Tuesday, 10 July 2018

वर्ल्ड चैलेंज कप: दीपा कर्माकर का धमाका, भारत को दिलाया गोल्ड मेडल

 दीपा कर्माकर ने 8 जुलाई, 2018 को तुर्की के मर्सिन में आयोजित एफआईजी आर्टिस्टिक जिमनास्टिक वर्ल्ड चैलेंज कप (FIG Artistic Gymnastics World Challenge Cup) के वॉल्ट इवेंट में स्वर्ण पदक जीता है।    ➤ किसी ग्लोबल आयोजन स्वर्ण पदक जीतने वाली कर्माकर प्रथम भारतीय जिमनास्ट हैं।  ➤ त्रिपुरा की 24 वर्षीय कर्माकर ने 14.150 स्कोर कर स्वर्ण पदक जीता।  ➤ इस आयोजन में इंडोनेशिया की रिफ्रदा इरफानालुत्फी ने रजत पदक जीता जबकि तुर्की की गोक्सु उक्टास नेकांस्य पदक जीता।  ➤ ज्ञातव्य है कि दीपा कर्माकर वर्ष 2016 में रियो ओलंपिक में पदक जीतने से चूक गई थी। वह चौथे स्थान पर रही थी।  ➤ उसके पश्चात एनेट्रियोर क्रुसिएटे लिगामेंट (एसीएल) नामक चोट के कारण वह दो वर्षों तक खेल स्पर्धाओं से बाहर रही है।    खास बात यह है कि यह वर्ल्ड चैलेंज कप में दीपा का पहला मेडल है। दीपा के कोच बिशेश्वर नंदी भी उनके साथ थे। दीपा ने बैलंस टीम फाइनल में भी जगह बनाई थी लेकिन क्वॉलिफिकेशन राउंड में वह 11.850 अंकों के साथ तीसरे पायदान पर रहीं।     इससे पहले रियो ओलिंपिक में शानदार प्रदर्शन के बाद दीपा चोटिल हो गई थीं। इस दौरान वे इस खेल से दूर रहीं। इस समय उनकी सर्जरी भी हुई। उन्हें कॉमनवेल्थ गेम्स तक वापसी की उम्मीद थी लेकिन चोट से उबरने में उन्हें काफी समय लगा और वह गोल्ड कोस्ट में आयोजित इवेंट तक फिट नहीं हो सकीं।

दीपा कर्माकर ने 8 जुलाई, 2018 को तुर्की के मर्सिन में आयोजित एफआईजी आर्टिस्टिक जिमनास्टिक वर्ल्ड चैलेंज कप (FIG Artistic Gymnastics World Challenge Cup) के वॉल्ट इवेंट में स्वर्ण पदक जीता है।

➤ किसी ग्लोबल आयोजन स्वर्ण पदक जीतने वाली कर्माकर प्रथम भारतीय जिम्नास्ट हैं।
➤ त्रिपुरा की 24 वर्षीय कर्माकर ने 14.150 स्कोर कर स्वर्ण पदक जीता।
➤ इस आयोजन में इंडोनेशिया की रिफ्रदा इरफानालुत्फी ने रजत पदक जीता जबकि तुर्की की गोक्सु उक्टास नेकांस्य पदक जीता।
➤ ज्ञातव्य है कि दीपा कर्माकर वर्ष 2016 में रियो ओलंपिक में पदक जीतने से चूक गई थी। वह चौथे स्थान पर रही थी।
➤ उसके पश्चात एनेट्रियोर क्रुसिएटे लिगामेंट (एसीएल) नामक चोट के कारण वह दो वर्षों तक खेल स्पर्धाओं से बाहर रही है।

दीपा करमाकर के बारे में स्मरणीय तथ्य

  • दीपा करमाकर का जन्म 09 अगस्त 1993 को त्रिपुरा में हुआ। वे एक कलात्मक जिम्नास्ट हैं जिन्होंने 2016 ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया।
  • ओलंपिक में भाग लेने वाली वे पहली भारतीय महिला जिम्नास्ट हैं और पिछले 52 वर्षों में ऐसा करने वाली वे प्रथम भारतीय जिम्नास्ट हैं।
  • ओलम्पिक में उन्होंने फाइनल में अपनी जगह बनाई और फाइनल में भी वह मामूली से अंतर (0.150) से कांस्य पदक पाने से चूक गईं और चौथे स्थान पर रहीं।
  • उन्होंने अति कठिन माने जाने वाले प्रोदुनोवा वॉल्ट का सफल प्रदर्शन किया जिसे आज तक विश्व में गिनती की कुछ जिम्नास्ट ही सफलतापूर्वक पूरा कर सकी हैं।
  • वर्ष 2007 से दीपा ने राज्य, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में लगभग 80 पदक जीते हैं जिनमें से 68 स्वर्ण पदक हैं।