राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 15 मार्च 2019 को राष्ट्रपति भवन के बाहर पहली बार आयोजित नवाचार संबंधी पुरस्कार समारोह नेशनल ग्रासरूट्स इनोवेशन अवार्डस में गुजरात में शिरकत की। उन्होंने 10वें द्विवार्षिक नेशनल ग्रासरूट इनोवेशन पुरस्कार भी प्रदान किये।
राष्ट्रपति ने इस अवसर पर नवाचार और उद्यमशीलता प्रदर्शनी ‘फाइन’ का भी उद्घाटन किया। पुरस्कार जीतने वालों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने राष्ट्रीय नव-प्रवर्तन प्रतिष्ठान की सराहना की और कहा कि ग्राम स्तर पर नवाचार में लगे तीन लोग इस वर्ष के पदम पुरस्कारों के लिए चुने गए हैं।
द्विवार्षिक नवाचार पुरस्कार समारोह-2019
गुजरात की राजधानी गांधीनगर के निकट ग्रामभारती फाउंडेशन में आयोजित इस द्विवार्षिक समारोह के 10वें संस्करण का आयोजन पहली बार राष्ट्र्पति भवन से बाहर किया गया। इसे गुजरात में आयोजित करने का फैसला दो कारणों से किया गया है। पहला कि यह राज्य नवाचार और उद्यम की धरती है और दूसरा कि यह साल महात्मा गांधी की 150 वीं जन्म जयंती का है जो संभवत: सर्वकालिक महान गुजराती व्यक्तित्व थे और नवाचार के पक्षधर भी थे।
द्विवार्षिक नवाचार पुरस्कार-2019
⇰ उत्तर प्रदेश के प्रकाश सिंह रघुवंशी को पौधों के नस्ल में सुधार के लिए लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार दिया गया।
⇰ हरियाणा के श्यामवीर सिंह और उत्तर प्रदेश के वेद प्रकाश को कृषि तकनीक के क्षेत्र में पुरस्कार दिया गया।
⇰ महाराष्ट्र के संदीप विश्राम को प्याज की प्रजाति में सुधार हेतु सम्मानित किया गया।
⇰ इसी प्रकार अरूणाचल प्रदेश के अनंग टडार को अंधेपन के शिकार लोगों के लिए स्मार्ट चश्मा बनाने के लिए पुरस्कृत किया गया।
⇰ पंजाब के गुरतेज सिंह और राजस्थान के गुरमीत सिंह को कृषि क्षेत्र तथा दक्षिण भारत के एस सर्वानुमुत्तु को शौचालय युक्त रिमोट चालित बेड बनाने के लिए सम्मानित किया गया।
⇰ बिहार के संजीव कुमार को फूल गोभी और पत्ता गोभी की बेहतर प्रजाति तैया करने और बिहार के ही विली यादव को पशुओं की एनेस्ट्रस बीमारी के लिए जड़ीबूटी वाली दवा तैयार करने के लिए पुरस्कार दिये गये।