Saturday 24 February 2018

Indian Economics Current Affairs in Hindi 2018 (Current Affairs in Hindi, भाग-83)


  • केंद्र सरकार ने संकटग्रस्त बैंको को बचाने हेतु कितने कमजोर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में 7,577 करोड़ रुपए का निवेश किया है? – छह
  • हाल ही में मंजूर की गयी नमामि गंगे परियोजना के तहत किस राज्य में 4.68 करोड़ रुपये की एक परियोजना जल-मल प्रबंधन से संबंधित है? – उत्तराखंड
  • सैंक्टम वेल्थ मैनेजमेंट की रिपोर्ट के अनुसार, किस वर्ष में भारत सबसे तेजी से उभरती बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा? – 2018
  • केंद्र सरकार ने दिसंबर 2017 में जीएसटी के तहत कितने करोड़ रुपये का राजस्व संग्रह किया है? – 86703 करोड़
  • संयुक्त राष्ट्र (यूएन) की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में रहने वाले बांग्लादेशियों की संख्या में वर्ष 2000 से 8 लाख की कमी आई है और वर्तमान में यह संख्या कितने लाख है? – 31 लाख
  • किस भारतीय कम्पनी ने हाल ही में गुजरात के सौराष्ट्र स्थित जामनगर में विश्व की सबसे बड़ी गैस क्रैकर रिफाइनरी (आरओजीसी) आरंभ की? – रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड
  • जल संसाधन मंत्रालय ने उत्तर कोयल जलाशय परियोजना पूरा करने के लिए बिहार और किस राज्य के साथ सहमति ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया? – झारखंड
  • विश्व बैंक के किस मुख्य अर्थशास्त्री ने ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस रैंकिंग विवाद के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया है? – पॉल रोमर
  • विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने हाल ही में किस देश को 'पोलियो मुक्त देश' के रूप में प्रमाणित किया है? – गैबॉन
  • मेडिकल शिक्षा के उच्च स्तर को बनाये रखने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर नीति निर्माण किस आयोग के गठन की योजना बनाई जा रही है? – राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग
  • हाल ही में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल द्वारा प्रस्तावित किस योजना को उपराज्यपाल ने मंजूरी प्रदान की? – डोर स्टेप डिलीवरी योजना
  • केंद्र सरकार ने प्याज का न्यूनतम निर्यात मूल्य 150 डॉलर घटाकर कितने डॉलर प्रति टन किया है? – 700 डॉलर प्रति टन
  • किस खाड़ी देश ने हाल ही में वैट लगाए जाने तथा पेट्रोल की कीमत में 127 प्रतिशत वृद्धि करने की घोषणा की? – सऊदी अरब
  • ट्रंप प्रशासन ने किस देश की सीमा पर दीवार बनाने हेतु 18 अरब अमेरिकी डॉलर का प्रस्ताव रखा है? – मेक्सिको
  • 18 जनवरी 2018 को जीएसटी काउंसिल की अहम बैठक में कितने उत्पादों पर टैक्स की दर घटा दी गई? – 29
  • किस राज्य में 6517 करोड़ रूपये की लागत वाली सात राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया है? – उत्तर प्रदेश
  • नवंबर 2017 में भारतीय अर्थव्यवस्था के आठ प्रमुख क्षेत्रों में कितने प्रतिशत की वृद्धि हुई है? – 6.8%
  • केंद्र सरकार ने मेक इन इंडिया के तहत किस देश की कंपनी कंगनम के साथ 32,640 करोड़ रुपये का माइन काउंटर-मेज़र वेसल्स (एमसीएमवी) रक्षा सौदा रद्द कर दिया है? – दक्षिण कोरिया
  • भारत की किस कंपनी द्वारा बिटकॉइन की तर्ज पर क्रिप्टोकरंसी लॉन्च किये जाने की घोषणा की गयी? – रिलायंस जियो
  • सैंक्टम वेल्थ मैनेजमेंट की रिपोर्ट के अनुसार, 2018 में चीन को पछाड़ते हुए कौन सा देश दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बन जाएगा? – भारत
  • केंद्र सरकार ने 25 जनवरी 2018 को देश में युवा वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं को बढ़ावा देने हेतु कितनी नई योजनाओं की घोषणा की है? – 4
  • किस कंपनी ने हाल ही में उत्तर प्रदेश में देश का दूसरा सबसे बड़ा रूफ टॉप सोलर प्लांट लगाया गया? – गेल इंडिया
  • सरकारी बैंकों की सेहत सुधारने के लिए सरकार द्वारा बनाये गये मेगाप्लान में कितनी राशि के बांड का इंतजाम किया जायेगा? – 80,000 करोड़ रुपये
  • किस राज्य सरकार ने 'बालासाहेब ठाकरे शहीद संमान' योजना की शुरूआत की है? – महाराष्ट्र
  • हाल ही में किस सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी को आईओसी, गेल में हिस्सेदारी बेचने की अनुमति प्राप्त हुई? – ओएनजीसी
  • हाल ही में किस मंत्रालय ने किशोरियों की योजना हेतु द्रुत सूचना प्रणाली की शुरूआत की है? – महिला एवं बाल विकास मंत्रालय
  • किस देश के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने न्यूनतम मजदूरी में 40% की वृद्धि करने की घोषणा की है? – वेनेजुएला
  • हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा भारत की कितनी टकसालों में सिक्कों की छपाई रोक दी गयी है? – सभी चारों में
  • जीएसटी के तहत एकीकृत कम्पोजिशन योजना का विकल्प चुनने वाले मैन्युफैक्चर्स के लिए कितने प्रतिशत की निचली दर को अधिसूचित किया गया? – एक प्रतिशत
  • किस संस्था ने भारत की वृद्धि दर वर्ष 2018 में 7.3 और अगले दो साल के दौरान 7.5 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है? – विश्व बैंक
  • किस देश ने खाद्द सहायता के लिए फिलिस्तीन को दी जाने वाली 45 मिलियन डॉलर की मदद पर रोक लगा दी है? – अमेरिका
  • हाल ही में भारतीय मुद्रा के किस नोट के 100 वर्ष पूरे हुए जिस पर जॉर्ज पंचम की मुहर लगा करती थी? – ढाई रुपये
  • रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने सभी बैंकों और एटीएम मैन्युफैक्चरर्स से कितने मूल्य के नोट के लिए एटीएम में बदलाव करने हेतु निर्देश जारी किये? – 200 रुपये
  • संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद ने उत्तर कोरिया पर किस वस्तु के आयात पर प्रतिबन्ध को मंजूरी प्रदान की? – पेट्रोलियम आयात
  • केंद्र सरकार ने पूंजी के अभाव से जूझ रहे सार्वजनिक क्षेत्र के कितने बैंकों में 88,139 करोड़ रुपये की पूंजी डालने की घोषणा की है? – 20

