ऑपरेशन निस्तार द्वारा भारतीय नौसेना ने सोकोट्रा द्वीप से 38 भारतीय को सकुशल बचाया।
भारतीय नौसेना ने यमन के सोकोट्रा द्वीप पर फंसे 38 भारतीयों को सुरक्षित बाहर निकाला। दस दिन पहले इस इलाके में आये चक्रवात के कारण यह लोग इस क्षेत्र में फंस गए थे, जिन्हें बचाने के लिए भारत ने यह अभियान आरंभ किया था।
'ऑपरेशन निस्तार' के तहत भारतीयों को बाहर निकाला गया। यह ऑपरेशन सोकोट्रा तट पर चलाया गया और उन्हें वापस भारत लाने के लिए भारतीय नौसेना के जहाज आईएनएस सुनयना को भेजा गया।
ऑपरेशन निस्तार के स्मरणीय तथ्य
- भयानक चक्रवाती तूफान मेकेनु में यमन के सोकोट्रा द्वीप पर 38 भारतीय सीमित भोजन और पानी के साथ फंसे हुए थे।
- नौसेना को यह जानकारी मिली थी कि तीन भारतीय जहाज इलाके में चक्रवात के टकराने के बाद सोकोट्रा में क्षतिग्रस्त हो गए हैं, बंदरगाह के समीप डूब गए हैं।
- नौसेना को जब 12 भारतीयों के लापता होने के साथ अन्य जहाज एमएसवी सफीना अल खिजर के बारे में सूचना मिली तो भारतीय नौसेना ने 27 और 28 मई को लापता भारतीयों की तलाश के लिए दो हवाई अभियान भी चलाए थे।
- आईएनएस सुनयना को सोकोट्रा से 38 भारतीय नागरिकों को निकालने का दायित्व सौंपा गया।
- निकाले गए भारतीयों को तुरंत चिकित्सा देखभाल, खाना, पानी और टेलीफोन सुविधा मुहैया कराई गई, ताकि वे अपने परिवार को बता सकें कि वे सुरक्षित हैंभारतीय नौसेना ने यमन के सोकोट्रा द्वीप पर फंसे 38 भारतीयों को सुरक्षित बाहर निकाला। दस दिन पहले इस इलाके में आये चक्रवात के कारण यह लोग इस क्षेत्र में फंस गए थे, जिन्हें बचाने के लिए भारत ने यह अभियान आरंभ किया था।
- बचाव कार्य के बाद जहाज गुजरात के पोरबंदर की ओर रवाना हो गया।
चक्रवातों के नाम कैसे रखे जाते हैं?
हिन्द महासगर क्षेत्र में यह व्यवस्था वर्ष 2004 में शुरू हुई जब भारत की पहल पर 8 तटीय देशों ने इसको लेकर समझौता किया. इन देशों में भारत, बांग्लादेश, पाकिस्तान, म्यामां, मालदीव, श्रीलंका, ओमान और थाईलैंड शामिल हैं। अंग्रेजी वर्णमाला के अनुसार सदस्य देशों के नाम के पहले अक्षर के अनुसार उनका क्रम तय किया गया है और उसी क्रम के अनुसार हर देश अपनी बारी आने पर नाम सुझाता है। अब तक चक्रवात के करीब 64 नामों को सूचीबद्ध किया जा चुका है।