- `पूसा केसर’ किसकी किस्म है - गाजर
- सेब की ‘अम्ब्री’ किस्म किस प्रदेश में सर्वाधिक लोकप्रिय है - जम्मू और कश्मीर
- फूलगोभी में फूल बनने के पहले अपरिपक्व अवस्था में बीज के डण्ठल का बनना कहलाता है - बोल्टिंग
- ‘वर्षा उपहार’ किसकी प्रजाति है - भिण्डी
- कौन सी बैंगन की प्रजाति फोमोप्सिस ब्लाइट एवं बैक्टीरियल विल्ट के प्रति अवरोधी है - पन्त सम्राट
- आम की कौन सी प्रजाति बेमौसमी है - रूमानी
- आम की ‘सिन्धु’ प्रजाति संकर है - रतना x आल्फान्जो
- नीबू में ‘ट्रिस्टेजा’ वायरस बीमारी फैलाती है - टोक्सोप्टेरा सिट्रिसिडा
- रायबोफ्लेविन का सर्वोत्तम स्रोत है - बेल
- बेर में कलिकायन का सर्वोत्तम समय है - जुलाई-अगस्त
- केले की कौन सी प्रजाति ‘पनामा विल्ट’ बीमारी के प्रति अवरोधी है - पूवन
- आलू की कौन सी प्रजाति चिप बनाने के लिए उपयुक्त है - कुफ्री चिप्सोना
- आडू की कौन सी प्रजाति अल्प द्रुशीतन है - सहारनपुर प्रभात
- आम में ‘लिटल लीफ’ की बीमारी किस की कमी से सम्बन्धित है - जिंक
- प्याज की सफेद किस्म है - उदयपुर-102
- पालक में पाया जाने वाला प्रभावी कार्बनिक अम्ल है - एस्कोर्बिक अम्ल
- अमरुद की प्रमुख शर्करा है - फ्रक्टोज
- अंगूर में ‘हेन एण्ड चिकेन’ बीमारी का कारण किस तत्व की कमी है - बोरॅान
- काजू का राष्ट्रीय अनुसंधान केंद्र स्थित है - पुत्तूर में
- प्याज एवं लहसुन का राष्ट्रीय अनुसंधान केंद्र स्थित है - पुणे
- अमरूद की किस्म ‘ललित’ विकसित हुई - सी. आई. एस. एच., लखनऊ
- ‘टमाटर पूरी’ में सुरक्षक रसायन बेन्जोइक अम्ल की अनुमेय सीमा है - 750 पीपीए
- गोल्डन धान में अधिक पाया जाता है - विटामिन-ए
- दाने के लिए बाजरा की बुआई करनी चाहिए - जुलाई में
- भारतवर्ष में बंजर भूमि का लगभग कुल क्षेत्रफल है - 175.0 मि. हे.
- उत्तर प्रदेश में शस्य-जलवायु क्षेत्रों की संख्या है - 09
- वानस्पतिक सुप्तावस्था पाई जाती है - संकर धान में
- भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान (आई. आई. पी. आर.) स्थित हैं - कानपुर
- एफ. आई. आर. बी. विधि विकसित की गई है बुआई के लिए - गेहूँ की
- मक्के में ऊतक विश्लेषण हेतु लिया जाता है - ऊपर से तीसरी पत्ती
- वृक्षों में ‘इक्जैन्थिमा’ नामक बीमारी किसकी कमी से होती है - ताँबा
- पृष्ठीय मृदा की तुलना में अधो-मृदा का कार्बन नत्रजन अनुपात होता है - अधिक
- कैल्सियम का एक मिलि तुल्यांक बराबर होता है - 40 मिग्रा Ca
- नत्रजन स्थिरीकरण करने वाले जीवों में (N2) नत्रजन को स्थिर करने वाला किण्वक है - नाइट्रोजिनेज
- चलायमान तत्वों की कमी के लक्षण सर्वप्रथम पौधे के किस हिस्से में प्रदर्शित होता है - नई पत्तियों में
- आवश्यक खनिज तत्व जोकि जीवअणुओं में आॅक्सीकृत रूप में उपस्थित है - S
- फॅास्फेट का अत्यधिक स्थिरीकरण किस पी.एच. परिसर पर होता है - 4.5 से 5.5
- अधिकतम धनायन विनिमय क्षमता होती है - पोड्जोल मृदा में
- फसल के लिए मृदा में धीमी गति से सुलभ होने वाले K का स्रोत है - अविनिमेय
- मृदा निर्माण के सक्रिय कारक हैं - जलवायु एवं जीवमण्डल
- उर्वरक मिश्रण में आर्द्रताग्राहिता को घटाने एवं भौतिकीय दशा सुधारने हेतु जो पदार्थ मिलाया जाता है, उसे कहते हैं - समुच्चयकारक
- ‘पूसा मैजेस्टी’ एक उन्नत प्रजाति है - पपीता
- भिण्डी की वाई.वी.एम.वी. अवरोधी प्रजाति है - पूसा सावनी
- कौन पेक्टिन का सर्वोत्तम स्त्रोत है - पपीता
- कौन गंधकयुक्त ऐमीनो एसिड है - सिस्टीन
- मृदा गठन का अनुमान लगाने हेतु कणों का व्यास लेते हैं - 2 mm से कम
- सेलूलोज का अधिकतम अपघटन होता है - मध्य तापरागीय
- पुरा-ह्यूमस किसे कहते हैं - कम्पोस्ट के गड्ढे का ह्यूमस
- सामान्य मृदा पी.एच. परिसर, जिसमें पादम पोषक सुलभता एवं सूक्ष्मजीव क्रियाशीलता अधिकतम होती है, वह है - 6.5 से 7.5 https://ekawaz18.blogspot.com
