- चांद बीबी(1550-1599)(अन्य नाम- चांद खातून या चांद सुल्ताना), एक भारतीय मुस्लिम महिला योद्धा थी। उन्होंने बीजापुर (1596-1599) और अहमदनगर (1580-1590) की संरक्षक के रूप में काम किया था।
- चांद बीबी अहमदनगर के हुसैन निजाम शाह प्रथम की बेटी और अहमदनगर के सुल्तान बुरहान-उल-मुल्क की बहन थी।
- चांद बीबी की शादी बीजापुर के पांचवे सुलतान अली आदिल शाह प्रथम से हुई थी। उनके पति द्वारा बीजापुर की पूर्वी सीमा के पास एक कुएं (बावड़ी) का निर्माण कराया गया और उनके नाम पर बावड़ी का नाम चांद बावड़ी रखा गया था।
- मुहम्मद तुगलक द्वारा स्थापित इस विभाग का मुख्य कार्य मालगुजारी व्यवस्था की देखभाल करना एवं भूमि को खेती योग्य बनाना होता था।
- राजामुंदरी के एक अभिलेख में मुहम्मद तुगलक (जौना या जूना खां) को दुनिया का खान कहा गया है।
- तुग़लक़ ने अपनी दूसरी योजना के अन्तर्गत राजधानी को दिल्ली से देवगिरि स्थानान्तरित किया। देवगिरि को “कुव्वतुल इस्लाम” भी कहा गया। सुल्तान कुतुबुद्दीन मुबारक खिलजी ने देवगिरि का नाम 'कुतुबाबाद' रखा था और मुहम्मद बिन तुगलक ने इसका नाम बदलकर दौलताबाद कर दिया।
- सिक्के संबंधी विविध प्रयोगों के कारण ही एडवर्ड टामस ने उसे ‘धनवानों का राजकुमार’ कहा है। मुहम्मद तुगलक ने 'दोकानी' नामक सिक्के का प्रचलन करवाया।
- ज़फ़रनामा अर्थात 'विजय पत्र' गुरु गोविंद सिंह द्वारा मुगल शासक औरंगजेब को लिखा गया था। जफरनामा, दसम ग्रंथ का एक भाग है और इसकी भाषा फारसी है।
- पहला पत्र छत्रपति शिवाजी द्वारा राजा जयसिंह को लिखा गया तथा दूसरा पत्र गुरु गोविन्द सिंह द्वारा शासक औरंगजेब को लिखा गया, जिसे जफरनामा अर्थात 'विजय पत्र' कहते हैं।
- ऐतिहासिक काव्य 'वीर विनोद' में राणा सांगा और बाबर के युद्ध का विस्तार से वर्णन किया गया है। बाबर 20,000 मुगल सैनिकों को लेकर राणा साथ युद्ध करने आया था। उसने सांगा की सेना के लोदी सेनापति को लालच दिया।
- बाबर और सांगा की पहली मुठभेड़ बयाना में और दूसरी खनवां नामक स्थान पर हुई थी। सांगा बहुत बहादुर थे और मरते दम तक लड़ते रहे। 16 अप्रैल, 1527 को यह लड़ाई हुई थी।
- बहादुर शाह ज़फर(1775-1862) भारत में मुग़ल साम्राज्य के आखिरी शहंशाह थे| उन्होंने 1857 का प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में भारतीय सिपाहियों का नेतृत्व किया। युद्ध में हार के बाद अंग्रेजों ने उन्हें बर्मा (अब म्यांमार) भेज दिया जहाँ उनकी मृत्यु हुई।
- बहादुर शाह अकबर शाह द्वितीय और लालबाई के दूसरे पुत्र थे। उनकी मां लालबाई हिंदू परिवार से थीं।
- बहादुर शाह जफर की मृत्यु 86 वर्ष की अवस्था में रंगून (वर्तमान यांगून), बर्मा (वर्तमान म्यांमार) में हुई थी। उन्हें रंगून में श्वेडागोन पैगोडा के नजदीक दफनाया गया। उनके दफन स्थल को अब बहादुर शाह जफर दरगाह के नाम से जाना जाता है।
- फोर्ट विलियम कॉलेज, कोलकाता में स्थित प्राच्य विद्याओं एवं भाषाओं के अध्ययन का केन्द्र है। इसकी स्थापना 10 जुलाई सन् 1800 को तत्कालीन गवर्नर जनरल लॉर्ड वेलेजली ने की थी। इस संस्था द्वारा संस्कृत, अरबी, फारसी, बंगला, हिन्दी, उर्दू आदि के हजारों पुस्तकों का अनुवाद हुआ।
