Wednesday 17 May 2017

भारतीय राज्य और उनके प्रमुख लोक नृत्य



लोकनृत्य  उन नृत्यों को कहते हैं जिनमें प्राय: निम्नलिखित विशेषताएँ पायी जाती हैं-
⇒ प्राय: ये नृत्य उन्नीसवीं शताब्दी या उसके पहले के हैं जिन्हे पेटेन्ट नहीं कराया गया है।
⇒ इन नृत्यों का ढ़ंग पारम्परिक होता है न कि किसी एक व्यक्ति द्वारा नवाचार द्वारा सृजित।
⇒ इसके नृत्यकार आम आदमी होते हैं, न कि समाज के कुलीन वर्ग।
⇒ इसको नियन्त्रित करने वाली कोई एक संस्था नहीं होती।

राज्य और उनके प्रमुख लोक नृत्य