नाबार्ड ग्रेड-A ऑफीसर परीक्षा 2017 का हल प्रश्न पत्र, 5-8-2017 (सामान्य ज्ञान के प्रश्न)



  • खाद्य एवं कृषि संगठन (FAO) का मुख्यालय किस देश में है? – रोम, इटली 
  • G-77 विकासशील देशों का संगठन है जिसका उद्देश्य है सामूहिक रूप से सदस्य देशों के आर्थिक हितों का उत्थान करना तथा संयुक्त राष्ट्र संघ में संगठित होकर अपने हितों के लिए प्रयास करना। 2017 के G-77 के शिखर सम्मेलन का स्थान कौन-सा है? – इक्वेडोर 
  • NFSM भारत सरकार की एक पांच वर्ष की केन्द्रीय योजना है, जिसका प्रारम्भ 2007 में किया गया था। इसका उद्देश्य गेहूं, चावल और दालों के उत्पादन को बढ़ाना है। शब्द-संक्षेप NFSM का पूर्णरूप क्या है? – National Food Security Mission
  • प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हैफा के युद्ध में शहीद हुए भारतीय सैनिकों को स्मरण किया और उन्हें नमन करते हुए कहा कि प्रथम विश्व युद्ध में सर्वाधिक वीरता से लड़े गए युद्धों में से हैफा युद्ध एक था। हैफा कब्रिस्तान कहां स्थित है? – इजरायल 
  • नदी पर बना भारत का सबसे लम्बा पुल ढोला-सदिया, भारत के किस राज्य में स्थित है? – असम
  • 'इंटरनेशनल यूनियन फॉर कन्जर्वेशन ऑफ नेचर' का मुख्यालय कहां स्थित है? – ग्लांड, स्विट्जरलैंड
  • डांडेली वन्यजीव अभयारण्य किस राज्य में स्थित है? – कर्नाटक 
  • ओडिशा के पैदा विद्रोह के द्विशताब्दी समारोह का उद्घाटन ​किसके द्वारा हुआ? – श्री प्रणब मुखर्जी 
  • आंध प्रदेश में क विद्युत परियोजना के लिए 'एशिया इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेन्ट बैंक (AIIB) द्वारा 160 मिलियन अमरीकी डॉलर का ऋण अभी हाल ही में स्वीकृत किया गया है। किसी भारतीय परियोजना के लिए इस बैंक का यह प्रथम ऋण है। AIIB का जमानतदार (Sponsor) कौन-सा देश है? – चीन
  • रेलवे टिकट की बुकिंग, पूछताछ, वस्त्र की सफाई, भोजन आदि यात्रियों की विभिन्न जरूरतों की एक स्थान पर पूर्ति के लिए भारतीय रेलवे ने 'सारथी (SAARTHI)' नामक एक एप (app) प्रारम्भ किया है। शब्द-संक्षेप 'SAARTHI' में 'S' का पूर्णरूप क्या होगा? – Synergised
  • सौर ऊर्जा, डीजल और विद्युत ऊर्जा के तीनों रूपों से चलने वाली ट्रेन को भारतीय रेलवे ने किस स्थान से प्रारम्भ किया? – सफदरजंग, नई दिल्ली 
  • भारत का कौनसा पहला शहर है, जो खुले में शौच से मुक्त हो गया है? – गंगटोक 
  • ​किस राज्य के भूतपूर्व मुख्यमंत्री नरबहादुर भंडारी का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया? – सिक्किम 
  • 2017 के केन्द्रीय बजट में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) को कितनी राशि आबंटित की गई है? – रु. 9,000 करोड़ 
  • नरसिम्हा समिति-II का गठन किस उद्देश्य के लिए किया गया था? – बैंकिंग सुधार प्रक्रिया 
  • किसकी अध्यक्षता में केन्द्रीय कैबिनेट ने राष्ट्रीय इस्पात नीति (NSP), 2017 को स्वीकृति दी? – श्री नरेन्द्र मोदी 
  • किस तिथि को विश्व दूरसंचार दिवस मनाया जाता है? – 17 मई 
  • अपूर्वी चन्देल किस खेल से सम्बद्ध हैं? – निशानेबाजी 
  • रामनाथ कोविंद भारत के कौनसे वें राष्ट्रपति चुने गए। – 14वें 
  • एक नहर बाघ अभयारण्य से होकर गुजरती है। उस नहर पर पर्यावरण हितैषी ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। वह नहर किस राज्य में है? – तेलंगाना

भारत भ्रष्टाचार रैंकिंग 2018 में 81वें स्थान पर


अंतरराष्ट्रीय गैर सरकारी संगठन ट्रांसपैरंसी इंटरनैशनल की ताजा रिपोर्ट ग्लोबल करप्शन इंडेक्स-2017 में भारत को 81वें स्थान पर रखा गया है जबकि पिछले साल की रिपोर्ट में भारत 79वें स्थान पर था। जानकारी के लिए बता दें भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकारों को एक सशक्त संदेश देने के उद्देश्य से 1995 में शुरू किए गए इस सूचकांक में 180 देशों की स्थित का आकलन किया गया है। यह सूचकांक विश्लषकों, कारोबारियों और विशेषज्ञों के आकलन और अनुभवों पर आधारित बताया जाता है। इसमें पत्रकारों, कार्यकर्ताओं ओर विपक्षी नेताओं के लिए काम की आजादी जैसी कसौटियां भी अपनाई जाती है।

