Thursday, 4 January 2018

चिनाब नदी पर विश्व का सबसे ऊंचा पुल


भारत सरकार द्वारा जम्मू और कश्मीर को एक वैकल्पिक एवं विश्वसनीय परिवहन प्रणाली प्रदान के उद्देश्य से 345 किमी. लंबी. रेलवे लाइन निर्माण की योजना बनाई गई है। जम्मू-उधमपुर-कटरा-काजीगुंड-बारामूला रेलवे लाइन स्वतंत्रता के बाद से पर्वतीय रेलवे के निर्माण में सबसे बड़ी (345 किमी.) परियोजना है। इस परियोजना के जम्मू-उधमपुर खंड (53 किमी.), अनंतनाग राजवंशर खंड (66 किमी.), राजवंशर-बारामूला खंड (35 किमी.) और काजीगुंडा से अनंतनाग खंड (18 किमी.) का परिचालन प्रारंभ हो चुका है। हाल ही में इस परियोजना के चिनाब रेल पुल के प्रमुख मेहराब की शुरुआत की गई।

  • नवंबर, 2017 में भारतीय रेलवे ने जम्मू और कश्मीर के रियासी जिले में चिनाब नदी पर विश्व के सबसे ऊंचे पुल के मुख्य मेहराब (Main Arch) की शुरुआत की।
  • मुख्य मेहराब का विस्तार 465 मीटर है।
  • यह पुल चिनाब नदी के तल से 359 मीटर ऊँचा होगा।
  • यह पुल कटरा एवं बनिहाल के मध्य 111 किमी. विस्तार के महत्वपूर्ण लिंक का निर्माण करता है, जो कि कश्मीर रेल परियोजना के उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला खंड का हिस्सा है।
  • 1.315 किमी. लंबे इस पुल का निर्माण 1250 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है।
  • पुल का निर्माण कार्य एफकॉन्स (Afcons) अवंसरचना लि. द्वारा कोंकण रेलवे के माध्यम से किया जा रहा है।
  • मई, 2019 तक पुल का निर्माण कार्य पूरा होगा।
  • यह पुल 260 किमी. प्रति घंटे की गति वाली वायु का सामना कर सकता है।
  • पुल का जीवन काल 120 वर्ष होगा।
  • पुल का निर्माण कार्य वर्ष 2004 में प्रारंभ हुआ था।
  • यह पुल 8 रिक्टर स्केल के भूकंप को सहन करने में सक्षम है।
  • पूर्ण होने के पश्चात चिनाब रेल पुल विश्व का सबसे ऊंचा रेल पुल होगा।
  • यह पुल बक्कल (कटरा) और कौरी (श्रीनगर) को जोड़ेगा।
  • चिनाब नदी की दूसरी तरफ भारतीय रेलवे द्वारा विभिन्न लंबाई की तीन सुरंगों टी-2 (5.9 किमी.), टी-3 (9.369 किमी.) और टी-14 (13 किमी.) का निर्माण किया जा रहा है।
  • वर्तमान में चीन में बेईपस नदी पर निर्मित शुइबाई (Shuibai) रेलवे पुल विश्व का सबसे ऊंचा रेल पुल है।