- बेडरॅाक के ऊपरी असंपिण्डित सामग्री को जाना जाता है - रिगोलिथ
- ‘टी एण्ड वी’ प्रणाली से कौन सम्बन्धित है - फसल उत्पादन कार्यक्रम
- शीर्ष संकरण एक संकरण है - दो अंत:प्रजातों के बीच
- केन्द्रीय बारानी अनुसंधान संस्थान स्थित है - हैदराबाद
- मसूर में कायिक गुणसूत्रों की संख्या होती है - 14
- संकर बीज उत्पादन कार्यक्रम में मेन्टेनर लाइन होती है - R लाइन
- नोरिन-10 जीन के द्वारा बौने किस्म के पौधे पैदा किए गए - गेहूँ
- आलू की फसल के खेत में मेड़ी चढ़ाते समय कद्दू-वर्गीय फसलों की बुआई कहलाती है -समानान्तर फसल
- बुशेनिंग प्रक्रिया की जाती है - धान
- ‘सम्राट’ एक कम अवधि की प्रजाति है - चने की
- गेहूँ में सिंचाई के लिए सबसे क्रांतिक अवस्था है - ताज मूल आते समय
- मक्के की ‘कंचन’ प्रजाति पकती है - 75-80 दिनों
- जीरो-टिल सीड-ड्रिल विकसित किया गया - पंतनगर में
- जीरो-टील सीड-ड्रिल से बोने पर गेहूँ के बीज की गहराई होती है - 5.0 सेमी
- लीची का व्यावसायिक प्रवर्धन कैसे करते हैं - हवाई दाब
- ट्राइकोडर्मा विरिडी का प्रयोग चने में किया जाता है - झुलसा के नियंत्रण के लिए
- फूलगोभी के तने में खोखलेपन की बीमारी का कारण है - बोरॅान की कमी
- तिल में तेल की मात्रा होती है - 46% से 52%
- ‘धान-गन्ना-पेडी’ की शस्य सघनता है - 100%
- अमोनियम सल्फेट में गंधक की मात्रा होती है - 24%
- मूँगफली में दानों की औसत मात्रा होती है - 70%
- अमेरिकन कपास में रेशे का प्रतिशत होता है - 20%
- ‘डैपोग’ विधि द्वारा उगाई गई धान की पौध रोपाई लायक हो जाती है - 12 दिनों में
- गन्ने में रस की औसत मात्रा होती है - 60-70%
- ग्रीष्मकालीन मूँग की बीज दर होती है - 25-40 किग्रा/हे
- पौधों के लिए लौह तत्व की आवश्यकता सिद्ध की गई थी - ई. ग्राइस द्वारा
- मक्के की अंत:प्रजात वंशक्रम के अनुरक्षण के लिए क्रिया का प्रयोग करते हैं - पर-परागण
- वरण प्रकार की विभिन्नता होने पर प्रभावकारी है वातावरण
- भारत में सर्वप्रथम 1970 में कपास की विमोचित संकर किस्म थी - एच-4
- एल. जे. स्टैडलर (1928) ने एक्स किरणों एवं रेडियम से विकिरण करने पर उत्परिवर्तन प्रेरित होने के प्रभाव की खोज की - जौ
- प्याज के प्रमाणित बीज उत्पादन के लिए पृथकीकरण दूरी - 500 मीटर
- किसी इनब्रेड लाइन की मिश्रण शक्ति का परीक्षण करने के लिए किस क्रॅास को प्रयोग में लाया जाता है -टेस्ट क्रॅास
- उत्परिवर्ती प्रजनन विधि से भारत में विकसित धान्य फसल की प्रजाति है - किरन
- परीक्षार्थ संकरण होता है - एफ1 x अप्रभावी जनक का
- ‘फली बेधक’ कीट है - चना का
- रबर सेप्टा का प्रयोग है - फेरोमोन ट्रैप में
- गोदामों में अनाजों में लगने वाली प्रमुख फफूँदी है - म्यूकर
- पिछले पैर में पराग की थैली पाई जाती है - तितली
- किट्ट रोग होता है - फफूँद द्वारा
- गुलाबी कन्दुक कीट प्रमुख शत्रु है - कपास का
- भारत में सर्वाधिक प्रचलित खेती की प्रणाली है - किसान खेती
- ‘गोल्ड क्रेडिट कार्ड योजना’ का प्रारंभ किया गया - भारतीय स्टेट बैंक द्वारा
- उत्पादन प्रतिफल होता है, मुख्यतः - लाभों का
- उत्पादन प्रक्रिया का मुख्य ध्येय होता है - लाभ अर्जित करना
- कृषि ज्ञान केन्द्र प्रतिभूत किया गया - उ. प्र. सरकार द्वारा
- नियमित बाजार सुनिश्चित करता है - संतोषजनक मूल्य
- नॅान-प्रोजेक्टेड अध्ययन विधि है - कठपुतली
- आई.वी.एल.पी. कार्यक्रम प्रतिभूत हुआ - भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् द्वारा
- इरियोसोमा लैनिजेरा पेस्ट है - सेब का
- काइलोमेनेस सेक्समैकुलाटा होता है - प्रीडेटर
- अंगूर की किस्म ‘अर्का कृष्णा’ संकर है - ब्लैक चम्पा x क्वीन ऑफ वेनरार्ड
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