रिपोर्ट में भारत को चीन को ज्यादा भ्रष्ट और पाकिस्तान से बेहतर दर्शाया गया है। इस सूची में न्यूजीलैंड और डेनमार्क 89 और 88 अंक के साथ सबसे ऊपर हैं। दूसरी तरफ सीरिया, सूडान और सोमालिया क्रमश: 14, 12 और 9 अंक लेकर सबसे नीचे हैं। इस सूची में चीन 77वें, ब्राजील 96वें, पाकिस्तान 117वें और रूस 135वें स्थान पर है। भारत के पड़ौसी देशों में भूटान 67वें स्थान पर रखकर सबसे कम भ्रष्ट दर्शाया गया है। भारत के अन्य पड़ोसी देशों में बांग्लादेश 143वें, म्यांमार 130वें और श्रीलंका 91वें स्थान पर है।

वैश्विक भ्रष्टाचार सूचकांक तैयार करने के लिए देशों को विभिन्न कसौटियों पर 0 से 100 अंक के बीच अंक दिए जाते हैं। सबसे कम अंक सबसे अधिक भ्रष्टाचार व्याप्त होने का संकेत माना जाता है। इस बार की सूची में भारत को 40 अंक दिए गए हैं, जो पिछले साल के ही बराबर ही है पर 2015 के बाद स्थिति में सुधार हुआ जबकि भारत को 38 अंक दिए गए थे।

Friday 23 February 2018

NON PERFORMING ASSETS (NPA), जानें NPA क्या होता है, NPA मेंबढ़ोत्तरी के कारण, NPA का प्रभाव, NPA को दूर करने के उपाए

  
अनर्जक परिसंपत्तिया या गैर निष्पादित परिसंपत्ति {NON PERFORMING ASSETS (NPA)}

अनर्जक परिसंपत्तिया क्या है ?
अनर्जक परिसंपत्तिया (NPA) बैंकों के  द्वारा दिया गया एक ऐसा ऋण या अग्रिम हैं जिसके मूलधन या ब्याज का भुगतान 90 दिनों की अवधि तक बकाया हो
बैंक अनर्जक परिसंपत्तिया को अवमानक , संदिग्ध व घाटे की संपत्ति के रूप में आगे वर्गीकृत करती हैं

अवमानक परिसंपत्ति(Substandard assets) – कोई भी ऐसी संपत्ति जो 12 महीनो तक अनर्जक परिसंपत्तिया बनी रहे उसे अवमानक संपत्ति कहते हैं

संदिग्ध परिसंपत्ति (Doubtful assets ) - कोई भी ऐसी संपत्ति जो 12 महीनो तक अवमानक परिसंपत्ति की श्रेणी में बनी रहे तो उसे संदिग्ध परिसंपत्ति कहते हैं

घाटे की परिसंपत्ति (Loss assets)– जब किसी सम्पति के बारे में RBI या कोई मान्य लेख परीक्षक यह घोषित  कर दे कि इस संपत्ति की वसूली सम्भव नही हैं तो उसे घाटे की परिसंपत्ति कहते हैं

अनर्जक परिसंपत्तिया (NPA ) मेंबढ़ोत्तरी के कारण—
नीतिगत पक्षाघात (Policy Paralysis)— सरकार के द्वारा कई PPP परियोजनाओं में आर्थिक निर्णय लेने में देरी के वजह से कई छोटी कंपनियां आर्थिक रूप से प्रभावित होती हैं, और बैंकों से उनके द्वारा लिए गए ऋण के अनर्जक परिसंपत्ति  में बदलने की सम्भावना बढ़ जाती  हैं

क्रोनी कैपिटलिज्म — राजनितिक दबाव में आकर बैंकों को कुछ विशेष क्षेत्र की कंपनियों को ऋण देना पड़ता हैं ,और इस तरह के ऋण का अनर्जक परिसंपत्ति में बदलने की सम्भावना अधिक होती हैं, और बैंकों के अनर्जक परिसंपत्तिया में वृद्धि  होती हैं
वैश्विक मांग में कमीं के कारण हरेक क्षेत्र के निर्यात में गिरावट देखने को मिला हैं जिससे कंपनियों के मुनाफे पर असर पड़ा हैं परिणामस्वरूप कंपनियां बैंको से लिए गए ऋण को समय पर नही लौटा पाती और बैंकों के अनर्जक परिसंपत्तिया में वृद्धि होती हैं
OVER LEVERAGING की वजह से कंपनियां अनर्जक परिसंपत्तिया के जाल में फंस जाती हैं
कंपनियों के द्वारा जिस प्रयोजन के लिए ऋण लिए जाता हैं का प्रयोग वहां न करके किसी और प्रयोजन के लिए किया जाना ,बैंकों के अनर्जक परिसंपत्तिया में वृद्धि का एक महत्वपूर्ण कारण हैं
ऋण के प्रारंभिक वितरण में जांच पड़ताल की कमी के वजह से अक्षम कंपनियों को ऋण दे दिया जाता हैं, और अपनी अक्षमता के कारण कणियां समय पाए ऋण लौटा नही पाते और बैंकों के अनर्जक परिसंपत्ति में वृद्धि होती रहती हैं

अनर्जक परिसंपत्तिया का प्रभाव —
बैंकों में अनर्जक परिसंपत्तियों के वृद्धि से नए लोगों  को ऋण मिलने में कठिनाई होती हैं क्योंकि बैंकों के बहुत सरे पैसे अनर्जक परिसंपत्ति के रूप में फंसे होते हैं
विकास  पर प्रभाव -ऋण मिलने में कठिनाई आने से नए व्यवसाय शुरू करने में कठिनाई आती है और इससे अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है
जमाकर्ताओं का बैंक पर विश्वास कमजोर हो जाता है और वो बैंक में पैसा जमा करने से कतराते है

