जनसंख्या में भारत का प्रतिशत - 17.5 %
- दशकीय जन्म वृद्धि दर - 18.14 करोड़ ( 17.7% )
- भारत में पुरुषों की जनसंख्या - 62.31 करोड़
- महिलाओं की जनसंख्या - 58.47 करोड़
- सर्वाधिक जनसंख्या वाले राज्य - उत्तर प्रदेश - 19.98 करोड़ ,महाराष्ट्र - 11.23 करोड़, बिहार - 10.40 करोड़, प.बंगाल, आन्ध्र प्रदेश
- न्यूनतम जनसंख्या वाले राज्य - सिक्किम
- सर्वाधिक जनसंख्या वाला जिला - थाणे ( महा. )
- न्यूनतम जनसंख्या वाला जिला - दिवांग घाटी ( अरुणाचल प्रदेश )
- जनसंख्या घनत्व -
- भारत की जनसंख्या घनत्व - 382/ व्यक्ति वर्ग किमी
- सर्वाधिक घनत्व वाले राज्य - बिहार - 1106 / वर्ग किमी, प. बंगाल - 1028/ वर्ग किमी, केरल - 860/ वर्ग किमी
- न्यूनतम घनत्व वाले राज्य - अरुणाचल प्रदेश - 17/ व्यक्ति वर्ग किमी
- सर्वाधिक घनत्व वाला जिला - उत्तर पूर्व दिल्ली
- न्यूनतम घनत्व वाला जिला - दिवांग घाटी ( अरुणाचल प्रदेश )
- लिंगानुपात -
- भारत में लिंगानुपात - 943 महिला / 1000 पुरुष
- सर्वाधिक लिंगानुपात वाले राज्य - केरल - 1084, तमिलनाडु - 996, आन्ध्र प्रदेश - 993, मणिपुर - 992, छत्तीसगढ़ - 991
- न्यूनतम लिंगानुपात वाले राज्य - हरियाणा - 878
- सर्वाधिक लिंगानुपात वाला जिला - माहे ( पुद्दुचेरी ) 1176
- न्यूनतम लिंगानुपात वाला जिला - दमन - 533
- साक्षरता -
- भारत की साक्षरता दर - 74.0 %
- पुरुष साक्षरता दर - 82.1 %
- महिला साक्षरता दर - 65.5 %
- सर्वाधिक साक्षरता दर वाले राज्य - केरल - 93.9%, मिजोरम - 91.6 %
- सर्वाधिक पुरष साक्षरता दर वाले राज्य - लक्क्षद्विप - 96.1 % , केरल - 96.0 %, मिजोरम - 93.7 %
- सर्वाधिक महिला साक्षरता दर वाले राज्य - केरल 92.0 %, मिजोरम - 89.4 %
- न्यूनतम साक्षरता दर वाले राज्य - बिहार- 63.8%, अरुणाचल प्रदेश -67%. राजस्थान - 67.1%, झारखंड
- न्यूनतम पुरुष साक्षरता दर वाले राज्य - बिहार - 73.4%, अरुणाचल प्रदेश - 73.7%, आंध्रप्रदेश - 75.6%
- न्यूनतम महिला साक्षरता दर वाले राज्य - राजस्थान - 52.7%, बिहार - 53.3%, झारखंड - 56.2%
- सर्वाधिक साक्षरता दर वाला जिला - सरचिप ( मिजोरम )
- न्यूनतम साक्षरता दर वाला जिला - अलीराजपुर ( म.प्र. )
- केंद्र शासित पदेश -
- सर्वाधिक जनसँख्या वाला केंद्रशासित राज्य - दिल्ली - 1.67 करोड़
- न्यूनतम जनसँख्या वाला केंद्रशासित राज्य - लक्क्षद्विप - 64.47 हजार
- न्यूनतम जनसंख्या घनत्त्व वाला राज्य - अण्डमान - 46/ वर्ग किमी
- सर्वाधिक साक्षरता वाला केंद शासित राज्य - लक्क्षद्विप - 92.28 %
- न्यूनतम साक्षरता वाला केंद्रशासित राज्य - दादर एवं नागर हवेली - 77.65
जनगणना 2011 के अंतिम आंकड़ों के अनुसार भारत में 14 वर्ष से कम उम्र वालों की संख्या कुल आबादी का लगभग 31% (30.80%) है।
