स्वदेश में विकसित हल्के वजन वाले गाइडेड बम ‘सॉ’ (एसएएडब्ल्यु, स्मार्ट एनटी एयरफील्ड वीपन) का ओडिशा के चांदीपुर स्थित आईटीआर रेंज में भारतीय वायुसेना के विमान से सफल परीक्षण किया गया। विमान से निकले गाइडेड बम ने सूक्ष्म नेवीगेशन प्रणाली का उपयोग करते हुए 70 किलोमीटर दूर स्थित लक्ष्य को परिशुद्धता के साथ प्राप्त किया। विभिन्न स्थितियों और दूरियों को ध्यान में रखते हुए तीन परीक्षण किये गये और सभी सफल रहे। इस गाइडेड बम का विकास डीआरडीओ के अन्य विभागों और भारतीय वायु सेना की सहायता से डीआरडीओ के रिसर्च सेन्टर इमारत (आरसीआई) द्वारा किया गया है।
रक्षामंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमन ने भारतीय वायु सेना और डीआरडीओ के वैज्ञानिकों को इन सफल परीक्षणों के लिए बधाई दी। डीआरडीओ के अध्यक्ष और रक्षा आर एंड डी विभाग के सचिव डॉ. एस.क्रिस्टोफर ने टीम को बधाई दी और कहा कि ‘सॉ’ को जल्द ही सशस्त्र सेनाओं में शामिल किया जाएगा। मिसाइल और रणनीतिक प्रणाली के महानिदेशक डॉ. जी.सतीश रेड्डी ने कहा कि गाइडेड बम स्वदेशी क्षमता विकास में एक मील का पत्थर है।