गैर निष्पादित परिसंपत्ति  को दूर करने के उपाए —
(1) RBI के द्वारा —
हाल ही में RBI के द्वारा गैर निष्पादित परिसंपत्ति की समस्या को दूर करने के लिए निम्न उपाए किए गए है —-
विशेष उल्लेखित खाते (special mention account  SMA) — कोई भी ऐसा ऋण जो 30 दिन से 90 दिन की अवधि के बीच  अपना मूलधन व ब्याज न लौटा रही हो , ऐसे ऋण को RBI ,SMA के अन्तर्गत रखती है। (इसे ही दबाव वाली परिसंपत्तियां कहा जाता है) RBI बैंकों को निर्देश देती है कि जैसे ही उन्हें किसी कर्ज़दार के क्रियाकलाप में कोई विसंगति या दबाव नजर आए वैसे ही बैंकों को सुधारात्मक करवाई शुरू कर देनी चाहिए
दबाव वाली परिसंपत्तियों से निपटारा करने के लिए RBI के द्वारा एक पोर्टल बनाया गया है CRILC 
(CRILC – Central Repository of information on Large Credit )
इसके अन्तर्गत(CRILC) ,हरेक बैंक व गैर वित्तीय संसथान जो जमा लेती है, अपने 5 करोड़ या उससे अधिक  के ऋण का ब्योरा यहाँ उपलब्ध कराएगी यह ब्योरा SMA व NPA के रूप में होगा

SMA1 ऐसे ऋण जिनका मूलधन व ब्याज का बकाया 31 दिनों से 60 दिनों की अवधि के लिए हो
SMA2ऐसे ऋण जिनका मूलधन  व ब्याज का बकाया 61 दिनों से 90 दिनों की अवधि के लिए हो
NPAऐसे ऋण जिनका मूलधन  व ब्याज का बकाया 90से अधिक  दिनों की अवधि के लिए हो
यदि किसी कंपनी में बैंकों द्वारा दिए गए ऋण कि कुल मात्रा 100 करोड़ या उससे अधिक हो जाए और वो ऋण SMA 2 के अन्तर्गत वर्गीकृत हो ,तो सम्बंधित बैंक को जॉइंट लेंडर फॉर्म  JLF का निर्माण करना होगा | और JLF को एक corrective action plan CAP बनाना होगा ताकि बैंक SMA 2के ऋण को NPA में परिवर्तित होने से रोक सके

CAP के अन्तर्गत निम्न कार्य किए जाते है ताकि दबाव वाली परिसंपत्ति NPA न बन जाए —
Rectification परिहार – इसके अन्तर्गत यदि किसी कंपनी का ऋण SMA 2 श्रेणी में है तो बैंक ऐसी कंपनी को और ऋण मुहैया करा सकती है जिससे की कंपनी अपने व्यपार को सुचारू ढंग से चला सके या बैंक कंपनी के लिए कुछ नए निवेशक ढूंढ सकती है जो कंपनी में निवेश करे और उसके व्यपार में सुधार आए और बैंक का ऋण NPA  न बन सके

Restructuring पुनर्गठन – अगर किसी कंपनी का रेक्टिफिकेशन से SMA की समस्या में सुधार नही हो रहा है और बैंक को यह पता है कि कंपनी विलफुल डिफॉल्टर नही है,न ही कंपनी ऋण को किसी और प्रयोजन में खर्च कर रही है ऐसी स्थिति में बैंक कंपनी द्वारा लिए गए ऋण को पुनर्गठित कर सकती है( पुनर्गठित  कैसे करेगी? –ब्याज दर घटा कर ,ऋण चुकाने कि अवधि बढाकर आदि तरीको से )

SDR strategic debt restructuring – इसके अन्तर्गत बैंक NPA से सम्बंधित कंपनियों को दिए गए ऋण को इक्विटी में  बदल कर उसके प्रबंधन पर नियंत्रण कर सकती है, और बैंक 18 महीने के अंदर  इक्विटी को बेच कर कर अपने पैसे वापस ले  सकती है। (कोई भी बैंक अधिकतम 18 तक इक्विटी को अपने पास रख सकती है)

Recovery वसूली —
ऋण वसूली अधिकरण (Debt Recovery Tribunal ,DRT) — NPA  कि वसूली से सम्बंधित मामले यहाँ चले जाते है। कोई भी  कंपनी बैंक के खिलाफ यहाँ अपील कर सकती है
SARFAESI ACT २००२ – इसके अन्तर्गत बैंक व ऐसी वित्तीय संस्थान जो हाउसिंग फाइनेंस करती है अपने NPA कि वसूली  कर सकती है |
कर्ज के NPA होने कि स्थिति में 75% कर्ज देने वाले बैंक या वित्तीय संस्थान मिलकर उधार लेने वाले पर करवाई कर सकती है  यदि कर्जदार कर्ज नहीं चुकाता है तो बैंक/वित्तीय संस्थान कर्ज के लिए जमा किए गए सिक्योरिटी को जब्त कर सकती है जब्त किए गए सिक्योरिटी को बैंक assets reconstruction company ARC को बेच सकती हैं जिससे उनके बैलेंस सीट में  सुधार होता हैं। बैंक/वित्तीय संस्थान कर्ज लेने वाली संस्था के मैनेजमेंट पर कब्जा कर सकती है
सरफेसी ACT कृषि ऋण पर लागू नहीं  होता हैं

(2 ) सरकार के द्वारा
6 नए ऋण वसूली अधिकरण DRT बनाए गए |(बंगलुरु, चंडीगढ़, देहरादून, एर्नाकुलम, हैदराबाद, सिलीगुड़ी )
ARC को और  अधिक IT सुविधा दी गई
NPA कि समस्या से निपटारा के लिए insolvency and bankruptcy code 2015 लाया गया हैं। भारत के 5 बड़े उद्योग जिनका NPA में अधिकतम योगदान है (~ 61 %)
टेक्सटाइल , खनन ,स्टील ,अवसंरचना ,विमानन (घटते हुए क्रम में )

Thursday 22 February 2018

English Language For Bank Clerk (Prelims)

Developing a solid foundation in English will not only help you to increase your knowledge but will also help you to score better in the exam. English is a major section in exams which candidate fears a lot. To boost your preparation, 'ekawaz18' is providing Quiz for IAS, PCS, NDA, CDS, IB SSC, CHSL, RRB, POLICE, SBI Clerk, RBI Assistant, IBPS Clerk, IBPS SO, RRB, CTET, TET & all types of recruitment exams and academic exams.   

Read the following passage carefully and answer the questions given below it. Certain words have been printed in bold to help you locate them while answering some questions. 

