मेसेडोनिया ने 17 जून 2018 को अपने देश का नाम बदलकर उत्तरी मेसेडोनिया गणराज्य (Republic of North Macedonia) रखने की घोषणा की है। मेसेडोनिया के इस निर्णय से ग्रीस के साथ उसका पिछले कई वर्षों से चला आ रहा विवाद समाप्त हो गया है। दोनों देशों के मध्य हुई बातचीत से इस निर्णय पर समझौता किया गया।
उत्तरी मेसेडोनिया गणराज्य नाम रखे जाने पर यूरोपियन यूनियन, संयुक्त राष्ट्र, यूनान एवं अन्य वैश्विक शक्तियों ने मेसेडोनिया के इस कदम का स्वागत किया है।
क्या होगा प्रभाव?
- ग्रीस और उत्तरी मेसेडोनिया गणराज्य नाम को लेकर हुए समझौते में स्पष्ट किया गया है कि नये मेसेडोनिया को पुरानी ग्रीक सभ्यता से संबंधित नहीं माना जाएगा।
- मेसेडोनिया को अब 'रिपब्लिक ऑफ नॉर्थ मेसेडोनिया' के नाम से जाना जाएगा।
- मेसेडोनियन भाषा में इसे सेवेर्ना मकदूनिया कहा जाएगा।
- नए नाम की आधिकारिक घोषणा से पहले मेसेडोनिया की जनता और ग्रीस की संसद की मंजूरी जरूरी होगी।
क्या था विवाद?
- यूरोप के दो देशों ग्रीस और मेसेडोनिया ने 27 वर्ष से जारी विवाद सुलझाते हुए यह निर्णय लिया है।
- वर्ष 1991 में यूगोस्लाविया से अलग होकर नया देश रिपब्लिक ऑफ मेसेडोनिया बना था।
- इसके दक्षिण में स्थित ग्रीस के कुछ हिस्सों को भी मेसेडोनिया के नाम से जाना जाता है। इस पर दोनों देशों के बीच विवाद शुरू हो गया था।
- ग्रीस के उत्तरी क्षेत्र का नाम भी मेसेडोनिया है और सिकंदर भी इसी क्षेत्र का रहने वाला था। इसी वजह से ग्रीस के नागरिक इस नाम को लेकर क्षुब्ध थे।
- ग्रीस का कहना था कि उसके हिस्से में आने वाला मेसेडोनिया यूनानी संस्कृति का प्रमुख भाग है। एक जैसे दो नामों की होने से लोगों को सही जानकारी प्रदान करने की दिशा में भ्रामक स्थिति पैदा होती है।