➤ वैज्ञानिकों ने मकड़ी की एक दुर्लभ प्रजाति को पश्चिम घाट स्थित केरल के वायनाड वन्यजीव अभ्यारण्य (Wayanad Wildlife Sanctuary) में खोजा है जिसके बारे में माना जा रहा था कि 150 वर्ष पहले वह विलुप्त हो चुकी है।
➤ जर्मनी के डॉ. फर्डिनेंड एंटन फ़ांस ने 1868 में गुजरात के पेरियेज झील में मकरी के इस प्रजाति के अस्तित्व के बारे में बताया था। परंतु उसके पश्चात यह गायब हो गई।
➤ मकरी की यह प्रजाति ‘जम्पिंग स्पाइडर’ (Salticidae) परिवार की है और इसका वैज्ञानिक नाम ‘क्रिसिला वाल्युप्स’ (Chrysilla volupes) है।
➤ वायनाड वन्यजीव अभ्यारण्य में मकड़ी की इस प्रजाति के नर व मादा, दोनों प्राप्त हुए हैं।