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य -
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य -
- वर्ष 2011 की जनगणना के आंकड़ों के अनुसार हिंदुओं की कुल जनसंख्या 96 करोड़ 63 लाख है, जो कुल जनसंख्या का 79.8 प्रतिशत है।
- वर्ष 2001 से 2011 के बीच देश में हिन्दू जनसंख्या की वृद्धि दर 16.8 प्रतिशत रही।
- इसके अनुसार मुस्लिमों की जनसंख्या 17 करोड़ 22 लाख है, जो कुल जनसंख्या का 14.2 प्रतिशत है।
- वर्ष 2001 से 2011 के बीच देश में मुस्लिम जनसंख्या की वृद्धि दर 24.6 प्रतिशत रही।
- इसाईयों की कुल जनसंख्या 2 करोड़ 78 लाख है, जो कुल जनसंख्या का 2.3 प्रतिशत है।
- वर्ष 2001 से 2011 के बीच देश में ईसाई जनसंख्या की वृद्धि दर 15.5 प्रतिशत रही।
- सिखों की कुल जनसंख्या 2 करोड़ 8 लाख है, जो कुल जनसंख्या का 1.7 प्रतिशत है।
- वर्ष 2001 से 2011 के बीच देश में सिख जनसंख्या की वृद्धि दर 8.4 प्रतिशत रही।
- बौद्धों की कुल जनसंख्या 0.84 करोड़ है, जो कुल जनसंख्या का 0.7 प्रतिशत है।
- वर्ष 2001 से 2011 के बीच देश में बौद्धों की जनसंख्या में 6.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
- जैनियों की कुल जनसंख्या 0.45 करोड़ है, जो कुल जनसंख्या का 0.4 प्रतिशत है।
- वर्ष 2001 से 2011 के बीच देश में जैनियों की जनसंख्या की वृद्धि दर 5.4 प्रतिशत रही।
- अन्य धर्मों और धारणाओं (ORP) वाले लोगों की कुल जनसंख्या 0.79 करोड़ है, जो कुल जनसंख्या का 0.7 प्रतिशत है।
- ‘धर्म नहीं बताया’ (Religion Not Stated) वाले लोगों कि कुल जनंसख्या 0.29 करोड़ है, जो कुल जनसंख्या का 0.2 प्रतिशत है।
- वर्ष 2011 की कुल जनसंख्या में हिंदू जनसंख्या के अनुपात में 0.7 प्रतिशत अंक (Percentage Point) की गिरावट आई है।
- वहीं वर्ष 2001-2011 के दौरान सिखों की जनसंख्या में 0.2 प्रतिशत अंक (PP) की गिरावट आई है।
- जबकि बौद्धों की जनसंख्या में 0.1 प्रतिशत अंक की गिरावट दर्ज हुई है।
- वर्ष 2001-2011 के दौरान मुस्लिमों की जनसंख्या में कुल जनसंख्या के अनुपात में 0.8 प्रतिशत अंक (PP) की वृद्धि हुई।
- इसके अनुसार, शीर्ष 4 हिंदू बहुल जनसंख्या वाले राज्य क्रमशः (1) हिमाचल प्रदेश (95.17 प्रतिशत) (2) दादरा एवं नगर हवेली (93.93 प्रतिशत), (3) ओड़िशा (93.63 प्रतिशत) (4) छत्तीसगढ़ (93.25 प्रतिशत) है।
- इसके अनुसार शीर्ष 4 मुस्लिम बहुल जनसंख्या वाले राज्य क्रमशः (i) लक्षद्वीप (96.58 प्रतिशत, (2) जम्मू एवं कश्मीर (68.31 प्रतिशत), (3) आसाम (34.22 प्रतिशत), (4) पश्चिम बंगाल (27.01 प्रतिशत) है।
- उत्तर प्रदेश में 79.73 प्रतिशत हिंदू, 19.26 प्रतिशत मुस्लिम, 0.18 प्रतिशत इसाई तथा 0.32 प्रतिशत सिख हैं।
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