राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 14 मार्च 2019 को राष्ट्रपति भवन में विजेताओं को वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया। राष्ट्रपति ने आर्मी चीफ विपिन रावत को राष्ट्रपति परम विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया। सिपाही ब्रह्म पाल सिंह और सीआरपीएफ जवान राजेंद्र नैन और रवींद्र बब्बन धनवड़े को मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया।
बेहद बहादुरी का परिचय देते हुए आतंकियों को मार गिराने वाले मेजर पवन गौतम को भी वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया। नायक सूबेदार विजय कुमार को भी वीरता पुरस्कार से नवाजा गया। कैप्टन पी राजकुमार को ड्यूटी के दौरान अदम्य साहस के परिचय के लिए वीरता पुरस्कार से नवाजा गया।
विजेताओं की सूची: एक नजर में
कीर्ति चक्र:
कीर्ति चक्र भारत का शांति के समय वीरता का पदक है। यह सम्मान सैनिकों और असैनिकों को असाधारण वीरता या प्रकट शूरता या बलिदान के लिए दिया जाता है। यह मरणोपरान्त भी दिया जा सकता है। वरियता मे यह महावीर चक्र के बाद आता है।
ब्रह्मा पाल सिंह (मरणोपरांत)
राजेन्द्र कुमार नैन, कांस्टेबल (मरणोपरांत)
परम विशिष्ट सेवा पदक:
परम विशिष्ट सेवा पदक, भारत का एक सैन्य पुरस्कार है. इसका गठन वर्ष 1960 में किया गया था और तब से आज तक, यह शांति के लिए और सेवा क्षेत्र में सबसे असाधारण कार्य (मरणोपरांत भी ) सम्मानित किया जाता है। भारतीय सशस्त्र बलों सहित सभी रैंकों के लिए, प्रादेशिक सेना, सहायक और रिजर्व बलों, नर्सिंग अधिकारियों और अन्य सदस्यों के नर्सिंग सेवाओं और अन्य विधिवत गठित सशस्त्र बल इस पदक के पात्र है।
जनरल बिपिन रावत
लेफ्टिनेंट जनरल सुरिंदर सिंह
लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन पुरी
लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद
लेफ्टिनेंट जनरल इकरूप सिंह घुमान
एयर मार्शल हरपाल सिंह
लेफ्टिनेंट जनरल शोकिन चौहान
लेफ्टिनेंट जनरल जसविंदर सिंह संधू
मेजर जनरल विजय चौगुले
वाईस एडमिरल अजीत कुमार
एयर मार्शल बालाकृष्णन सुरेश
एयर मार्शल रघुनाथ नाम्बियार
लेफ्टिनेंट जनरल अश्वनी कुमार
लेफ्टिनेंट जनरल पंकज कुमार श्रीवास्तव
लेफ्टिनेंट जनरल सुदर्शन श्रीकांत
उत्तम युद्ध सेवा पदक:
उत्तम युद्ध सेवा पदक युद्धकालीन उल्लेखनीय सेवा के लिए भारत सरकार द्वारा प्रदत्त सैन्य सम्मान में से एक है। इसे परिचालन संबंधी उच्च स्तर की विशिष्ट सेवाओं के लिए दिया जाता है। यह युद्धकालीन सम्मान, अति विशिष्ट सेवा पदक के समकक्ष है, जो एक शांतिकालीन विशिष्ट सेवा सम्मान है. उत्तम युद्ध सेवा पदक मरणोपरांत भी प्रदान किया जा सकता है।
लेफ्टिनेंट जनरल सरनजीत सिंह
अति विशिष्ट सेवा पदक:
अति विशिष्ट सेवा पदक (एवीएसएम) सशस्त्र बलों के सभी रैंकों के लिए भारत सरकार का एक सैन्य पुरस्कार है यह पुरस्कार मरणोपरांत भी प्रदान किया जाता है। एक से अधिक बार यह पुरस्कार प्राप्त करने पर,पदक के साथ एक पट्टिका जोड़ दी जाती है।
लेफ्टिनेंट जनरल शशांक
लेफ्टिनेंट जनरल अनंत प्रसाद सिंह
लेफ्टिनेंट जनरल येंदुरु वेंकट कृष्ण मोहन
लेफ्टिनेंट जनरल जगदीश कुमार शर्मा
लेफ्टिनेंट जनरल उमेश कुमार शर्मा
लेफ्टिनेंट जनरल परमजीत सिंह
लेफ्टिनेंट जनरल योगेन्द्र डिमरी
लेफ्टिनेंट जनरल सुरेन्द्र कुमार पराशर
वाईस एडमिरल सुनील आनंद
एयर मार्शल अमित तिवारी
एयर मार्शल अमित देव
मेजर जनरल अलोक राज
मेजर जनरल तेजपाल सिंह रावत
मेजर जनरल चंनिरबंसीपोनप्पा
मेजर जनरल गजिंद्र सिंह
लेफ्टिनेंट जनरल गिरी राज सिंह
रियर एडमिरल मकरंद अरविन्द हम्पीहोली
रियर एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी
एयर वाईस एडमिरल पिजुश मुखर्जी
मेजर जनरल परमजीत सिंह संधू
एयर वाईस मार्शल सौमित्र कुमार डे
ब्रिगेडियर संजीत लगेह
एयर कमोडोर धनंजय वसंत खोट
एयर कमोडोर जॉर्ज थॉमस
शौर्य चक्र:
शौर्य चक्र भारत का शांति के समय वीरता का पदक है। यह सम्मान सैनिकों और असैनिकों को असाधारण वीरता या प्रकट शूरता या बलिदान के लिए दिया जाता है। यह मरणोपरान्त भी दिया जा सकता है। वरियता में यह कीर्ति चक्र के बाद आता है।
ए. एस. कृष्णा
के. दिनेश राजा
नायब सूबेदार विजय कुमार यादव
मेजर पवन गौतम
सैपर मेष
प्रफुल्ल कुमार
कैप्टन जयेश वर्मा
कैप्टन कनिंदर पॉल सिंह
गनर रणजीत सिंह
मंजोर आदित्य कुमार
कैप्टन पी. राजकुमार
कैप्टन अभिनव कुमार चौधरी
लांस नायक अयूब अली
मेजर अमित कुमार डिमरी