संयुक्त राष्ट्र (यूएन) की 'विश्व प्रसन्नता रिपोर्ट 2019' के मुताबिक, भारत खुशहाल देशों की सूची में पिछले साल के मुकाबले 7 स्थान नीचे गिरकर 140वें पायदान पर पहुंच गया है।
इस सूची में 156 देशों को शामिल किया गया है जिसमें फिनलैंड लगातार दूसरी बार शीर्ष पर है। प्रसन्नता रिपोर्ट सामान्यतः प्रति व्यक्ति आय, जीडीपी, स्वास्थ्य, सामाजिक सहयोग, आपसी विश्वास, जीवन संबंधी निर्णय लेने की स्वतंत्रता और उदारता जैसे संकेतकों पर तैयार की जाती है। हर साल स्थितियां विश्व स्तर पर बदल जाती हैं।
मुख्य तथ्य
➦ इस रिपोर्ट में लगातार दूसरी बार फ़िनलैंड को शीर्ष स्थान प्राप्त हुआ है।
➦ फिनलैंड के बाद डेनमार्क, नॉर्वे, आइसलैंड तथा नीदरलैंड को स्थान प्राप्त हुआ है।
➦ इस रिपोर्ट में यूनाइटेड किंगडम को 15वां स्थान (पिछली बार 18 वां स्थान), जर्मनी को 17वां (पिछली बार 17वां स्थान) और अमेरिका को 19वां स्थान (पिछली बार 18वां स्थान) प्राप्त हुआ है।
➦ इस रिपोर्ट में जापान 58वें स्थान (पिछले वर्ष 54वां स्थान), रूस 68वें स्थान (पिछले वर्ष 59वां स्थान) और चीन को 93वां स्थान (पिछले वर्ष 86वां स्थान) प्राप्त हुआ है।
भारत की रैंकिंग
➦ भारत की रैंकिंग में भी इस बार गिरावट हुई है, पिछले वर्ष भारत को 133वां स्थान प्राप्त हुआ था, इस वर्ष भारत को 140वां स्थान प्राप्त हुआ है।
➦ इस रिपोर्ट में कहा गया है कि विश्व भर में उदासी, चिंता तथा गुस्से जैसी नकारात्मक भावनाओं में वृद्धि हुई है। पिछले कुछ वर्षों के मुकाबले विश्व की औसत प्रसन्नता दर में भारी कमी आई है।
पृष्ठभूमि
भूटान से ही प्रसन्नता को मापने की अवधारणा शुरू हुई थी। भूटान के प्रस्ताव पर सतत विकास समाधान नेटवर्क ने संयुक्त राष्ट्र संघ हेतु साल 2012 में पहली विश्व प्रसन्नता रिपोर्ट जारी की थी और 20 मार्च को विश्व प्रसन्नता दिवस घोषित किया था। पहली रिपोर्ट में भारत का स्थान 111वां था और डेनमार्क पहले स्थान पर था।