भारत में 12 जनवरी 2019 को स्वामी विवेकानंद जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया गया। इस मौके पर भारतीय युवाओं को प्रेरित करने के लिये छात्रों द्वारा स्वामी विवेकानंद के विचारों से संबंधित व्याख्यान और लेखन भी किया जाता है।
उद्देश्य
इस दिवस का उद्देश्य विवेकानंद की शिक्षाओं एवं आदर्शों को भारतीय युवाओं के लिए रोल मॉडल के रूप में पेश किया जाना है। इस दिन को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है ताकि देश के युवा स्वामी विवेकानंद के जीवन, कार्य शैली, चेतना और आदर्श से प्रेरणा ले सकें।
राष्ट्रीय युवा दिवस के रुप में स्वामी विवेकानंद के जन्म दिवस को मनाने के लिये वर्ष 1984 में भारतीय सरकार द्वारा घोषणा की गयी थी। इसे मनाने का मुख्य लक्ष्य भारत के युवाओं के बीच स्वामी विवेकानंद के आदर्शों और विचारों के महत्व को फैलाना है।
इस दिन देश भर के विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में तरह-तरह के कार्यक्रम होते हैं। जैसेः- रैलियाँ निकाली जाती हैं, योगासन की स्पर्धा आयोजित की जाती है, पूजा-पाठ होता है, व्याख्यान होते हैं, विवेकानन्द साहित्य की प्रदर्शनी लगती है।
राष्ट्रीय युवा सप्ताह
इस वर्ष स्वामी विवेकानंद जयंती के अवसर पर 12 जनवरी से 19 जनवरी तक विभिन्न जिलों में राष्ट्रीय युवा सप्ताह के कार्यक्रम मनाया जायेगा। इस दौरान पूरे हफ्ते भर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा।
स्वामी विवेकानंद के बारे में
➽ स्वामी विवेकानन्द का जन्म 12 जनवरी 1863 को कोलकाता में हुआ था।
➽ वे वेदान्त के विख्यात और प्रभावशाली आध्यात्मिक गुरु थे।
➽ उनका वास्तविक नाम नरेन्द्र नाथ दत्त था।
➽ उन्होंने पश्चिमी देशों में भारत के वेदांत एवं योग के दर्शन का प्रचार एवं प्रसार किया।
➽ उन्होंने अमेरिका स्थित शिकागो में वर्ष 1893 में आयोजित विश्व धर्म महासभा में भारत की ओर से सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व किया था।
➽ वे रामकृष्ण परमहंस के सुयोग्य शिष्य थे।
➽ उन्हें औपनिवेशिक भारत में राष्ट्रवाद की अवधारणा बनाये रखने के लिए भी जाना जाता है।
➽ विश्व के अन्य धर्मों के बीच हिन्दू धर्म का प्रसार करने का श्रेय उन्ही को जाता है।