It’s amazing how emotions trapped in human mind toss and turn under the command of time. What is innocence in childhood turns ignorance in an adult. Rebel in a country is a patriot to the other. Taciturnity in a classroom is obedience in a church. Forever chased, emotions turn fugitive to the relentless hunt of a society restless by nature. Barring one infamous exception. Obsession. An ubiquitous human emotion perennially present from childhood to adulthood, from cradle to the coffin. From an obsessive husband to an obsessive mother to any obsessive ritual, this is one heck of an emotion that is obsessed by default. We physicians call it a disorder. 
I am always leery of the expression ‘genetic influence’. For, one, it adds an air of profundity that a disorder should not enjoy and two, it transcends a life span and seriously challenges our management. But like so many others, Obsessive Compulsive Disorder (OCD) does have a strong genetic component. And like many more, environmental factors (like a certain streptococcal infection) also adds to the influence. Despite all these proclivities, scientists have reclaimed grounds by capturing a circuit in the brain, a pathway through which these compulsion traverse: cortico-striato-thalamo-cortical (CSTC). This is important and a landmark breakthrough for now we have a way of tampering with this disorder’s relentless march. 
First let us address the limitless repertoire of this disorder. As a disorder it is not about the husband or the mother or even the young naive, pregnant with the obsession to impress the world. The medical fraternity has delved deeper. Some fundamental facts first: Individuals suffering from obsessive-compulsive disorder (OCD) experience obsessions, compulsions, or both. Research points out that the majority of patients experience both obsessions and compulsions, rather than one or the other. 
What exactly are obsessions? To put it succinctly, they are repetitive and persistent thoughts (contamination), images (violent or horrific scenes), or urges (to stab someone). Here is the caveat. Unlike tempting assumptions, obsessions are not pleasurable experiences. Nor are they experienced as voluntary. They are intrusive, unwanted, pungent, and cause marked distress or anxiety in most individuals. A person suffering from OCD attempts to ignore, avoid, or suppress obsessions or to neutralize them with another thought or action. 
These lead to compulsions or rituals that become repetitive behaviors (washing, checking) or mental acts (counting, repeating words silently) that individuals feel condemned to perform in response to an obsession or according to rules that must be applied rigidly. Compulsions thus turn responses to an obsession, like thoughts of contamination that leads to the ritual of washing. In other words, the aim is to reduce the distress triggered by obsessions or to prevent a feared event. In the context of OCD, these compulsions are not rationally connected to the feared event, or are clearly excessive, like showering for hours each day. 
What comes out is torturous to say the least. So as not to be projected as nagging and squabbling, there is an instant inward journey. An isolated contemplation, that is conciliating with others and yet oppressed with oneself. An obedient dulling into an intoxicating hum. 
Do we have light at the end of this tunnel? The answer is an obsessive yes. From psychotherapy to pharmacotherapy there is help at every bend of the road. Including deep brain stimulation that works its way through that inflamed pathway (CSTC) of damage. 
However one doesn’t have to walk that far. Most evidences suggest first-line treatment with exposure and response prevention (a type of cognitive behavioral therapy) rather than treatment with a medication. A word of caution here. OCDs do tend to have alliances. From depressive disorders, panic disorders to personality disorders they enjoy company. Thus the need to seek physicians, the absolute necessity to start medications accordingly. Two words have always enticed me in medicine. Awareness and slender. An ability to pick up slender hints makes a fine physician. The education of awareness makes a fine citizen. The two together can dominate any disorders of the world. 


1. From an obsessive husband to an obsessive mother to any obsessive ritual – 

(1) These are one heck of emotions that are obsessed by default. 

(2) This is one heck of an emotion that is obsessed by choice. 

(3) This is one heck of an emotion that is obsessed with fault.

(4) This is one heck for an emotion that is obsessed by faulty choice. 

(5) This is one heck of an emotion that is obsessed by default.

2. Which of the following statement/s is/are NOT TRUE in context to the passage? 

(1) A person suffering from OCD attempts to ignore, avoid, or suppress obsessions or to neutralize them with another thought or action. 

(2) Compulsions turn responses to an obsession, like thoughts of contamination that leads to the ritual of washing. 

(3) Taciturnity in a classroom is obedience in a market. 

(4) The education of awareness makes a fine citizen. 

(5) From psychotherapy to pharmacotherapy there is help at every bend of the road.

3. A person suffering from OCD attempts to ignore, avoid, or suppress obsessions or to ________________. 

(1) seek physicians, the absolute necessity to start medications accordingly. 

(2) rules that must be applied rigidly. 

(3) stab someone. 

(4) neutralize them with another thought or action. 

(5) reduce the distress triggered by obsessions or to prevent a feared event.

4. Which of the following statement/s is/are TRUE in context to the passage? 

(A) An ability to pick up slender hints makes a fine physician. 

(B) Individuals suffering from obsessive-compulsive disorder (OCD) experience obsessions, compulsions, or both. 

(C) An ubiquitous human emotion perennially present from childhood to adulthood, from cradle to the coffin. 

(1) Only A 

(2) Only B 

(3) Only C 

(4) Only B and C 

(5) All A, B and C

5. What comes out is torturous to say the least. An isolated contemplation – 

(1) that is conciliating with others and yet liberated with oneself. 

(2) that is conciliating with itself and yet oppressed with others. 

(3) that is conciliating with others and yet in chains with one’s own self. 

(4) that is conciliating with others and yet oppressed with yourself. 

(5) that is conciliating with others and still not oppressed with oneself.

6. Which of the following is possibly the most appropriate TITLE for the passage? 

(1) Awareness and slender 

(2) When obsession is a disease 

(3) Cortico-striato-thalamo-cortical 

(4) Obsessive Compulsive Disorder 

(5) The medical fraternity and its fundamental facts

7. Choose the word/group of words is most SIMILAR in meaning to the word/group of words printed in bold as used in the passage. 

REBEL 

(1) Management 

(2) Clear 

(3) Residence 

(4) Not obeying 

(5) Living

8. Choose the word/group of words is most SIMILAR in meaning to the word/group of words printed in bold as used in the passage. 

PROCLIVITIES 

(1) Oppose 

(2) Sweep 

(3) Intention 

(4) Tendency 

(5) Elixir

9. Choose the word/group of words is most OPPOSITE in meaning to the word/group of words printed in bold as used in the passage. 

SQUABBLING 

(1) Disagree 

(2) Creation 

(3) Agree 

(4) Estimation 

(5) Impose

10. Choose the word/group of words is most OPPOSITE in meaning to the word/group of words printed in bold as used in the passage. 

