Thursday, 4 May 2017

विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक-2017


रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स द्वारा बुधवार को जारी 2017 के विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक में भारत का स्थान 2016 के मुकाबले तीन पायदान नीचे रहा है इसमें भारत को 136वां स्थान मिला है जो पत्रकारिता के लिए ‘मुश्किल परिस्थिति’ वाले देशों की श्रेणी है इसमें अफगानिस्तान और पाकिस्तान जैसे भारत के पड़ोसी देश आते हैं भारत में प्रेस की आजादी की बाधाओं का जिक्र करते हुए रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि यहाँ हिंदू राष्ट्रवादियों द्वारा राष्ट्रीय बहसों में दखल देने की कोशिशें और मुख्यधारा के मीडिया में सेल्फ-सेंसरशिप में तेजी आई है इसके अलावा कट्टर राष्ट्रवादियों द्वारा पत्रकारों के खिलाफ ऑनलाइन दुष्प्रचार अभियान के मामले और उन्हें शारीरिक नुकसान पहुँचाने की धमकियों भी बढ़ी हैं निगरानीकर्ता समूह ने पूरी दुनिया में प्रेस की आजादी को सीमित करने की कोशिशों पर चिंता जाहिर की है उसने अपनी रिपोर्ट में कहा है, ‘हम, खास तौर पर लोकतांत्रिक देशों में सच्चाई से परे भावुक अपीलों, दुष्प्रचार और आजादी के दमन के समय में पहुँच चुके हैं लोकतांत्रिक देश सूचकांक में लगातार नीचे खिसक रहे हैं जो अभूतपूर्व है, लेकिन उनमें इस गिरावट को रोकने की कोई कोशिश नहीं दिखाई देती। 2017 के प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक में कई देशों का प्रदर्शन पिछले साल की तुलना में कमजोर रहा है। उदाहरण के लिए ब्रिटेन, अमेरिका और चिली दो-दो स्थान की गिरावट के साथ क्रमशः 40वें, 43वें और 33वें स्थान पर, जबकि न्यूजीलैंड आठ स्थान की गिरावट के साथ 13वें स्थान पर आए हैं वहीं, रूस में प्रेस की आजादी की स्थिति में कोई सुधार नहीं आया है वह पिछले साल की तरह 148वें स्थान पर ही बना हुआ है प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक में नॉर्वे पहले और उत्तर कोरिया आखिरी स्थान पर है
  • विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक-2017 में कुल 180 देशों को शामिल किया गया है।
  • इस सूचकांक में नार्वे (स्कोर-7.60) को शीर्ष स्थान प्राप्त हुआ है।
  • इसके पश्चात स्वीडन (स्कोर-8.27) दूसरे फिनलैंड (स्कोर-8.92) तीसरे, डेनमार्क (स्कोर-10.36) चौथे तथा नीदरलैंड्स (स्कोर-11.28) पांचवें स्थान पर है।
  • इस सूचकांक में निचले पांच स्थान प्राप्त करने वाले देश क्रमशः हैं- उत्तर कोरिया (180वां स्थान), इरीट्रिया (179वां स्थान), तुर्कमेनिस्तान (178वां स्थान), सीरिया (177 वां स्थान) तथा चीन (176वां स्थान)।
  • विश्व प्रेस सूचकांक, 2017 में भारत 136 वें (स्कोर-42.94) स्थान पर है।
  • जबकि वर्ष 2016 में भारत इस सूचकांक में 133 वें स्थान पर था।
  • इस सूचकांक में भारत के पड़ोसी देशों में भूटान का 84वां, नेपाल का 100वां, अफगानिस्तान का 120वां, पाकिस्तान का 139वां, श्रीलंका का 141वां, तथा बांग्लादेश का 146वां स्थान है।
  • ब्रिक्स देशों में दक्षिण अफ्रीका को 31 वां, ब्राजील को 103 वां, रूस को 148 वां, भारत को 136 वां तथा चीन को 176 वां स्थान प्राप्त हुआ है।
  • इस सूचकांक में विश्व के अन्य विकसित देशों में जर्मनी को 16वां, ऑस्ट्रेलिया को 19 वां, कनाडा को 22 वां, यूनाइटेड किंगडम को 40 वां, अमेरिका को 43वां, फ्रांस को 39 वां तथा जापान को 72वां स्थान प्राप्त हुआ है।
  • विश्व के देशों में प्रेस की स्थिति के बारे में ‘रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स’ नामक एक अंतरराष्ट्रीय गैर-सरकारी संगठन द्वारा वर्ष 2002 से प्रति वर्ष यह सूचकांक जारी किया जा रहा है।
  • यह संगठन प्रेस स्वतंत्रता की वकालत करता है।
  • इसकी स्थापना वर्ष 1985 में हुई थी।
  • इसका मुख्यालय पेरिस में है।
  • इस संगठन को संयुक्त राष्ट्र में सलाहकार की स्थिति प्राप्त है।