घरेलू क्रिकेट में रन बटोरने वाले भारतीय टेस्ट टीम के पूर्व ओपनर वसीम जाफर ने अपने नाम एक नया रिकॉर्ड दर्ज करा लिया है। वह रणजी ट्रॉफी में 11,000 रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज बन गए हैं।
जाफर ने विदर्भ की तरफ से बड़ौदा के खिलाफ 153 रन की शानदार खेली और इस बीच 11,000 रन भी पूरे किए। जाफर ने इस बीच फैज फजल (151) के साथ 300 रन की साझेदारी की।
वसीम जाफर का रिकॉर्ड
➤ यह चौथा अवसर है जब उन्होंने रणजी ट्रॉफी में 300 या इससे अधिक रन की साझेदारी की।
➤ इस मामले में उन्होंने विजय हजारे के रिकॉर्ड की बराबरी की।
➤ रणजी ट्रॉफी में जाफर के बाद सर्वाधिक रन मुंबई के उनके पूर्व साथी अमोल मजमूदार (9202) और मध्य प्रदेश के देवेंद्र बुंदेला (9201) ने बनाए हैं।
➤ जाफर के नाम पर रणजी ट्राफी में सर्वाधिक 37 शतक और 81 अर्धशतक भी दर्ज हैं।
➤ चालीस वर्षीय वसीम जाफर रणजी ट्रॉफी में मुंबई की ओर से भी खेल चुके हैं। उन्होंने ओपनर की हैसियत से भारत की ओर से भी 31 टेस्ट मैच और दो वनडे खेले हैं।
➤ टेस्ट क्रिकेट में उनके नाम पर 34.1 के औसत से 1944 रन हैं, इस दौरान 212 रन उनका सर्वोच्च स्कोर रहा है।
➤ टेस्ट क्रिकेट में पांच शतक और 11 अर्धशतक वसीम जाफर के नाम पर दर्ज हैं। हालांकि वनडे इंटरनेशनल का उनका सफर बेहद छोटा रहा, दो वनडे में वे केवल 10 रन ही बना पाए।
रणजी ट्रॉफी के बारे में
देश की सबसे प्रतिष्ठित घरेलू क्रिकेट प्रतियोगिता रणजी ट्रॉफी का आरंभ जुलाई 1934 में हुआ था। प्रतियोगिता का पहला मैच 4 नवंबर 1934 को चेपक स्टेडियम में मद्रास और मैसूर के बीच आयोजित किया गया था। इसका नाम भारत के पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी रणजीत सिंह के नाम पर पड़ा, जिन्हें प्यार से रणजी कहा जाता था। रणजीत सिंह इंग्लैंड और ससेक्स की टीमों की ओर से क्रिकेट खेला करते थे।
रणजी ट्रॉफी का प्रारूप दो चरणों में होता है। पहले चरण में राउंड-रॉबिन लीग मैच खेले जाते हैं दूसरे चरण में यह नॉक-आऊट हो जाता है। राउंड रोबिन मैच के लिए चार दिन और नॉकआउट मैच के लिए यह सीमा पांच दिन है। इसमें प्रत्येक टीम को दो बार बल्लेबाजी और दो बार गेंदबाजी करनी होती है। नॉकआउट चरण में यदि मैच ड्रॉ रहता है तो पहले पारी के आधार पर टीम को जीत मिलती है।