Wednesday, 27 February 2019

प्रधानमंत्री मोदी ने विश्व की सबसे बड़ी भगवद गीता का उद्घाटन किया


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 फरवरी 2019 को दिल्ली के ईस्ट ऑफ कैलाश स्थित इस्कॉन मंदिर में विश्व की सबसे बड़ी भगवद गीता का उद्घाटन किया यहाँ उन्होंने विश्व की सबसे बड़ी श्रीमद्भागवत गीता का विमोचन किया

इस अवसर पर उन्होंने 800 किलो की 670 पृष्ठों वाली विशाल गीता का विमोचन किया तथा लोगों को संबोधित भी किया। सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि मानवता के दुश्मनों से धरती को बचाने के लिए प्रभू की शक्ति हमेशा हमारे साथ रहती है यही संदेश हम पूरी प्रमाणिकता के साथ दुष्ट आत्माओं, असुरों को देने का प्रयास कर रहे हैं


सबसे बड़ी भगवद गीता की विशेषताएं

📖 इस्कॉन संस्था द्वारा तैयार की गई विश्व की सबसे बड़ी गीता इटली के मिलान शहर में बनाई गई है

📖 इस महाग्रंथ का वजन 800 किलोग्राम है और इसे बनाने में डेढ़ करोड़ रुपये की लागत आई है

📖 करीब ढाई साल में इसकी छपाई हुई है, इसका कुल वजन 800 किलोग्राम है तथा इसमें 670 पृष्ठ हैं

📖 इस्कॉन के संस्थापक स्वामी प्रभुपाद की ओर से गीता प्रचार के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में यह प्रकाशित कराई गई है. संस्था से जुड़े वेदांत बुक ट्रस्ट ने इसकी छपाई की है

📖 इस गीता में 670 पृष्ठ हैं, जिनका साइज़ 2.84 गुणा 2.0 मीटर है. प्रत्येक पृष्ठ को पलटने के लिए तीन से चार व्यक्तियों की जरूरत पड़ती है

📖 यह सिंथेटिक के मजबूत कागज से तैयार की गई हैं. माना जा रहा है कि इन पर कई प्रकार की धातु लगाई गई हैं, जिनमें प्लेटिनम, सोना और चांदी मुख्य हैं

📖 इसके कवर पृष्ठ को स्वर्णिम धातु से तैयार किया गया है

इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि लोकमान्य तिलक ने जेल में रहकर भी गीता लिखी थी तिलक ने लिखा था कि इसके संदेश का प्रभाव सिर्फ दार्शनिक या विद्वान लोगों के लिए ही नहीं बल्कि आम लोगों के लिए भी है प्रधानमंत्री ने कहा कि गीता की एक प्रति मैंने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा को भी दी थी