UBIQUITOUS 

(1) Rare 

(2) Present 

(3) Philanthropist 

(4) Naïve 

(5) Understanding 



Answer- 1. (5) 2. (3) 3. (4) 4. (5) 5. (3) 6. (2) 7. (4) 8. (4) 9. (3) 10. (1) 

रेलवे संबंधी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियाँ

  • भारतीय रेलवे की स्थापना कब हुई – 16 अप्रैल 1853
  • भारत की पहली रेल कब और कहाँ चली - 16 अप्रैल 1853 को मुंबई से ठाणे तक
  • भारत की पहली रेल ने मुंबई से ठाणे तक कितनी दूरी तय की थी– 34 कि.मी.
  • भारतीय रेलवे का मुख्यालय कहाँ स्थित है – नई दिल्ली में
  • भारतीय रेलवे पर किसका एकाधिकार है – भारत सरकार का
  • भारतीय रेलवे को कितने जोन में बांटा गया है – 17 जोन
  • किस रेल का रूट सबसे लम्बा है – विवेक एक्सप्रेस
  • रेलवे स्टाफ कोलेज कहाँ पर स्थित है – वडौदरा में
  • भारत में सबसे पहले रेलवे टाईमटेबल किसने बनाया था – जार्ज ब्रैडशा ने
  • भारत का सबसे बडा रेलवे जंक्शन कहां पर स्थित है – मथुरा में
  • भारत का सबसे बडा रेलवे प्लेटफार्म कहां पर स्थित है – गोरखपुर में
  • भारत के आजाद होने के बाद सबसे पहला रेल मंत्री कौन बना – जोन मथाई
  • ब्राड गेज रेल की चौडाई कितनी है – 1.676 मीटर
  • भारत की पहली विधुत रेल कौन सी थी – डेक्कन क्वीन (कल्याण से पुणे)
  • भारतीय रेलवे ने किस साल कोYear of Rail Usersघोषित किया था – 1995 को
  • भारत का सबसे लंबा रेलवे ट्यूनल कौन सा है – पीर पंजल रेलवे ट्यूनल
  • मैत्री एक्सप्रेस किन दो देशो के मध्य चलती है – भारत और बंगलादेश
  • भारत की सबसे तेज ट्रेन कौन सी है – शताब्दी एक्सप्रेस
  • रेलवे बोर्ड कब स्थापित किया गया था – 1905 मे
  • भारत की पहली महिला रेल मंत्री कौन थी – ममता बैनर्जी
  • भारतीय रेलवे का एशिया में कौन सा स्थान है – पहला
  • भारतीय रेलवे का विश्व में कौन सा स्थान है – दूसरा
  • भारत की पहली रेलवे सुरंग का क्या नाम था – पारसिक रेलवे
  • भारत का सबसे बडा रेलवे यार्ड कहां पर स्थित है – मुगल सराय
  • भारत का सबसे लंबा रेलवे पूल कौन सा है – नेहरू सेतु
  • भारत की पहली मैट्रो ट्रेन कहाँ चली – कोलकाता
  • भारतीय रेलवे म्यूजियम कहाँ पर स्थित है – चाणक्यापुरी (नई दिल्ली)
  • भारत का पहला कम्पयुट्रीकृत आरक्षण कहाँ शुरू हुआ – नई दिल्ली
  • जीवन रेखा एक्सप्रेस कब शुरू हुई – 1991 में
  • भारत के किन राज्यों में रेलवे सुविधा नही है – मेघालय और सिक्किम
  • रेल बजट पेश करने वाला पहला भारतीय – जोन मथाई
  • भारत का सबसे लबां रेलवे ब्रिज कौन सा है – वल्लरपडम (केरला)
  • भारतीय रेलवे का स्लोगन क्या है – लाईफ लाईन आफ द नेशन
  • रेल कोच फैक्टरी आर. एस. एफ. कहां पर स्थित है – कपूरथला
  • रेल व्हील फैक्टरी कहां पर स्थित है – यालाहकां (बैंगलुरू)
  • डिजल लोकोमोटिव मोडरनीजेशन वर्कस कहां पर स्थित है – पटियाला (पजांब)
  • इंटिगर्ल कोच फैक्टरीआई. सी. एफ. कहां पर स्थित है – चेन्नई
  • पी. एन. आर. की फुल फार्म क्या है – पैसेजंर नेम रिकार्ड
  • आई. आर. सी. टी. सी. की फुल फार्म क्या है – इंडियन रेलवे केटरिंग एडं टूरिज्म कारपोरेशन
  • टी. टी. ई. की फुल फार्म क्या है – ट्रैवलिगं टिकट एग्जेमिनर
  • आई. आर. एस. की फुल फार्म क्या है – इंडियन रेलवे स्टैंडर्ड
  • टी. एम. एस. की फुल फार्म क्या है – ट्रेन मैनेजमेंट सिस्टम
  • आर. पी. एफ. की फुल फार्म क्या है – रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स
  • पी. आर. एस. की फुल फार्म क्या है – पैसेजंर रिजर्वेशन सिस्टम
  • आर. आर. बी. की फुल फार्म क्या है – रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड
  • आर. आर. एफ. की फुल फार्म क्या है – रेलवे रिर्जवेशन फोर्म
  • आई. वी. आर. एस. की फुल फार्म क्या है – इंटरेक्टिव वायस रिस्पोंस सिस्टम

Wednesday 21 February 2018

रजिया सुल्तान


रजिया का पूरा नाम-रजिया अल्-दीन (1205– अक्टूबर 14/15, 1240), सुल्तान जलालत उद-दीन रजिया था। वह इल्तुतमिश की पुत्री तथा भारत की पहली मुस्लिम शासिका थी।

रजिया को उत्तराधिकार
अपने अंतिम दिनों में इल्तुतमिश अपने उत्तराधिकार के सवाल को लेकर चिन्तित था। इल्तुतमिश के सबसे बड़े पुत्र नसीरूद्दीन महमूद की, जो अपने पिता के प्रतिनिधि के रूप में बंगाल पर शासन कर रहा था, 1229 ई. को अप्रैल में मृत्यु हो गई। सुल्तान के शेष जीवित पुत्र शासन कार्य के किसी भी प्रकार से योग्य नहीं थे। अत: इल्तुतमिश ने अपनी मृत्यु शैय्या पर से अपनी पुत्री रजिया को अपना उत्तराधिकारी नियुक्त किया। उसने अपने सरदारों और उल्माओं को इस बात के लिए राज़ी किया। यद्यपि स्त्रियों ने प्राचीन मिस्र और ईरान में रानियों के रूप में शासन किया था और इसके अलावा शासक राजकुमारों के छोटे होने के कारण राज्य का कारोबार सम्भाला था, तथापि इस प्रकार पुत्रों के होते हुए सिंहासन के लिए स्त्री को चुनना एक नया कदम था।

