पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 24 अगस्त 2018 को नई दिल्ली में 'नेता' ऐप लॉन्च किए। युवा आईटी विशेषज्ञ प्रथम मित्तल द्वारा विकसित ‘नेता ऐप’ जनप्रतिनिधियों के कामकाज पर मतदाताओं और जनसामान्य की निगरानी बनाये रखने के लिये कारगर हथियार साबित होगा।
इस अवसर पर केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री विजय सांपला, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पूर्व चुनाव आयुक्त एस. वाई. कुरैशी और नसीम जैदी, पूर्व केन्द्रीय कानून मंत्री अश्विनी कुमार, वरिष्ठ भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी और पूर्व गृहमंत्री शिवराज पाटिल भी मौजूद थे।
‘नेता ऐप' के जरिये जनप्रतिनिधियों के काम का आकलन आम जनता द्वारा किये गये मूल्यांकन के आधार पर तैयार किया जायेगा। प्रणब मुखर्जी ने इस ऐप को लोकतांत्रिक व्यवस्था में जनप्रतिनिधियों की जवाबदेही और जनता की भागीदारी बढ़ाने वाली पहल बताया हैं।
उद्देश्य
इसका उद्देश्य नेताओं के बीच राजनीतिक जवाबदेही और पारदर्शिता को बढ़ावा देना है। देश के राजनीतिक परिवेश पर गहरी छाप छोड़ना नेता ऐप का उद्देश्य है।
'नेता' ऐप के बारे में
- यह मतदाताओं को अपने राजनीतिक प्रतिनिधियों की दर और समीक्षा करने की अनुमति देता है।
- यह ऐप उपयोगकर्ताओं को अपने विधायकों और सांसदों को रेट करने का अधिकार देगा।
- नेता ऐप एंड्रॉइड,आईओएस और वेब पर 16 भाषाओं में उपलब्ध है।
- एंड्रॉयड और आईओएस आधारित स्मार्ट फोन के अलावा वेबपोर्टल पर उपलब्ध ‘नेता’ ऐप का इस्तेमाल कर कोई भी व्यक्ति अपने इलाके के सांसद और विधायक के काम का न सिर्फ रिपोर्टकार्ड जान सकेगा बल्कि उसके काम की रेटिंग भी खुद कर सकेगा।
- नेता ऐप नए नेताओं को अपनी लोकप्रियता प्रदर्शित करने तथा राजनैतिक दलों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने का मौका भी देगा। ऐप मौजूदा पार्टी उम्मीदवारों को चुनाव लड़ने में सक्षम बनाएगा।
- इस ऐप में विधायक से लेकर मंत्रियों तक का आंकलन किया जा सकेगा।
- इसके माध्यम से देश के किसी भी निर्चाचन क्षेत्र में वहाँ के मतदाताओं की संवेदनाओं को आंका जा सकता है।
फायेदे
इस ऐप के द्वारा न सिर्फ मतदाताओं को बेहतर काम करने वाले नेता का चयन करने में आसानी होगी बल्कि राजनीतिक दलों को भी अच्छे रिपोर्ट कार्ड वाले उम्मीदवार चुनने में यह ऐप मददगार बनेगा। इस ऐप का सबसे बड़ा फायदा यहा होगा कि इससे पता चलेगा कि मतदाता अपने प्रतिनिधि को कैसा फीडबैक कर रहे हैं।
नोट
हाल ही में इस ऐप का प्रायोगिक आधार पर कर्नाटक विधानसभा चुनाव में सफल प्रयोग किया गया था। इसमें चुनाव जीतने वाले 93 प्रतिशत उम्मीदवार ‘नेता ऐप’ की श्रेष्ठ रेटिंग में शामिल थे।
पिछले आठ महीनों में 543 संसदीय क्षेत्र और 4120 विधानसभा क्षेत्रों में अब तक लगभग 1.5 करोड़ लोगों ने ‘नेता ऐप’ का इस्तेमाल शुरु कर दिया है। अगले साल आम चुनाव से पहले यह संख्या दस करोड़ तक पहुँचने की उम्मीद जताई गयी है।