पूर्व क्रिकेटर और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (पीटीआई) के नेता इमरान खान ने 18 अगस्त 2018 को पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली। पाकिस्तान के राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई । इमरान खान ने उर्दू में शपथ ली।
इमरान खान ने पाकिस्तानी ऐवान-ए-सद्र (राष्ट्रपति भवन) में शपथ ली । इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में पूर्व भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी और पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू भी मौजूद रहे। इमरान खान के शपथ ग्रहण के मौके पर उनकी पत्नी बुशेरा मनेका भी मौजूद थीं, वहीं पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा भी मौजूद थे। इससे पहले 17 अगस्त 2018 को उन्हें इस पद के लिए चुना गया था।
प्रधानमंत्री पद के लए इमरान खान और पाकिस्तान मुस्लिम लीग- नवाज (पीएमएल- एन) के अध्यक्ष शाहबाज शरीफ के बीच चुनावी मुकाबला हुआ था ।
342 सदस्यों वाले पाकिस्तान के निचले सदन (नेशनल असेंबली) में इमरान खान को सरकार के गठन और प्रधानमंत्री पद पर काबिज होने के लिए 172 वोटों की जरूरत थी । इस चुनाव में इमरान खान के पक्ष में 176 वोट पड़े जबकि शाहबाज शरीफ को 96 वोट ही मिल सके।
इमरान खान ने वर्ष 1996 में अपनी पार्टी का गठन किया था। उन्होंने शुरुआत में राजनीतिक पार्टी गठन का उद्देश्य न्याय और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई को बताया था। उन्होंने 2018 के चुनावों में न्यू पाकिस्तान का नारा दिया और भ्रष्टाचार को लेकर पूर्व पीएम नवाज शरीफ पर जमकर निशाना साधा। वर्ष 2007 में इमरान खान की पहचान मुख्य विपक्षी पार्टी के तौर पर बनी थी।
इमरान खान के बारे में
- इमरान खान का जन्म 25 नवम्बर 1952 को हुआ था।
- वे एक सेवानिवृत्त पाकिस्तानी क्रिकेटर हैं।
- वर्तमान में, अपनी राजनीतिक सक्रियता के अलावा, खान एक धर्मार्थ कार्यकर्ता और क्रिकेट कमेंटेटर भी हैं।
- उन्होंने वर्ष 1971-1992 तक पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के लिए खेले और वर्ष 1982 से वर्ष 1992 के बीच, आंतरायिक कप्तान रहे।
- वर्ष 1987 के विश्व कप के अंत में, क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद, उन्हें टीम में शामिल करने के लिए वर्ष 1988 में दुबारा बुलाया गया।
- 39 वर्ष की आयु में इमरान खान ने पाकिस्तान की प्रथम और एकमात्र विश्व कप जीत में अपनी टीम का नेतृत्व किया।
- उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 3,807 रन और 362 विकेट का रिकॉर्ड बनाया है, जो उन्हें 'आल राउंडर्स ट्रिपल' हासिल करने वाले छह विश्व क्रिकेटरों की श्रेणी में शामिल करता है।
- इमरान खान ने अप्रैल 1996 में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (न्याय के लिए आंदोलन) नाम की एक छोटी और सीमांत राजनैतिक पार्टी की स्थापना की और उसके अध्यक्ष बने।
- उन्होंने नवंबर 2002 से अक्टूबर 2007 तक नेशनल असेंबली के सदस्य के रूप में मियांवाली का प्रतिनिधित्व किया।
- इमरान खान ने विश्व भर से चंदा इकट्ठा कर, वर्ष 1996 में शौकत खानम मेमोरियल कैंसर अस्पताल और अनुसंधान केंद्र और वर्ष 2008 में मियांवाली नमल कॉलेज की स्थापना में मदद की।
भारत के साथ संबंध
इमरान खान ने कहा की वह भारत से बेहतर संबंध बनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि दोनों पड़ोसियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप उपमहाद्वीप के लिए नुकसानदेह है जिसे रोका जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह अपने क्रिकेट के समय से ही भारत को अच्छी तरह से जानते आए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान में हर गलत चीज को भारत के मत्थे कर देना खत्म करना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देशों के बीच कश्मीर का मसला सबसे बड़ा है, जिसको हल करने की कवायद शिद्दत के साथ की जानी चाहिए। इस दौरान उन्होंने भारत पर कश्मीर में मानवाधिकार उल्लंघन का आरोप भी लगाया।
पृष्ठभूमि
गौरतलब है कि देश में 25 जुलाई 2018 को हुए आम चुनावों के तीन सप्ताह बाद खान ने नये प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। आम चुनावों में 116 सीटों के साथ पीटीआई सबसे बड़े दल के रूप में उभरी। बाद में नौ निर्दलीय उम्मीदवारों के खान की पार्टी में शामिल होने से उनकी संख्या बल बढ़कर 125 हो गयी।
इसके अलावा संसद में महिलाओं के लिए आरक्षित 60 सीटों में 28 सीटें, और धार्मिक अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित 10 में से पांच सीटें मिलने के बाद पीटीआई के सदस्यों की संख्या बढ़कर 158 हो गयी।