प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 04 मार्च 2019 को स्वदेश निर्मित नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी) का शुभारंभ किया। लोगों को देशभर में मेट्रो सेवाओं और टोल टैक्स समेत कई तरह के परिवहन शुल्क का भुगतान करने में सक्षम बनाने के लिए यह सेवा आरंभ की गई है।
अलग-अलग परिवहन सेवाओं में इस्तेमाल किए जाने वाले ‘एक राष्ट्र एक कार्ड’ से धारक अपनी बस का किराया, टोल टैक्स, पार्किंग शुल्क, रिटेल खरीददारी कर सकेंगे और यहां तक कि पैसा भी निकाल सकेंगे।
वन नेशन, वन कार्ड की विशेषताएं
💳 इस कार्ड का इस्तेमाल मेट्रो, बस, उप नगरीय रेलवे, टोल, पार्किंग, स्मार्ट सिटी और खुदरा दुकानों में भी किया जा सकेगा।
💳 पीओएस मशीन पर स्वाइप करने के साथ ही मेट्रो स्टेशनों पर मौजूद एएफसी गेट पर इस्तेमाल किया जा सकता है।
💳 इस नई पहल को ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन गेट ' स्वागत' ने डेवलप किया है जहाँ एक ओपन लूप ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन सिस्टम ' स्वीकार' का इस्तेमाल किया गया है।
💳 यूजर्स इस दौरान इस कार्ड की मदद से एटीएम पर 5 प्रतिशत और दूसरे आउटलेट्स पर 10 प्रतिशत तक का कैशबैक पा सकते हैं।
💳 वन नेशन वन कार्ड बिलकुल रुपे, डेबिट या क्रेडिट कार्ड की तरह ही है जिसे आपका बैंक ही जारी करता है।
💳 रुपे वन नेशन कार्ड रेगुलर डेबिट और क्रेडिट कार्ड की तरह कांटैक्टलेस कार्ड होता है जो ठीक मेट्रो रेल स्मार्ट कार्ड की तरह ही है।
💳 रुपे कांटैक्टलेस कार्ड नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड सपोर्ट के तहत आएगा। ये कार्ड 25 से ज्यादा बैंकों में उपलब्ध होगा जिसमें एसबीआई और पीएनबी सहित कई बड़े बैंक शामिल हैं।
💳 वन नेशन वन कार्ड को पेटीएम पेमेंट्स बैंक से भी जारी किया जाएगा।
💳 सिंगापुर, लंदन, पेरिस, सिडनी, पर्थ, मेलबर्न जैसे शहरों में इस तरह के कार्ड का इस्तेमाल हो रहा है।
लाभ
यह कार्ड रुपे भुगतान प्रणाली से संचालित है और इससे यात्रा में भुगतान संबंधी सभी दिक्कतें खत्म हो जायेंगी। मेट्रो, बस या ट्रेन या टोल और पार्किंग शुल्क देने के लिए नकद में भुगतान करने के लिए कैश की आवश्यकता नहीं होगी एक ही कार्ड से सभी भुगतान किये जा सकते हैं। इन सभी सेवाओं के लिए कार्ड के रूप में एक स्वचालित किराया संग्रह प्रणाली लायी गई है। आवास व शहरी विकास मंत्रालय, सीडैक व भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड के सहयोग से ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन सिस्टम बनाया गया है जिसके चलते इसका उपयोग सुरक्षित सुनिश्चित किया गया है।