- हिन्दुस्तानी भाषा जाँन बोर्थ्विक गिलक्रिस्ट के निर्देशन में सुचारू रूप से चला। वह उर्दू, अरबिक एवं संस्कृत का भी विद्वान था।
- 1923 में वे भारतीय नेशनल काग्रेंस के सबसे कम उम्र के प्रेसीडेंट बने। वे 1940 और 1945 के बीच काग्रेंस के प्रेसीडेंट रहे। आजादी के वाद वे भारत के सांसद चुने गए और वे भारत के पहले शिक्षा मंत्री बने।
- मौलाना आज़ाद, अफग़ान उलेमाओं के ख़ानदान से ताल्लुक रखते थे जो बाबर के समय हेरात से भारत आए थे। उनकी माँ अरबी मूल की थीं और उनके पिता मोहम्मद खैरुद्दीन एक फारसी (ईरानी, नृजातीय रूप से) थे।
- मोहम्मद खैरुद्दीन और उनके परिवार ने भारतीय स्वतंत्रता के पहले आन्दोलन के समय 1857 में कलकत्ता छोड़ कर मक्का चले गए। वहाँ पर मोहम्मद खॅरूद्दीन की मुलाकात अपनी होने वाली पत्नी से हुई। मोहम्मद खैरूद्दीन 1890 में भारत लौट गए।
- स्वस्तिक शब्द सु+अस+क से बना है। 'सु' का अर्थ अच्छा, 'अस' का अर्थ 'सत्ता' या 'अस्तित्व' और 'क' का अर्थ 'कर्त्ता' या करने वाले से है। इस प्रकार 'स्वस्तिक' शब्द का अर्थ हुआ 'अच्छा' या 'मंगल' करने वाला।
- अमरकोश के शब्द हैं - 'स्वस्तिक, सर्वतोऋद्ध' अर्थात् 'सभी दिशाओं में सबका कल्याण हो।'
- 'स्वस्तिक' शब्द की निरुक्ति है - 'स्वस्तिक क्षेम कायति, इति स्वस्तिकः' अर्थात् 'कुशलक्षेम या कल्याण का प्रतीक ही स्वस्तिक है।
- श्रीमती भीखाजी जी रूस्तम कामा (मैडम कामा)(24 सितंबर 1861-13 अगस्त 1936) भारतीय मूल की पारसी नागरिक थीं जिन्होने लन्दन, जर्मनी तथा अमेरिका का भ्रमण कर भारत की स्वतंत्रता के पक्ष में माहौल बनाया।
- भीकाजी ने वर्ष 1907 में अपने सहयोगी सरदारसिंह राणा की मदद से भारत का प्रथम तिरंगा राष्ट्रध्वज का पहला डिजाइन तैयार किया था। जिसे जर्मनी के स्टटगार्ट नगर में 22 अगस्त 1907 में हुई सातवीं अंतर्राष्ट्रीय कांग्रेस में 'भारत का प्रथम तिरंगा राष्ट्रध्वज' फहराया गया था|
- 1928 में कनाडा के एक प्रमुख एथलीट बॉबी रॉबिन्सन को प्रथम राष्ट्र मंडल खेलों के आयोजन का भार सौंपा गया। ये खेल 1930 में हेमिल्टन शहर, ओंटेरियो, कनाडा में आयोजित किए गए और इसमें 11 देशों के 400 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया।
- हर चार वर्ष में राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन किया जाता है। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान इनका आयोजन नहीं किया गया था। इन खेलों के अनेक नाम हैं, जैसे ब्रिटिश एम्पायर गेम्स, फ्रेंडली गेम्स और ब्रिटिश कॉमनवेल्थ गेम्स। वर्ष 1978 से इन्हें सिर्फ कॉमनवेल्थ गेम्स या राष्ट्रमंडल खेल कहा जाता है।
- 2010 राष्ट्रमण्डल खेल उन्नीसवें राष्ट्रमंडल खेल,आयोजन नई दिल्ली में अक्टूबर 2010 में किया गया। दिल्ली में इससे पहले 1951 और 1982 में एशियाई खेल भी आयोजित किए जा चुके हैं। उद्घाटन समारोह जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में हुआ।