सरदारों की मनमानी
इल्तुतमिश के इस फैसले से उसके दरबार के सरदार अप्रसन्न थे। वे एक स्त्री के समक्ष नतमस्तक होना अपने अंहकार के विरुद्ध समझते थे। उन लोगों ने मृतक सुल्तान की इच्छाओं का उल्लघंन करके उसके सबसे बड़े पुत्र रुकुनुद्दीन फीरोजशाह को, जो अपने पिता के जीवन काल में बदायूँ तथा कुछ वर्ष बाद लाहौर का शासक रह चुका था, सिंहासन पर बैठा दिया। यह चुनाव दुर्भाग्यपूर्ण था। रुकुनुद्दीन शासन के बिल्कुल अयोग्य था। वह नीच रुचि का था। वह राजकार्य की उपेक्षा करता था तथा राज्य के धन का अपव्यय करता था। उसकी माँ शाह तुर्ख़ान के, जो एक निम्न उदभव की महत्त्वाकांक्षापूर्ण महिला थी, कार्यों से बातें बिगड़ती ही जा रही थीं। उसने सारी शक्ति को अपने अधिकार में कर लिया, जबकि उसका पुत्र रुकनुद्दीन भोग-विलास में ही डूबा रहता था। सारे राज्य में गड़बड़ी फैल गई। बदायूँ, मुल्तान, हाँसी, लाहौर, अवध एवं बंगाल में केन्द्रीय सरकार के अधिकार का तिरस्कार होने लगा। दिल्ली के सरदारों ने, जो राजमाता के अनावश्यक प्रभाव के कारण असन्तोष से उबल रहे थे, उसे बन्दी बना लिया तथा रजिया को दिल्ली के सिंहासन पर बैठा दिया। रुकनुद्दीन फिरोज को, जिसने लोखरी में शरण ली थी, क़ारावास में डाल दिया गया। जहाँ 1266 ई. में 9 नवम्बर को उसके जीवन का अन्त हो गया।

अमीरों से संघर्ष
अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए रज़िया को न केवल अपने सगे भाइयों, बल्कि शक्तिशाली तुर्की सरदारों का भी मुक़ाबला करना पड़ा और वह केवल तीन वर्षों तक ही शासन कर सकी। यद्यपि उसके शासन की अवधि बहुत कम थी, तथापि उसके कई महत्त्वपूर्ण पहलू थे। रज़िया के शासन के साथ ही सम्राट और तुर्की सरदारों, जिन्हें चहलगानी (चालीस) कहा जाता है, के बीच संघर्ष प्रारम्भ हो गया।

रजिया की चतुराई व कूटनीति
युवती बेगम के समक्ष कोई कार्य सुगम नहीं था। राज्य के वजीर मुहम्मद जुनैदी तथा कुछ अन्य सरदार एक स्त्री के शासन को सह न सके और उन्होंने उसके विरुद्ध विरोधियों को जमा किया। परन्तु रजिया में शासन के लिए महत्त्वपूर्ण सभी गुणों का अभाव नहीं था। उसने चतुराई एवं उच्चतर कूटनीति से शीघ्र ही अपने शत्रुओं को परास्त कर दिया। हिन्दुस्तान (उत्तरी भारत) एवं पंजाब पर उसका अधिकार स्थापित हो गया तथा बंगाल एवं सिन्ध के सुदूरवर्ती प्रान्तों के शासकों ने भी उसका आधिपत्य स्वीकार कर लिया। इस प्रकार जैसा कि मिनहाजस्सिराज ने लिखा है, लखनौती से लेकर देवल तथा दमरीला तक सभी मलिकों एवं अमीरों ने उसकी आज्ञाकारिता को स्वीकार किया। रजिया के राज्यकाल के आरम्भ में नरुद्दीन नामक एक तुर्क के नेतृत्व में किरामित और अहमदिया नामक सम्प्रदायों के कतिपय पाखण्डियों द्वारा उपद्रव कराने का संगठित प्रयास किया गया। उनके एक हजार व्यक्ति तलवारों और ढालों के साथ पहुँचे और बड़ी मस्जिद में एक निश्चित दिन को प्रवेश किया; परन्तु वे राजकीय सेना द्वारा तितर-बितर कर दिये गये तथा विद्रोह एक भद्दी असफलता बनकर रह गया।

तुर्कों का संगठन
समकालीन मुस्लिम इतिहासकार मिनहाजस्सिराज ने लिखा है कि, "वह महती सम्राज्ञी चतुर, न्यायी, दानशील, विद्वानों की आश्रयदायी, न्याय वितरण करने वाली, अपनी प्रजा से स्नेह रखनेवाली, युद्ध कला में प्रवीण तथा राजाओं के सभी आवश्यक प्रशंसनीय विशेषणों एवं गुणों से सम्पन्न थी।" वह स्वयं सेना लेकर शत्रुओं के सम्मुख जाती थी। स्त्रियों के वस्त्र को छोड़ तथा बुर्के का परित्याग कर वह झिल्ली पहनती थी तथापुरुष का शिरोवस्त्र धारण करती थी। वह खुले दरबार में अत्यन्त योग्यता के साथ शासन-कार्य का सम्पादन करती थी। इस प्रकार हर सम्भव तरीक़े से वह राजा का अभिनय करने का प्रयत्न करती थी।फिर भी बेगम के भाग्य में शान्तिपूर्ण शासन नहीं था। वह अबीसीनिया के एक दास जलालुद्दीन याक़ूत के प्रति अनुचित कृपा दिखलाने लगी तथा उसने उसे अश्वशालाध्यक्ष का ऊँचा पद दे दिया। इससे क्रुद्ध होकर तुर्की सरदार एक छोटे संघ में संघठित हुए

