Thursday 11 January 2018

प्रवासी भारत दिवस: आइये जाने क्यों मनाया जाता हैं और 9 जनवरी को ही क्यों?



आज 9 जनवरी हैं! क्या आप जानते हैं कि ये दिन आज भारत में किस रूप में मनाया जाता हैं? विदेश में रह रहें भारतीयों का भारत के विकास में योगदान को पहचान देने के लिए, 2003 के बाद से हर वर्ष 9 जनवरी ‘प्रवासी भारतीय दिवस’ के रूप में मनाया जाता हैं

इस दिन के मौके पर भारत सरकार विदेश में रह रहे उन भारतीयों को समान्नित करती हैं जिन्‍होंने अपने-अपने क्षेत्र में विशेष उपलब्‍धि हासिल कर भारत का नाम विश्व पटल पर गौरवान्‍वित किया हो देश का नाम रौशन करने वाले ऐसे लोगों को राष्‍ट्रपति के हाथों प्रवासी भारतीय सम्‍मान से नवाजा जाता है

वर्ष 2018 में प्रवासी भारतीय दिवस सम्‍मेलन सिंगापुर में आयोजित किया जा रहा है इस सम्मलेन का आयोजन विदेश मामलों की मंत्रालय कर रही हैं सिंगापुर में प्रवासी भारतीय दिवस 2018 का आयोजन भारत के ASEAN देशों के साथ 25 वर्षों के एक मजबूत संबंधों को दर्शाता हैं इस वर्ष का विषय हैं “Ancient Route, New Journey: Diaspora in the Dynamic ASEAN INDIA Partnership”.

प्रवासी भारीतय दिवस: क्यों मनाया जाता हैं 9 जनवरी को?
इसी दिन वर्ष 1915 में राष्ट्र पिता महात्‍मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से स्‍वदेश वापस लौटे थे महात्‍मा गांधी को सबसे बड़ा प्रवासी माना जाता है जिन्‍होंने न सिर्फ भारत के स्‍वतंत्रता संग्राम का नेतृत्‍व किया बल्‍कि भारतीयों के जीवन को हमेशा के लिए बदल कर रख दिया

प्रवासी भारतीय दिवस का उद्देश्‍य
  • अप्रवासी भारतीयों की भारत के प्रति सोच, भावना की अभिव्यक्ति, देशवासियों के साथ सकारात्मक बातचीत के लिए एक मंच उपलब्ध कराना
  • विश्व के सभी देशों में अप्रवासी भारतीयों का नेटवर्क बनाना
  • युवा पीढ़ी को अप्रवासियों से जोड़ना
  • विदेशों में रह रहे भारतीय श्रमजीवियों की कठिनाइयां जानना त‍था उन्हें दूर करने की कोश‍िश करना
  • भारत के प्रति अनिवासियों को आकर्षित करना
  • निवेश के अवसर को बढ़ाना

2003 से प्रवासी भारतीय दिवस कहाँ-कहाँ मनाया गया: पूर्ण लिस्ट

S.No Year Place
पहला 2003 नई दिल्ली
दूसरा 2004 नई दिल्ली
तीसरा 2005 मुंबई
चौथा 2006 हैदराबाद
पांचवा 2007 नई दिल्ली
छठां 2008 नई दिल्ली
सातवां 2009 चेन्नई
आठवां 2010 नई दिल्ली
नवां 2011 नई दिल्ली
दसवां 2012 जयपुर
ग्‍यारहवां 2013 केरल
बारहवां 2014 नई दिल्ली
तेरहवां 2015 गांधीनगर
चौदहवां 2016 नई दिल्ली
पंद्रहवां 2017 बेंगलुरु
सोलहवां 2018 सिंगापुर