Tuesday, 24 October 2017

अगर बार-बार प्रतियोगी परीक्षा में असफल हो रहें हैं तो ये पोस्ट जरुर पढ़ें


आज हम बात करेंगे असफलता पर इस दुनिया में जो बड़े-बड़े महापुरुष आए हैं एवं जिसने भी इस संसार में सफलता प्राप्त की है वह असफलता से सीखकर ही प्राप्त की है जिसमें एक सकारात्मक सोच छुपी हुई है सकारात्मक सोच क्या होती है हम आपको बताते हैं यहाँ केवल यह मान लेना ही काफी नहीं होता है कि जो भी होगा सब अच्छा होगा जो हो रहा है वो सब अच्छा हो रहा है एवं जो आगे होगा वह भी अच्छा होगा अगर आप ऐसा सोचते हैं तो आपको आलसी बनने से कोई नहीं रोक सकता जो कि एक बहुत बड़ी बीमारी है सकारात्मक सोच का सीधा सा अर्थ है कि जो भी हमें असफलता प्राप्त हुई है उस असफलता में अपनी छुपी हुई सफलता को देखना दोस्तों जीतने के लिए हारना जरूरी है और आपने देखा है की जीते हुए इंसान के गले में हार ही होता है और आपने बाजीगर फिल्म का फेमस डायलॉग तो सुना ही होगा हार कर जीतने वाले को बाजीगर कहते हैं अगर आप प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं और आपको असफलता बार-बार मिल रही है तो यहाँ अपनी मनोदशा को कमजोर ना करें बल्कि अपनी कमी को पहचाने अपनी छुपी हुई गलती को ढूंढे की आखिर मुझसे ऐसी क्या गलती हो रही है जिससे मुझे यह असफलता प्राप्त हो रही है फिर देखना दोस्तों आपको आपके भीतर छुपा हुआ अंतरात्मा आपको आपकी कमी बताएगी अपनी कमजोरी से अवगत कराएगी जब हम किसी सफल व्यक्ति को देखते हैं तो केवल उसकी सफलता को देखते हैं। इस सफलता को पाने की कोशिश में वह कितनी बार असफल हुआ है, यह कोई जानना नहीं चाहता। जबकि असफलता का सामना करे बिना शायद ही कोई सफल होता है।

हम इसे एक सच्ची कहानी के माध्यम से समझते हैं:- 
अमेरिका के रोनाल्ड रीगन फिल्मों में अभिनेता थे। पहली बार गवर्नर का चुनाव लड़े तो लोगों ने हंसी उड़ाई, लेकिन वे जीत गए। दो बार गवर्नर रहने के बाद जब उन्होंने राष्ट्रपति का चुनाव लड़ने का फैसला किया तो पार्टी ने उन्हें प्रत्याशी नहीं बनाया। चार साल बाद फिर उन्होंने कोशिश की, फिर भी कामयाबी नहीं मिली। चार साल बाद उन्होंने फिर कोशिश की और सफल हुए और भारी बहुमत से अमेरिका के राष्ट्रपति बने। हमारे यहाँ भी इस तरह के कई उदाहरण हैं जो कई असफलताओं के बाद सफल हुए। भारतीय फिल्मों के महानायक अमिताभ बच्चन ने अपने करियर की शुरुआत में लगातार नौ असफल फिल्में दीं, फिर वे सफल हुए।
ऐसे कई उदाहरण हैं। असफलता, सफलता के साथ-साथ चलती है। ऐसा ही एक उदाहरण अब्राहन लिंकन का भी है उन्होंने अपने पुरे जीवनकाल में 5 साल से ज्यादा पढाई नही की और जब वे बड़े हुए, तो वे राजनीती में शामिल हुए और संयुक्त राष्ट्र अमेरिका के 16 वे राष्ट्रपति बनने से पूर्व 12 बार असफल हुए जिन्होंने 7 बार राष्ट्रपति का चुनाव हारा और आखिरकार वे अमेरिका के राष्ट्रपति बने ऐसे ही आप इतनी जल्दी हार ना माने अपने अंदर की कमजोरी को निकाल दूर फेंके और जो भी आप गलती कर रहे हैं उस गलती को कम करते करते आगे बढ़े अपने पूरे मनोबल के साथ पढ़ाई करे। आप निचे दिए गए लिंक से भी समझ सकते हैं:-