केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने 25 फरवरी 2019 को यात्रियों के लिए एक डैशबोर्ड लॉन्च किया, जिसे वे ट्रेन के आने-जाने के समय पर निगरानी के साथ-साथ देश में कहीं भी ट्रेन से जुड़ी जानकारी हासिल कर सकेंगे।
डैशबोर्ड को लॉन्च करते हुए पीयूष गोयल ने कहा कि अब लोग कहीं भी जाते वक्त मात्र एक स्वाइप पर भारतीय रेलवे से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी को हासिल कर सकते हैं। यह डैशबोर्ड यात्रियों, रेलवे के अधिकारियों व स्टाफ के लिए बहुत मददगार साबित होगा। इसके जरिए यात्री रेलवे से जुड़ी हर तरह की जानकारी अब एक स्वाइप से प्राप्त कर सकेंगे।
मुख्य बिंदु
🚈 'रेल-दृष्टि' डैशबोर्ड को रेलवे सूचना प्रणाली केन्द्र (सीआरआईएस) द्वारा विकसित किया गया है और इस पर https://raildrishti.cris.org.in के जरिए पहुँचा जा सकता है।
🚈 इस वेबसाइट की मदद से रेल मंत्री मालगाड़ी और यात्री ट्रेनों से होने वाली कमाई, मालगाड़ियों में सामान की लदाई और उसे उतारने, ट्रेनों के समय पर पहुँचने, बड़ी परियोजनाओं, शिकायतों, ट्रेनों का लाइव स्टेटस, स्टेशनों की जानकारी और अन्य तमाम चीजें देख सकेंगे।
🚈 ट्रेनों में परोसे जाने वाले खाने की गुणवत्ता से संबंधित लगातार शिकायतों के संबंध में डैशबोर्ड को भारतीय रेल खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) के बेस रसोईघरों से भी जोड़ दिया गया है, जिससे लाइव वीडियो के जरिए आईआरसीटीसी रसोईघरों में क्या चल रहा है, उसकी निगरानी की जा सकेगी।
🚈 डैशबोर्ड के लिए भारतीय रेलवे की संपूर्ण उपलब्धियों और विभिन्न राज्यों में रेलवे की उपलब्धियों को देखा जा सकता है।
🚈 यह भारतीय रेलवे नेटवर्क पर यात्रियों के अनुभव बेहतर बनाने के लिए शुरू की गई कुछ प्रमुख पहलों की प्रगति की निगरानी करता है। यह काम से पहले और काम के बाद नेटवर्क में विभिन्न क्षेत्रों की छवि को दर्शाता है।
🚈 भारतीय रेलवे के मालभाड़ा व्यवसाय के बारे में जानकारी तक पहुँच प्रदान करता है। यह ग्राहकों को अपने खेप पर नजर रखने में मदद करती है। यह विभिन्न टर्मिनलों और संबद्ध शीर्ष अधिकारियों, मांगपत्र स्थिति, वर्तमान मालभाड़ा दरों, रेक आवंटन योजना, लागू प्रतिबंधों आदि के बारे में जानकारी प्रदान करता है।
यात्रियों का लाइव स्टेटस
डैशबोर्ड ट्रेनों में यात्रा कर रहे आरक्षित एवं अनारक्षित यात्रियों का लाइव स्टेटस भी मुहैया कराएगा। इसके साथ यह सुविधा किसी भी वक्त ट्रेनों की सटीक स्थिति भी मुहैया कराएगी। इस ई-दृष्टि का लक्ष्य रेलवे को अधिक पारदर्शी बनाना है. साथ ही यात्री रेल सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए सुझाव भी दे सकेंगे।
रेल सेवाओं को और बेहतर बनाने के मांगे सुझाव
रेल मंत्री ने कहा कि ‘ई-दृष्टि’ का लक्ष्य है कि भारतीय रेलवे को और अधिक पारदर्शी बनाया जाए। उन्होंने लोगों से रेल सेवाओं को बेहतर बनाने हेतु सुझाव भी मांगे हैं। इसे कंप्यूटर, मोबाइल और लैपटॉप किसी भी चीज से और कहीं से भी एक्सेस किया जा सकता है। इसकी मदद भारतीय रेल के कई विभागों के कार्यों की स्थिति की रियल टाइम बेसिस पर जानकारी मिल सकेगी।
यात्रियों को होगा फायदा
‘ई-दृष्टि’ के तहत ट्रेन में मिलने वाले हर खाने के पैकेट पर बार कोर्ड और फोन नंबर लिखा होगा। उस बार कोड के जरिये आप लाइव देख सकते हैं कि खाना किस तरह के किचन में तैयार किया गया है और वहाँ कितनी साफ सफाई है। अगर आप उस किचन से संतुष्ट नहीं हैं तो raildrishti.org.in पर शिकायत कर सकते हैं।
इस कार्यक्रम में कहा गया कि रेल लैंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (Rail Land development Authority) और धारावी डेवलपमेंट अथॉरिटी (Dharavi development Authority)के बीच में समझौता हुआ है। समझौते के तहत रेलवे के अतिरिक्त 45 एकड़ जमीन धारावी डेवलपमेंट अथॉरिटी को दिए जाएंगे। धारावी डेवलपमेंट अथॉरिटी इस जमीन पर री-डेवलपमेंट का काम करेगी।