प्रथम विश्व युद्ध के कारण
प्रथम विश्व क्यों कब हुआ उसका तात्कालिक कारण क्या था:- 28 जून 1914
को आस्ट्रिया के राजकुमार आर्क ड्यूक फर्डिनेंड तथा उसकी पत्नी की सेराजेवो
में हत्या कर दी गयी। आस्ट्रिया सरकार ने इस हत्याकाण्ड के लिए सर्बिया की
सरकार को दोषी ठहराया और उसके विरूद्ध कठोर कार्यवाही करने का निश्चय
किया जर्मनी ने भी सर्बिया के विरुद्ध आस्ट्रिया को पूर्ण सैनिक समर्थन
देने का आश्वासन दिया। इससे ऑस्ट्रिया के हौसले बढ़ गए।
23 जुलाई
1914 को ऑस्ट्रिया की सरकार ने सर्बिया को एक अल्टीमेटम भेजा और 48 घंटो के
अंदर उसकी शर्तों को पूरा करने के लिए कहा गया। ऑस्ट्रिया की प्रमुख मांगे
थी -
1. सर्बिया द्वारा ऑस्ट्रिया के विरुद्ध किये जा रहे प्रचार को रोका जाए।
2. आस्ट्रिया के राजकुमार आर्क फेर्डिनेंड के हत्यारों को अविलम्ब
गिरफ्तार किया जाए तथा तथा उनके विरुद्ध न्यायिक कार्यवाही की जाए जिसमे
ऑस्ट्रिया के प्रतिनिधि भी समिलित हो।
25 जुलाई 1814 को सर्बिया की
सरकार ने ऑस्ट्रिया के अल्टीमेटम का उत्तर भेज दिया। सर्बिया ने ऑस्ट्रिया
की अधिकांश शर्तों को स्वीकार कर लिया। परन्तु उसने इस मांग को अस्वीकार
कर दिया की ऑस्ट्रिया के अधिकारों को सर्बिया में इस हत्याकांड की जांच -
पड़ताल में भाग लेने की अनुमति दी जाए। परन्तु ऑस्ट्रिया, सर्बिया को को
दण्डित करने के लिए कटिबद्ध था।
ऑस्ट्रिया के राजकुमार की हत्या से
उसके राष्ट्रीय गौरव का ललकारा गया था और उसने अपने गौरव की रक्षा के लिए
सर्बिया की शक्ति को कुचलने का निस्चय कर दिया। दुसरी और रूस ने ऑस्ट्रिया
को चेतावनी देते हुए कहा की यदि उसने सर्बिया पर आक्रमण किया तो रूस
ऑस्ट्रिया के विरुद्ध सैनिक कार्यवाही करेगा। इंग्लॅण्ड ने युद्ध रोकने का
प्रयास किया परन्तु उसे सफलता नहीं मिली।
ऑस्ट्रिया ने सर्बिया के
उत्तर को असन्तोषजनक मानते हुए 28 जुलाई 1914 को उसके विरुद्ध युद्ध की
घोषणा कर दी। रूस ने सर्बिया का पक्ष लेते हुए अपनी सेना को लामबंदी की
घोषणा कर दी। जर्मनी ने ऑस्ट्रिया का पक्ष लेते हुए 1 अगस्त 1914 को रूस के
विरुद्ध युद्ध की घोषणा कर दी। 3 अगस्त को जर्मनी ने फ़्रांस के विरुद्ध
और 4 अगस्त 1914 को इंग्लॅण्ड ने जर्मनी के विरुद्ध युद्ध की घोषणा कर दी।
इस तरह प्रथम विश्व युद्ध की शुरुआत हुई।
प्रथम विश्व युद्ध किस के
बीच में हुआ - प्रथम विश्व युद्ध में विश्व दो गुटों में विभाजित हो गया
था। मित्र राष्ट्र व धुरी राष्ट्र
मित्र राष्ट्र - इस गुट में इंग्लॅण्ड, फ़्रांस,रूस,सर्बिया,अमेरिका आदि देश थे
धुरी राष्ट्र - इस गुट में जर्मनी, ऑस्ट्रिया - हंगरी तुर्की और बल्गारिया थे।
अतः प्रथम विश्व युद्ध मित्र राष्ट्रों और धुरी राष्ट्रों के मध्य हुआ।
प्रथम विश्व युद्ध के अन्य कारण -
1.उग्र राष्ट्रीयता की भावना - यूरोप के अनेक राष्ट्रों में उग्र
राष्ट्रीयता की भावना विकसित हो चुकी थी। उग्र राष्ट्रीयता की भावना के
कारण फ़्रांस जर्मनी ने अल्सास और लॉरेन के प्रदेश प्राप्त करना चाहते थे।
2.साम्राज्यवाद एंव आर्थिक प्रतिद्वंदिता- 1870 के बाद यूरोपीय देशो में
अफ्रीका और एशिया के विभिन्न भागों में उपनिवेश स्थापित करने की होड़ लग
गई इसके कारण यूरोपीय राज्यों में आपसी तनाव में वृद्धि हुई। औपनिवेशिक
विस्तार की प्रतिद्वंदिता के कारण इटली तथा फ़्रांस के बीच और ब्रिटेन तथा फ्रांस के बीच कटुता उत्तपन हुई।
3. सैन्यवाद एंव शास्रीकरण - 19
वीं शताब्दी के अंतिम चरणों में यूरोप में उग्र सैनिकवाद की भावना का उदय
हुआ। शीघ्र ही यूरोपीय राज्यों में अपनी सैन्य शक्ति में वृद्धि के लिए
होड़ लग गई।
4. गुप्त सैनिक संधिया - युद्ध का सबसे महत्वपूर्ण
अंतर्निहित कारण गुप्त संधियों की प्रणाली थी जिसका विकास फ़्रांस और प्रशा
के युद्ध के बाद हुआ। इन गुप्त संधियों ने यूरोप के वातावरण को तनावपूर्ण
बना दिया था।
5. समाचार - पत्रों का प्रभाव - समाचार पत्र भी
यूरोप के वातावरण को उतेजना पूर्ण बनाने में योगदान दे रहे थे। जर्मनी और
इंग्लैंड के संबधो को बिगाड़ने में दोनों देशो के समाचार पत्र भी उत्तरदायी
थे। समाचार पत्रों ने यूरोप के वातावरण को विषाक्त और उतेजनापूर्ण बना
दिया।
6. विलियम द्वितीय (जर्मनी) की महत्वाकांक्षा - जर्मनी का सम्राट विलियम द्वितीय एक महत्वकांक्षी व्यक्ति था।