दीपा कर्माकर ने 8 जुलाई, 2018 को तुर्की के मर्सिन में आयोजित एफआईजी आर्टिस्टिक जिमनास्टिक वर्ल्ड चैलेंज कप (FIG Artistic Gymnastics World Challenge Cup) के वॉल्ट इवेंट में स्वर्ण पदक जीता है।
➤ किसी ग्लोबल आयोजन स्वर्ण पदक जीतने वाली कर्माकर प्रथम भारतीय जिम्नास्ट हैं।
➤ त्रिपुरा की 24 वर्षीय कर्माकर ने 14.150 स्कोर कर स्वर्ण पदक जीता।
➤ इस आयोजन में इंडोनेशिया की रिफ्रदा इरफानालुत्फी ने रजत पदक जीता जबकि तुर्की की गोक्सु उक्टास नेकांस्य पदक जीता।
➤ ज्ञातव्य है कि दीपा कर्माकर वर्ष 2016 में रियो ओलंपिक में पदक जीतने से चूक गई थी। वह चौथे स्थान पर रही थी।
➤ उसके पश्चात एनेट्रियोर क्रुसिएटे लिगामेंट (एसीएल) नामक चोट के कारण वह दो वर्षों तक खेल स्पर्धाओं से बाहर रही है।
दीपा करमाकर के बारे में स्मरणीय तथ्य
- दीपा करमाकर का जन्म 09 अगस्त 1993 को त्रिपुरा में हुआ। वे एक कलात्मक जिम्नास्ट हैं जिन्होंने 2016 ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया।
- ओलंपिक में भाग लेने वाली वे पहली भारतीय महिला जिम्नास्ट हैं और पिछले 52 वर्षों में ऐसा करने वाली वे प्रथम भारतीय जिम्नास्ट हैं।
- ओलम्पिक में उन्होंने फाइनल में अपनी जगह बनाई और फाइनल में भी वह मामूली से अंतर (0.150) से कांस्य पदक पाने से चूक गईं और चौथे स्थान पर रहीं।
- उन्होंने अति कठिन माने जाने वाले प्रोदुनोवा वॉल्ट का सफल प्रदर्शन किया जिसे आज तक विश्व में गिनती की कुछ जिम्नास्ट ही सफलतापूर्वक पूरा कर सकी हैं।
- वर्ष 2007 से दीपा ने राज्य, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में लगभग 80 पदक जीते हैं जिनमें से 68 स्वर्ण पदक हैं।