Saturday 3 November 2018

ओडिशा सरकार ने ‘सौरा जलनिधि’ योजना का शुभारंभ किया


ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने 30 अक्टूबर 2018 को ‘सौरा जलनिधि’ योजना का शुभारंभ किया। इस योजना का उद्देश्य किसानों द्वारा सिंचाई में सौर उर्जा के उपयोग को बढ़ावा देना है

राज्य सरकार ने उन क्षेत्रों में सोलर फोटोवोल्टिक पंप सेट्स का प्रयोग बढ़ाने का फैसला किया है, ताकि जहाँ बिजली व्यवस्था बदहाल है, वहाँ सिंचाई की सुविधा मुहैया कराई जा सके


योजना से संबंधित मुख्य तथ्य

➤ इस योजना के तहत किसानों को 90 फीसदी सब्सिडी पर 5,000 सोलर पंप दिए जाएंगे इससे राज्य के 2,500 एकड़ क्षेत्र में सिंचाई का लाभ मिलेगा

➤ इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने योजना का वेब पोर्टल भी लांच किया इस इवेंट में 30 जिलों के किसानों ने विडियो कॉन्फ्रेंसिंग  के जरिये भाग लिया

➤ पहले चरण में यह योजना उन क्षेत्रों में उपलब्ध होगी जहाँ पंप सेट को चलाने के लिए विद्युत् उपलब्ध नहीं है

➤ सरकार ने इस योजना के लिए वित्तवर्ष 2017-18 में 27.18 करोड़ रुपये की राशि का प्रावधान किया है

 इस योजना से सालाना 1.52 लाख मानव दिवस रोजगार का सृजन होगा, तथा 5,000 परिवारों की आजीविका में मदद मिलेगी, तथा कार्बन पदचिन्हों में भी कमी आएगी

➤ इस योजना का लाभ उन किसानों को होगा जिनके पास वैध किसान पहचान पत्र होंगे तथा जिनके पास न्यूनतम 0.5 एकड़ कृषि भूमि होगी


सौरा जलानिधि योजना हेतु आवश्यक दस्तावेज

सभी छोटे और सीमांत जिनके पास वैध किसान आईडी है किसानों के पास न्यूनतम 0.5 एकड़ खेती योग्य भूमि होनी चाहिए.ऑनलाइन आवेदन के आधार पर ओआरडीडीए की परिचालन पद्धतियों के अनुसार निष्पादन किया जाएगा और आगे बढ़ने की सूचना के अनुसार किसान शेयर के जमा/हस्तांतरण के अनुसार किया जाएगा


योजना की विशेषताएं

➤ यह योजना हमारे किसानों के लागत के बोझ को कम करेगी और कृषि आय में भी वृद्धि करेगी

➤ सौरा जलानिधि योजना के तहत किसानों की खेती के लिए पर्याप्त बिजली मिले यह निश्चित करेगी

➤ सौरा जलानिधि योजना हरित ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देगी और प्रदूषण को कम करेगी

➤ सौरा जलानिधि, अभिसरण मोड में एक अच्छी तरह से आधारित सौर पंप सिंचाई प्रणाली है

➤ इसके अलावा, इस सरकारी योजना के अंतर्गत, बिजली आपूर्ति क्षेत्रों द्वारा संरक्षित या कम से कम सेवा के किसानों को सौर पंप सेट प्रदान किए जाएंगे। ताकि वह सभी किसान बिना किसी परेशानी के अपनी कृषि कर सके