क्या आपको पता है कि चीन की सीमाएं भले ही सिर्फ 14 देशों के साथ मिलती हैं, लेकिन इसका सीमा विवाद 23 देशों के साथ है? दरअसल, आधुनिक चीन अपनी सीमा से पड़े उन देशों के साथ भी सींग लड़ाए हुए है, जहाँ सदियों पहले उसकी तूती बोलती रही थी। चीन से करीब हजार किलोमीटर दूर इन्डोनेशिया, मलेशिया, ब्रुनेई आदि देशों के साथ भी उसका अनवरत विवाद चल रहा है। चीन 21वीं सदी के देश की तरह नहीं, बल्कि मध्ययुग के देश की तरह वर्ताव कर रहा है। हम यहाँ उन देशों का जिक्र करने जा रहे हैं, जिनके साथ चीन का सीमा विवाद है।
1. अफगानिस्तान
चीन का अफगानिस्तान के साथ सीमा विवाद बहुत पुराना है। वर्ष 1963 में समझौते के बावदू चीन अफगानिस्तान के बड़े भूभाग पर अपना आधिपत्य जताता रहा है।
2. ब्रुनेइ
दक्षिण चीन सागर में कुछ तटीय द्वीपों पर ब्रुनेइ का कब्जा रहा है। हालांकि, चीन को लगता है यह उसका इलाका है।
3. कंबोडिया
मिंग राजवंश (1368-1644) कंबोडिया तक फैला हुआ था। इस आधार पर चीन गाहे-बगाहे कंबोडिया पर अपना अधिकार जताने से बाज नहीं आता।
4. भारत
चीन के साथ भारत का सीमा विवाद पुराना है। दोनों देश एक बार युद्ध भी लड़ चुके हैं, लेकिन इस विवाद का समापन नहीं हुआ है। जम्मू-कश्मीर से लेकर सिक्किम तक के इलाकों पर चीन अपनी धौंस दिखाता रहा है।
5. इंडोनेशिया
दक्षिण चीन सागर के कुछ इलाकों पर इंडोनेशिया का अधिकार है। हालांकि, चीन का कहना है कि यह पूरा इलाका उसका है।
6. जापान
पूर्वी चीन सागर में स्थित सेनकाकु द्वीप पर जापान का आधिपत्य रहा है। हालांकि, इतिहास को साक्ष्य मानते हुए चीन का कहना है कि इस द्वीप पर उसका ऐतिहासिक अधिकार है। चीन कहता है कि वर्ष 1874 तक सेनकाकु द्वीप उसका बंदरगाह शहर रहा है।
7. भूटान
भूटान के एक बड़े भूभाग पर चीन की दावेदारी रही है। दोनों देशों के बीच इस मुद्दे पर कई दौर की बातचीत हो चुकी है, इसके बावजूद मसला सुलझने की बजाए उलझ गया है।
8. कजाखस्तान
चीन का अपने सीमावर्ती कजाखस्तान के साथ भी सीमा विवाद है। हालांकि, हाल ही में दोनों देशों के बीच समझौते हुए हैं वे चीन के पक्ष में गए हैं।
9. किर्जिगिस्तान
चीन का दावा है कि किर्जिगिस्तान के बड़े हिस्से पर उसका अधिकार है, क्योंकि 19वीं सदी में उसने इस भूभाग को उसने युद्ध में जीता था।
10. बर्मा
बर्मा के साथ चीन की सीमा लगती है। चीन के युआन राजवंश (1271-1368) के समय बर्मा चीन का अंग हुआ करता था। इतिहास को आधार मानते हुए चीन ने बर्मा के एक बड़े भूभाग पर अपनी दावेदारी कर रखी है।
11. लाओस
चीन के मुताबिक युआन राजवंश के शासनकाल में लाओस पर उसका अधिकार रहा है। यही वजह है कि चीन अब भी लाओस को अपना हिस्सा मानता है।
12. मलेशिया
दक्षिण चीन सागर में जिन तटीय द्वीपों पर मलेशिया का अधिकार होना चाहिए, चीन उन्हें अपना मानता है।
13. नेपाल
आपको शायद लग रहा होगा कि नेपाल के साथ चीन के अच्छे संबंध हैं तो सब ठीकठाक ही होगा। ऐसा नहीं है, नेपाल के बड़े हिस्से पर चीन की दावेदारी रही है। यह दावेदारी वर्ष 1788-1792 चीन-नेपाल युद्ध के समय से चली आ रही है। चीन के मुताबिक, नेपाल तिब्बत का हिस्सा है। इस हिसाब से यह चीन का हिस्सा हुआ।
14. मंगोलिया
चीन का मानना है कि युआन राजवंश के शासनकाल में मंगोलिया भी उसका हिस्सा रहा है। हालांकि, सच्चाई यह है कि मंगोलिया के चंगेज खान ने चीन पर अपना आधिपत्य जमा लिया था।
15. पाकिस्तान
चीन का अपने घनिष्ठ मित्र देश पाकिस्तान के साथ भी सीमा विवाद है। हालांकि, पाकिस्तान हाल के दिनों में चीन के कदमों में बिछ चुका है और आने वाले दिनों में यहां पूरी तरह से चीन का कब्जा होने की आशंका जताई जा रही है।
16. उत्तर कोरिया
उत्तर कोरिया के जिन्दाओ इलाके पर अपनी दावेदारी पेश करता रहा है। यहां भी वह ऐतिहासिक तथ्यों की बात करता है।
17. फिलिपींस
फिलिपींस के कई तटवर्ती इलाकों पर चीन अपनी दावेदारी जता चुका है।
18. सिंगापुर
सिंगापुर के साथ चीन का विवाद दक्षिण चीन सागर को लेकर ही है। चीन यहां मछली मारने को लेकर कई बार सिंगापुर से अपनी आपत्ति दर्ज करा चुका है।
19. रूस
रूस के साथ लगती हुई 1,60,000 वर्ग किलोमीटर की सीमा पर चीन अपनी दावेदारी जता चुका है। दोनों देशों के बीच कई समझौते हो चुके हैं, लेकिन अब तक कोई नतीजा नहीं निकल सका है।
20. दक्षिण कोरिया
दक्षिण कोरिया पूर्वी चीन सागर में कई इलाकों पर लंबे समय से अपना कब्जा जमाए हुए है। हालांकि, चीन का कहना है कि पूरे दक्षिण कोरिया पर उसका हक है। यहाँ उसने ऐतिहासिक तथ्यों का हवाला दिया है, जिसमें कहा गया है कि दक्षिण कोरिया पर चीन के युआन राजवंशन का शासन रहा था।
21. ताइवान
चीन खुले तौर पर कहता रहा है कि ताइवान चीनी गणराज्य का हिस्सा है। हालांकि, ताइवान इस बात का पुरजोर विरोध करता रहा है।
22. विएतनाम
चीन के मुताबिक विएतनाम परक भी उसका हक है, क्योंकि एक समय चीन के मिंग राजवंश (1368-1644) का यहाँ शासन रहा था।
23. तजाकिस्तान
चीन के मुताबिक तजाकिस्तान पर चीन के किंग राजवंश (1644-1912) का शासन रहा है। इस लिहाज से तजाकिस्तान पर उसका हक है।
इतना ही नहीं, चीन अमेरिका पर भी अधिकार जताता रहा है। जी हाँ, चीन ने हाल ही में बयान जारी करते हुए कहा था कि अमेरिका के आधिकारिक खोज से पहले ही चीनी नाविक अमेरिका के हवाई द्वीप पर पहुँच चुके थे और अपना घर-बार बसा चुके थे।