Digi Yatra (Author: Rajeev Ranjan)
केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु ने 04 अक्टूबर 2018 को हवाई अड्डों पर विमान यात्रियों को उपलब्ध कराई जाने वाली बायोमेट्रिक आधारित डिजिटल प्रोसेसिंग सेवा- ‘डिजी यात्रा प्लेटफॉर्म’ की नीति जारी कर दी है।
सुरेश प्रभु ने एक संवाददाता सम्मेलन में इसे जारी करते हुए कहा कि उनके मंत्रालय ने डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से विमान यात्रियों के लिए देश भर के हवाई अड्डों पर टिकट बुकिंग तथा अन्य सुविधाएं प्राप्त करने के लिए एकसमान व्यवस्था की है।
डिजी यात्रा
यह हवाई अड्डे में प्रवेश करने और विमान पर सवार होने तक यात्रियों को यात्रा का सहज अनुभव कराएगी। इस प्रणाली के तहत यात्रियों का एक केन्द्रीयकृत प्रणाली के जरिए पंजीकरण किया जाएगा और उन्हें डिजी यात्रा आईडी दी जाएगी।
आईडी में यात्रियों का नाम, उनकी ई-मेल आईडी, मोबाइल नंबर और आधार न होने की स्थिति में कोई अन्य पहचान पत्र का विवरण होगा। टिकट बुक कराते समय यात्री इस आईडी का इस्तेमाल कर सकेंगे।
आईडी में यात्रियों का नाम, उनकी ई-मेल आईडी, मोबाइल नंबर और आधार न होने की स्थिति में कोई अन्य पहचान पत्र का विवरण होगा। टिकट बुक कराते समय यात्री इस आईडी का इस्तेमाल कर सकेंगे।
डिजी यात्रा सेवा में क्या है विशेष?
➤ हवाई यात्रियों के लिए सरकार ने डिजी यात्रा नाम की नई सुविधा शुरू की है।
➤ यात्री के चेहरे और बायोमैट्रिक से एयरपोर्ट पर इंट्री कर सकेंगे।
➤ इसके लिए यात्रियों को आधार और पासपोर्ट के जरिए ऑनलाइन रजिस्टर करवाना होगा।
➤ यह पूरी तरह यात्रियों की मर्जी पर निर्भर करेगा कि यदि यात्री चाहेंगे तभी उनके चेहरे का उपयोग होगा।
➤ इससे अब यात्रियों को बोर्डिंग पास की जरूरत नहीं होगी।
➤ सबसे पहले इसको वाराणसी, विजयवाड़ा, पुणे और कोलकाता 6 महीने में शुरू किया जाएगा।
➤ इसके बाद दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद और बंगलूरू के एयरपोर्ट पर शुरू किया जाएगा।
➤ “डिजीयात्रा” योजना, यूनिक आईडी जैसे भारतीय नागरिकों के आधार, पासपोर्ट या पैन कार्ड को पीएनआर की बुकिंग के लिए लिंक करेगी। बुकिंग के समय स्वचालित प्रणाली हवाई टिकट के साथ अद्वितीय पहचान (यूआईडी) लिंक करेगी।