भारत की ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (Bureau of Energy Efficiency) व नीति आयोग द्वारा जारी प्रथम ‘राज्य ऊर्जा कुशलता तत्परता सूचकांक’ (States’ Energy Efficiency Preparedness Index: SEEPI) में आंध्र प्रदेश को सर्वोच्च रैंकिंग प्राप्त हुयी है। आंध्र प्रदेश को विश्व बैंक ने भी भारत के राज्यों में सर्वाधिक ऊर्जा कुशल राज्य माना था।
- आंध्र प्रदेश के पश्चात केरल, पंजाब, राजस्थान एवं महाराष्ट्र की रैंकिंग है।
- इस सूचकांक की रैंकिंग राज्य द्वारा ऊर्जा कुशल व ऊर्जा बचत उपायों एवं अन्य मुख्य मानदंडों पर आधारित है।
- इस सूचकांक को एलाएंस फॉर एन इनर्जी एफिशिएंटी इकोनॉमी (Alliance for an Energy Efficient Economy: AEEE) ने ऊर्जा दक्षता ब्यूरो व नीति आयोग के लिए तैयार किया है।
- सूचकांक में राज्यों को पांच क्षेत्रकों बिल्डिंग, इंडस्ट्री, नगर निगम, परिवहन, कृषि व डिस्कॉम में 63 संकेतकों पर मापा गया है।
- सूचकांक में राज्यों को उनके प्रदर्शन के आधार पर चार श्रेणियों में बांटा गया हैः अग्रगामी (फ्रंट रनर), लब्धकर्त्ता (एचीवर), प्रतिस्पर्धी (कंटेडर) व आकांक्षी (एस्पिरैंट)।
- 60 से अधिक स्कोर वाले राज्यों को फ्रंट रनर श्रेणी में रखा गया है। इस श्रेणी में आंध्र प्रदेश, केरल, पंजाब, राजस्थान एवं महाराष्ट्र है। उत्तर प्रदेश कंटेडर की श्रेणी में व बिहार एस्पिरैंट की श्रेणी में है।