- 2018 राष्ट्रमण्डल खेल एक अंतरराष्ट्रीय बहु-खेल स्पर्धा है जो कि 4 अप्रैल से 15 अप्रैल 2018 के मध्य गोल्ड कोस्ट, क्वींसलैंड, ऑस्ट्रेलिया में आयोजित होगी।
- प्राचीन यात्रियों के विवरण अनुसार अधिकतर विद्वान् कपिलवस्तु नेपाल के तिलौराकोट को मानते हैं जो नेपाल की तराई के नगर तौलिहवा से दो मील उत्तर की ओर हैं।
- बुद्ध शाक्य गण के राजा शुद्धोदन और महामाया के पुत्र थे। उनका जन्म लुंबिनी वन में हुआ जिसे अब रुम्मिनदेई कहते हैं। यहाँ अशोक का एक स्तंभलेख मिला है जिसका आशय है कि भगवान् बुद्ध के इस जन्मस्थान पर आकर अशोक ने पूजा की और स्तंभ खड़ा किया तथा "लुम्मिनीग्राम' के कर हलके किए।
- हवन या यज्ञ भारतीय परंपरा अथवा हिंदू धर्म में शुद्धीकरण का एक कर्मकांड है। कुण्ड में अग्नि के माध्यम से देवता के निकट हवि पहुँचाने की प्रक्रिया को यज्ञ कहते हैं।
- हवि, हव्य अथवा हविष्य वह पदार्थ हैं जिनकी अग्नि में आहुति दी जाती है, हवन कुंड में अग्नि प्रज्वलित करने के पश्चात इस पवित्र अग्नि में फल, शहद, घी, काष्ठ इत्यादि पदार्थों की आहुति प्रमुख होती है।
- महमूद ने, आनंदपाल के शाही राज्य पर 1013 में हमला किया।
- महमूद का सबसे बड़ा आक्रमण 1026 ई. में काठियावाड़ के सोमनाथ मंदिर पर था। देश की पश्चिमी सीमा पर प्राचीन कुशस्थली और वर्तमान सौराष्ट्र (गुजरात) के काठियावाड़ में सागर तट पर सोमनाथ महादेव का प्राचीन मंदिर है।
- स्कंद पुराण में इसका उल्लेख मिलता है। चालुक्य वंश का भीम प्रथम उस समय काठियावाड़ का शासक था|
- संध्याकर नंदी कृत 'रामपालचरित' पुस्तक में रामपाल को पाल वंश का अंतिम शासक बताया गया है।
- संध्याकर नंदी द्वारा रचित ऐतिहासिक संस्कृत काव्य 'रामपालचरित' में राजा रामपाल (लगभग 1075 - 1120 ई.) की उपलब्धियों का वर्णन है।
- रामपाल की शासन अवधि में ही 'कैवतों का विद्रोह' हुआ था, जिसका वर्णन 'रामपालचरित' में हुआ है।
- पृथ्वीराज चौहान, चौहान वंश के हिंदू क्षत्रिय राजा थे जो उत्तरी भारत में 12 वीं सदी के उत्तरार्ध में अजमेर और दिल्ली पर राज्य करते थे। पृथ्वीराज चौहान का जन्म अजमेर राज्य के राजा सोमश्वर के यहाँ हुआ था।
- वे भारतेश्वर, पृथ्वीराजतृतीय, हिन्दुसम्राट्, सपादलक्षेश्वर, राय पिथौरा इत्यादि नाम से प्रसिद्ध हैं। अतः उनकी माता कर्पूरदेवी ही उस अल्पवयस्क पृथ्वीराज के स्थान पर संरक्षिका के रूप में राज्यकार्यों का वहन करती थी।
- पृथ्वीराज की तेरह रानीयां थी। उनमें से संयोगिता प्रसिद्धतम है। अन्य जाङ्गलु, पद्मावती, चन्द्रावती भी प्रसिद्धि को प्राप्त हुई।
- संयोगिता, पृथ्वीराजतृतीय की पत्नी थी। पृथ्वीराज के साथ गान्धर्वविवाह करके वें पृथ्वीराज की अर्धाङ्गिनी बनी थी। संयोगिता को तिलोत्तमा, कान्तिमती, संजुक्ता इत्यादि नामों से भी जाना जाते थे। उनके पिता कन्नौज के राजा जयचन्द थे।
- 'नौजवान भारत सभा' का घोषणा-पत्र भगत सिंह और भगवती चरण वोहरा ने मिलकर 6 अप्रैल 1928 को तैयार किया था और 11 से 13 अप्रैल 1928 को सभा का सम्मेलन अमृतसर में सम्पन्न हुआ था, जिसमें भगत सिंह 'नौजवान भारत सभा' के महासचिव और भगवती चरण वोहरा प्रचार सचिव बने थे।
