वर्ष 2014 में सरकार द्वारा जारी पहला ‘एक्सचेंज ट्रेडेड फंड’ (ETF) जिसमें ऊर्जा स्टॉक वाले सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (CPSEs) के 10 शेयर शामिल किए गए थे की सफलता से उत्साहित होकर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अपने बजट भाषण, 2017-18 में यह वादा किया था कि शेयरों (Shares) का और ज्यादा विनिवेश (Disinvestment) करते हुए ‘एक्सचेंज ट्रेडेड फंड’ का उपयोग एक वित्तीय साधन के रूप में किया जाएगा। अपने उसी वादे के अनुरूप वित्त मंत्री ने 4 अगस्त, 2017 को ‘भारत 22’ नाम से एक नए ‘एक्सचेंज ट्रेडेड फंड’ की घोषणा की। ‘भारत 22’ से संबंधित तथ्य निम्न हैं-
- ‘भारत 22’ भारत का दूसरा एक्सचेंज ट्रेडेड फंड’ (ETF) है।
- इससे पहले वर्ष 2014 में ऊर्जा स्टॉक वाले सार्वजनिक क्षेत्र के सीपीएसई (CPSEs) एक्सचेंज ट्रेडेड फंड को शुरू किया गया था।
- ‘भारत 22’ में केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रमों (CPSEs), सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (PSBs) और रणनीतिक अंशधारिता के साथ भारतीय यूनिट ट्रस्ट के निर्दिष्ट उपक्रमों (SUUTI) के 22 स्टॉक शामिल हैं।
- ‘भारत 22’ के पोर्टफोलियो में छः क्षेत्रों (आधारभूत सामग्री ऊर्जा, वित्त, एफएमसीजी, औद्योगिक इकाइयों तथा उपभोक्ता सेवा) के उपक्रम शामिल हैं।
- ‘भारत 22’ सूचकांक को वार्षिक तौर पर पुनर्व्यवस्थित किया जाएगा।
- ‘आईसीआईसीआई, प्रूडेंशियल एएमसी’, ‘भारत 22’ का ईटीएफ मैनेजर तथा ‘एशिया इंडेक्स प्राइवेट लिमिटेड’ (JVBSE and S & P Global) सूचकांक प्रदाता होंगे।
- भारत 22 सूचकांक में आधारभूत सामग्री क्षेत्र से नेशनल एल्युमीनियम कंपनी लिमिटेड शामिल है जिसका भार (Weight) 4.4 प्रतिशत है।
- ऊर्जा क्षेत्र जिसका भार 17.5 प्रतिशत है, में 4 कंपनियां ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन लिमिटेड, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड, भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड तथा कोल इंडिया लिमिटेड शामिल है।
- वित्त क्षेत्र जिसका भार 20.3 प्रतिशत है, में 6 कंपनियां- भारतीय स्टेट बैंक, एक्सिस बैंक लिमिटेड, बैंक ऑफ बड़ौदा, इंडियन बैंक (बैंकिंग क्षेत्र), रूरल इलेक्ट्रिफिकेशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड एवं पॉवर फाइनेंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड शामिल हैं।
- एफएमसीजी क्षेत्र से केवल आईटीसी शामिल है जिसका भार 15.2 प्रतिशत है।
- उद्योग क्षेत्र जिसका भार 22.6 प्रतिशत है, में लार्सन एंड टूब्रो, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड तथा एनबीसीसी (इंडिया) लिमिटेड शामिल हैं।
- उपयोगिता या सेवा क्षेत्र जिसका भार 20.0 प्रतिशत है, में पॉवर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड, एनटीपीसी लिमिटेड, गेल इंडिया लिमिटेड, एनएचपीसी लिमिटेड, एनएलसी इंडिया लिमिटेड तथा एसजीवीएन लिमिटेड शामिल हैं।
- ‘भारत 22’ में शामिल 6 क्षेत्रों में से सर्वाधिक भार उद्योग क्षेत्र को 22.6 प्रतिशत दिया गया, जबकि व्यक्तिगत तौर पर शामिल सभी 22 कंपनियों में से सर्वाधिक भार लार्सन एंड टूब्रो (17.1%) को दिया गया है।
- वर्ष 2017-18 में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (CPSE) के विनिवेश के लिए 72500 करोड़ रुपये का लक्ष्य तय किया गया था।
- चालू वित्त वर्ष के दौरान अब तक 9 विनिवेश सौदों के जरिए लगभग 9300 करोड़ रुपये जुटाए गए हैं।