अमेरिका में संसद ही सभी तरह के सरकारी खर्चों के लिए वित्तीय प्रस्तावों को मंजूरी देता है। अमेरिकी संसद अमेरिका-मेक्सिको सीमा पर दीवार बनाने के प्रस्ताव का विरोध कर रहा है। इस कारण ट्रंप और संसद में टकराव चल रहा था। ट्रंप ने रोज गार्डन से दक्षिणी सीमा पर राष्ट्रीय सुरक्षा और मानवीय संकट को देखते हुए राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा की है।
डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को अमेरिका में आपातकाल की घोषणा करते हुए कहा कि 'गैंग बनाकर सीमा में प्रवेश कर रहे तस्करों, घुसपैठियों और अपराध को रोकने के लिए डोनाल्ड ट्रंप पिछले कई महीनों से मेक्सिको की सीमा पर एक दीवार खड़ी करने की मांग कर रहे हैं, ताकि अमेरिका में अवैध घुसपैठियों को रोका जा सके। ट्रंप को इसके लिए 5.7 बिलियन डॉलर की आवश्यकता है, लेकिन गुरुवार को जो बिल पास हुआ था, उससे सिर्फ 1.4 बिलियन डॉलर तक ही मदद मिल पा रही थी, जिसके बाद आखिरकार ट्रंप ने अपने देश में आपातकाल लगाकर ही दीवार खड़ी करने की ठान ली।
ट्रंप क्यों चाहते हैं मेक्सिको की सीमा पर दीवार
➦ मेक्सिको के दक्षिणी सीमा पर ट्रंप चाहते हैं कि एक दीवार खड़ी की जाए, ताकि अवैध रूप से बाहरी घुसपैठियों को अमेरिका में घुसने से रोका जा सके।
➦ ट्रंप अपने चुनावी रैलियों से ही अमेरिकी जनता से मेक्सिको की सीमा पर दीवार खड़ी करने का वादा करते आए हैं।
➦ अगले साल अमेरिका में आम चुनाव होने हैं और इस बीच ट्रंप लगातार अपने ऊपर दीवार को लेकर दबाव महसूस कर रहे हैं।
➦ ट्रंप की मांग के मुताबिक मेक्सिको की सीमा पर अमेरिका को 350 किमी लंबी दीवार खड़ी करनी होगी और इसके लिए 5.7 बिलियन डॉलर का खर्चा आएगा। अमेरिका में ज्यादातर अवैध घुसपैठियों की एंट्री मेक्सिको की सीमा से ही होती है।
इस आपातकाल के बाद अब क्या होगा
आपातकाल का इस्तेमाल कर डोनाल्ड ट्रंप मेक्सिको की सीमा पर दीवार बनाने की रणनीति के साथ आगे बढ़ेगे। अपनी शक्तियों का इस्तेमाल कर ट्रंप फेडरल बजट से फंडिंग इकट्ठा कर दीवार का निर्माण शुरू करेंगे। इस दौरान ट्रंप पर अन्य किसी भी प्रकार का कोई दबाव नहीं होगा। व्हाइट हाउस चीफ स्टाफ मिक मुलवैने ने कहा कि दीवार बनाने के लिए व्हाइट हाउस करीब 8 बिलियन डॉलर फंड इकट्ठा कर लेगी। हालांकि, ये सब इतना आसान भी नहीं है, क्योंकि अगर ट्रंप दीवार के लिए मिलिट्री बजट में भारी कटौती करते हैं, तो उन्हें जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ सकता है।
ट्रंप की नीतियों की आलोचक और हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव में स्पीकर नैंसी पेलोसी ने कहा कि वे अमेरिकी संविधान के टुकड़े नहीं होने देंगे।
अमेरिका में कैसा है आपातकाल का इतिहास
➦ कोरिया युद्ध (1950-1953) के दौरान अमेरिका ने पहली बार राष्ट्रीय आपातकाल झेला था।
➦ कोरिया युद्ध में चीन के दखल के बाद दुनिया के सबसे पुराने लोकतांत्रिक देश अमेरिका के राष्ट्रपति हैरी एस ट्रूमैन ने अपने देश में आपाताकल लागू कर दिया था।
➦ उसके बाद अमेरिकी कांग्रेस ने 1976 में राष्ट्रीय आपातकाल को लेकर एक कानून (नेशनल इमरजेंसी एक्ट 1976 ) बनाया, जिसके मुताबिक, कोई भी राष्ट्रपति जब चाहे अपने इच्छा अनुसार देश में आपातकाल लागू कर सकता है।
➦ इस कानून के मुताबिक, एक साल के बाद राष्ट्रीय आपातकाल स्वत: ही खत्म हो जाता है, जब तक कि इसका नवीनीकरण नहीं होता और अक्सर यही देखा गया है।
➦ 1976 कानून के बाद पहली बार 1979 में ईरान संकट के दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति जिमी कार्टर ने अपने देश में आपातकाल लागू किया था।
➦ 1979 से लेकर अब तक यानी की पिछले चार दशकों में अमेरिका 50 से ज्यादा बार राष्ट्रीय आपातकाल झेल चुका है। अमेरिका में आपातकाल की कई सारी वजह हैं, जिसमें यमन, सीरिया, नॉर्थ कोरिया और ईरान के साथ डील से लेकर आतंकवादी संगठनों के खिलाफ प्रतिबंध और 9/11 जैसे हमले शामिल है।
➦ अमेरिका में आपातकाल को लेकर पिछले दो दशकों की बात की जाए तो बुश ने 13 बार और ओबामा ने अपने कार्यकाल में 12 बार आपातकाल का इस्तेमाल किया है। वहीं, ट्रंप अभी तक तीन बार इस शक्ति का इस्तेमाल कर चुके हैं।