- दिसम्बर 1929 में, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का वार्षिक अधिवेशन तत्कालीन पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर में हुआ।
- जवाहरलाल नेहरू, जिन्होंने 'पूर्ण स्वराज्य' के विचार को लोकप्रिय बनाने में सर्वाधिक योगदान दिया था, इस अधिवेशन के अध्यक्ष चुने गये। जवाहरलाल नेहरू को अध्यक्ष बनाने में गांधी जी ने निर्णायक भूमिका निभाई।
- खतौली के युद्ध में इब्राहीम लोदी राणा साँगा से हार गया। इस युद्ध में
राणा साँगा ने अपना बाँया हाथ खो दिया। राणा साँगा ने चन्देरी पर अधिकार
कर लिया।
- इब्राहिम की मृत्यु पानीपत के प्रथम युद्ध में हो गयी।
- युद्ध को 21 अप्रैल 1526 को पानीपत नामक एक छोटे से गाँव के निकट लड़ा गया था जो वर्तमान भारतीय राज्य हरियाणा में स्थित है।
- ग़यासुद्दीन बलबन, इल्बारि जाति का व्यक्ति था, जिसने एक नये राजवंश ‘बलबनी वंश’ की स्थापना की थी। बलबन मूलतः सुल्तान इल्तुतमिश का तुर्की गुलाम था।
- बलबन ने इल्तुतमिश द्वारा स्थापित 40 तुर्की सरदारों के दल को समाप्त कर दिया।
- राबर्ट क्लाइव भारत में ब्रिटिश साम्राज्य का संस्थापक था।
- पहली बार वह 1757-1760 ई. और फिर दूसरी बार 1765-1767 ई. तक वह बंगाल का गवर्नर रहा था।
- रॉबर्ट क्लाइव कम्पनी के एक 'क्लर्क' (लिपिक) के रूप में भारत आया था। उसे मुख्य रूप से गवर्नर को पत्र आदि लिखने के कार्य के लिये रखा गया था। वह सदैव अपने साथ तलवार, बन्दूक और एक घोड़ा रखता था।
- शाहजहां के दरबार में संस्कृत कबीन्द्र आचार्य सरस्वती और जगन्नाथ पंडित
- कवि जगन्नाथ पंडित ने रचना रसगंगाधर तथा गंगालहरी की थी।
- गैर-मुसलमान जनता पर शरियत लागू करने वाला वो पहला मुसलमान शासक था। उसने अनेक हिन्दू धार्मिक स्थलों को नष्ट किया और गुरु तेग बहादुर की हत्या करवा दी।
- औरंगज़ेब ने 1677 ई. में लाहौर की बादशाही मस्जिद बनवाई थी।
- औरंगज़ेब ने 1678 ई. में बीबी का मक़बरा अपनी पत्नी रबिया दुर्रानी की स्मृति में बनवाया था।
- औरंगज़ेब ने दिल्ली के लाल क़िले में मोती मस्जिद बनवाई थी।
- मंदिरों में देवपूजा के लिए रहने वाली स्त्रियों को देवदासी कहा जाता था, जो आजीवन कुँवारी रहती थीं।
- शतरंज, जुआ व पासे के खेल के प्रचलन में होने का उल्लेख मिलता है। कृष्णदेव राय स्वयं शतरंज के खिलाड़ी थे।
- लॉर्ड माउण्टबेटेन का मूल नाम 'लुई फ़्राँसिस एल्बर्ट विक्टर निकोलस' था।
- यह ब्रिटिश राजनेता, नौसेना प्रमुख और भारत के अन्तिम वाइसराय थे।
- लॉर्ड माउण्ट बेटेन की अन्तर्राष्ट्रीय पृष्ठभूमि एक राजसी परिवार की थी। उनके कार्यकाल में व्यापक नौसेना कमान, भारत और पाकिस्तान की स्वतंत्रता के लिए राजनयिक वार्ताएँ और सैन्य रक्षा का उच्चतम नेतृत्व शामिल है।
