Ans: नहीं, क्योंकि ध्वनि का संचरण निर्वात व्योम (Space) में संभव नहीं है
Ans: उसकी गति में संवेग होता है
Ans: अभिकेन्द्र बल प्राप्त करने के लिए
Ans: कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा
Ans: नीलास्पस्टीकरण: आलू की टुकड़े को काटने पर उसकी सतह पर उपस्थित स्टार्च आयोडीन के विलयन से मिलकर नीला रंग उत्पन्न करता है |
Ans: यकृत से
Ans; हनीमैन
Ans: फंक ने
Ans: नाईट्रोजीनस बेस, फास्फेट एवं शुगर
Que: किसी स्वच्छ तालाब का पानी इतना गहरा प्रतीत नहीं होता, जितना की वास्तव में गहरा होता है, क्यों ?
Ans: विरल माध्यम से सघन माध्यम में प्रकाश की किरण के आवर्तन के कारण होता है |
Ans: चार
Ans: प्रभावी गुरुत्वाकर्षण शून्य होने पर
Ans: बर्फ का आपेक्षिक घनत्व पानी के आपेक्षिक घनत्व से कम होता है
Ans: राबर्ट एडवर्डस और पेट्रिक स्टेप्टो ने
Ans: पोटैसियम क्लोराईड
Ans: चीन में यदि शारीर के रोगग्रस्त भाग में सुई प्रविष्ट की जाती है, तो किसी पीड़ा का अनुभव नहीं होता है, एक्यूपंचर इसी प्रक्रिया पर आधारित है |
Ans: वास्तु से टकरा कर प्रकाश का परावर्तन नहीं हो पाता है
Ans: भूकम्प
Ans: ग्रीनलैंड के उत्तरी किनारे पर आर्कटिक महासागर में
Ans: अमावस्या, पूर्णिमा को
Ans: 2 सेकण्ड
Ans: Ne
Ans: बहुशर्करा
उत्तर: pH में कोई परिवर्तन नहीं होता है
Ans: सोडियम बाईकार्बोनेट का शक्तिशाली विलयन
Ans: जल-योजन व जल-अपघटन
Ans: सीमेंट जल या नमीं का अति सुग्राही है| नमीं के कारण इसमे आंतरिक प्रतिबल उत्पन्न हो जाता है, जिससे इसमे दरार पड जाती है और इसकी क्षमता कम हो जाती है | बालू मिलाने से सीमेंट में आंतरिक प्रतिबल नहीं उत्पन्न होता है, जिससे सीमेंट में दरार नहीं पड़ती |
Ans: काँच अक्रिस्टलीय ठोस के रूप में एक अतिशीतित (supercooled) द्रव है , इसीलिए काँच की कोई क्रिस्टलीय सरंचना नहीं होती और न ही इसका कोई निश्चित गलनांक होता है | इसका संघटन परिवर्तनीय है |
aR2O.bMO.6SiO2
जहाँ R = एक-संयोजक क्षार धातु; जैसे – Na, K आदि |
M = द्वि- संयोजक क्षार धातु; जैसे – Ca, Pb आदि |
a तथा b अणुओं की संख्या
Ans: कैडमियम सल्फाईड
Ans: SO3
Ans: ठोस कार्बन-डाई-आक्साईड
Ans: K2Cr2O7 + S + P
Ans: ऐसीटलीन
Ans: ऐथिलीन
Ans: बैंजीन
Ans: परमाणु क्रमांक पर
Ans: C14
Ans: न्यूट्रान मंदक के रूप में
Ans: हाईड्रोजन का नाभिकीय संलयन
Ans: जापान