दार्शनिकों के विचार
इब्न बतूता का यह कहना गलत है कि अबीसीनियन के प्रति उसका चाव (लगाव) अपराधात्मक था। समकालीन मुस्लिम इतिहासकार मिनहाज ने इस तरह का कोई आरोप नहीं लगाया है। वह केवल इतना ही लिखता है कि अबीसीनियन ने सुल्ताना की सेवा कर (उसकी) कृपा प्राप्त कर ली।
फरिश्ता का उसके खिलाफ एकमात्र आरोप यह है कि, अबीसीनियन और बेगम के बीच अत्यधिक परिचय देखा गया, यहाँ तक की जब वह घोड़े पर सवार रहती थी, तब वह बाहों से उसे (रानी को) उठाकर बराबर घोड़े पर बिठा लेता था
जैसा की मेजर रैवर्टी ने बतलाया है, टॉमस ने उचित कारण न रहने पर भी इस बेगम के चरित्र पर इन शब्दों में आक्षेप किया है, यह बात नहीं थी कि एक अविवाहिता बेगम को प्यार करने की मनाही थी-वह किसी भी जी-हुजूर वाले शाहजादे से शादी कर उसके साथ प्रेम के गोते लगा सकती थी, अथवा राजमहल के हरम (जनानखाने) के अन्धेरे कोने में करीब-करीब बिना रोकथाम के आमोद-प्रमोद कर सकती थी; लेकिन राह चलते प्रेम दिखलाना एक गलत दिशा की ओर संकेत कर रहा था और इस कारण उसने (बेगम ने) एक ऐसे आदमी को पसन्द किया, जो कि उसके दरबार में नौकरी कर रहा था तथा वह एक अबीसीनियन भी था। जिसके प्रति दिखलाई गई कृपाओं का तुर्की सरदारों ने एक स्वर से विरोध किया

अल्तूनिया से विवाह
सबसे पहले सरहिन्द के शासक इख़्तियारुद्दीन अल्तूनिया ने खुले तौर पर विद्रोह किया, जिसे दरबार के कुछ सरदार गुप्त रूप से उभाड़ रहे थे। बेगम एक बड़ी सेना लेकर विद्रोह का दमन करने के लिए चली। किन्तु इस युद्ध में विद्रोही सरदारों ने याक़ूत को मार डाला तथा बेगम को कैद कर लिया। वह इख़्तियारुद्दीन अल्तूनिया के संरक्षण में रख दी गई। रजिया ने अल्तूनिया से विवाह करके इस परिस्थिति से छुटकारा पाने का प्रयत्न किया, परन्तु यह व्यर्थ ही सिद्ध हुआ। वह अपने पति के साथ दिल्ली की ओर बढ़ी। लेकिन कैथल के निकट पहुँचकर अल्तूनिया के समर्थकों ने उसका साथ छोड़ दिया तथा 13 अक्टूबर, 1240 ई. को मुइजुद्दीन बहराम ने उसे पराजित कर दिया। दूसरे दिन रजिया की उसके पति के साथ हत्या कर दी गई। इस तरह तीन वर्ष तथा कुछ महीनों के राज्यकाल के बाद कष्टपूर्वक रजिया बेगम के जीवन का अन्त हो गया।

रजिया के गुण
रजिया में अदभुत गुण थे। फरिश्ता लिखता है कि, "वह शुद्ध उच्चारण करके क़ुरान का पाठ करती थी तथा अपने पिता के जीवन काल में शासन कार्य किया करती थी।" बेगम की हैसियत से उसने अपने गुणों को अत्यधिक विशिष्टता से प्रदर्शित करने का प्रयत्न किया। समकालीन मुस्लिम इतिहासकार मिनहाजुस्सिराज ने लिखा है कि, "वह महती सम्राज्ञी चतुर, न्यायी, दानशील, विद्वानों की आश्रयदायी, न्याय वितरण करने वाली, अपनी प्रजा से स्नेह रखनेवाली, युद्ध कला में प्रवीण तथा राजाओं के सभी आवश्यक प्रशंसनीय विशेषणों एवं गुणों से सम्पन्न थी।" वह स्वयं सेना लेकर शत्रुओं के सम्मुख जाती थी। स्त्रियों के वस्त्र को छोड़ तथा बुर्के का परित्याग कर वह झिल्ली पहनती थी तथा पुरुष का शिरोवस्त्र धारण करती थी। वह खुले दरबार में अत्यन्त योग्यता के साथ शासन-कार्य का सम्पादन करती थी। इस प्रकार हर सम्भव तरीके से वह राजा का अभिनय करने का प्रयत्न करती थी। किन्तु अहंकारी तुर्की सरदार एक महिला के शासन को नहीं सह सके। उन्होंने घृणित रीति से उसका अन्त कर दिया। रजिया के दु:खद अन्त से यह स्पष्ट हो जाता है कि अंधविश्वासों पर विजय प्राप्त करना सदैव जज्यादा आसान नहीं होता।

रजिया के पश्चात
रजिया की मृत्यु के पश्चात् कुछ काल तक अव्यवस्था एवं गड़बड़ी फैली रही। दिल्ली की गद्दी पर उसके उत्तराधिकारी मुइज़ुद्दीन बहराम तथा अलाउद्दीन मसूद गुणहीन एवं अयोग्य थे तथा उनके छ: वर्षों के शासनकाल में देश में शान्ति एवं स्थिरता का नाम भी न रहा। बाहरी आक्रमणों से हिन्दुस्तान (उत्तरी भारत) का दु:ख और भी बढ़ गया। 1241 ई. में मंगोल पंजाब के मध्य में पहुँच गए तथा लाहौर का सुन्दर नगर उनके निर्मम पंजे में पड़ गया। 1245 ई. में वे उच्च तक बढ़ आये। लेकिन उनकी बड़ी क्षति हुई और उन्हें पीछे हटना पड़ा। मसूद शाह के शासनकाल के अन्तिम वर्षों में असन्तोष अधिक प्रचण्ड एवं विस्तृत हो गया। अमीरों तथा मलिकों ने 10 जून, 1246 ई. को इल्तुतमिश के एक कनिष्ठ पुत्र नसीरूद्दीन महमूद को सिंहासन पर बैठा दिया।

Current Affairs Practice (Set-1)

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