- लौह स्तंभ दिल्ली में क़ुतुब मीनार के निकट स्थित एक विशाल स्तम्भ है। यह कथित रूप से राजा चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य (राज ३७५ - ४१३) से निर्माण कराया गया, किंतु कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि इसके पहले निर्माण किया गया, संभवतः ९१२ ईपू में।
- स्तंभ की उँचाई लगभग सात मीटर है और पहले हिंदू व जैन मंदिर का एक हिस्सा था। तेरहवीं सदी में कुतुबुद्दीन ऐबक ने मंदिर को नष्ट करके कुतुब मीनार की स्थापना की।
- रघु, अयोध्या के प्रसिद्ध इक्ष्वाकुवंशीय राजा थे जिनके नाम पर रघुवंश की रचना हुई। ये दिलीप के पुत्र थे। अपने कुल में ये सर्वश्रेष्ठ गिने जाते हैं जिसके फलस्वरूप मर्यादापुरुषोत्तम श्री रामचंद्र जी भी अपने को रघुवंशी कहने में परम गर्व अनुभव करते हैं।
- सारा सूर्यवंश इन्हीं के कारण रघुवंश कहलाने लगा। इन्हीं के नाम पर रामचंद्र को राघव, रघुवर, रघुराज, रघुनाथ, रघुवीर आदि कहा जाता है।
- सुचेता कृपलानी (सुचेता मजूमदार) एक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी एवं राजनीतिज्ञ थीं। ये उत्तर प्रदेश की मुख्य मंत्री बनीं और भारत की प्रथम महिला मुख्य मंत्री थीं।
- नोआखली में महात्मा गांधी के साथ दंगा पीडित इलाकों में गांधी जी के साथ चलते हुए पीड़ित महिलाओं की मदद की।
- सन 1958 से लेकर सन 1960 तक वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की महासचिव भी रहीं।
- 2 अक्टूबर 1963 से लेकर 14 मार्च 1967 तक वह उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री रहीं।
- मुल्कराज आनंद, भारत में अंग्रेज़ी साहित्य के क्षेत्र के प्रख्यात लेखक थे।
- साहित्य जगत में उनका नाम हुआ उनके उपन्यास अनटचेबल्स से जिसमें उन्होंने भारत में अछूत समस्या का बेबाक चित्रण किया। उनके महत्वपूर्ण उपन्यास हैं- कुली, टू लीव्स एंड अ बड, द विलेज, अक्रॉस द ब्लैक वाटर्स और द सोर्ड एंड द सिकल।
- भारत में रचा गया उनका प्रमुख उपन्यास था द प्राइवेट लाइफ़ ऑफ़ ऐन इंडियन प्रिंस. ९९ वर्ष की आयु में सन २००४ में उनका निधन हुआ।
- तमिल प्रदेश का इतिहास प्रारंभ से ही मुख्य रूप से तीन राजवंशों का इतिहास रहा है- चोल, चेर और, पांड्य।
- पाड्यों की राजधानी का नाम 'मदुरा' उत्तर भारत स्थित मथुरा के अनुकरण
पर था जो पांडवों के साथ इनके सबंध की परंपरा की ओर संकेत करता है।
- गजनी, जो मध्य अफगानिस्तान में स्थित एक छोटा शहर था, को उसने साम्राज्य के धनी और प्रांतीय शहर के रूप में बदल गया।
- महमूद ने पहला आक्रमण हिन्दू शाही राजा ‘जयपाल’ के विरुद्ध 29 नवंबर सन् 1001 में किया। उन दोनों में भीषण युद्ध हुआ, परंतु महमूद की जोशीली और बड़ी सेना ने जयपाल को हरा दिया।
- कर्नल जेरिनो ने चोल शब्द को संस्कृत "काल" एवं "कोल" से संबद्ध करते हुए इसे दक्षिण भारत के कृष्णवर्ण आर्य समुदाय का सूचक माना है।
- चोल वंश का संस्थापक विजयालय (850-870-71 ई.) पल्लव अधीनता में उरैयुर प्रदेश का शासक था।
- मराठा साम्राज्य या मराठा महासंघ एक भारतीय साम्राज्यवादी शक्ति थी जो 1674 से 1818 तक अस्तित्व में रही। मराठा साम्राज्य की नींव शिवाजी ने 1674 में डाली।
- बालाजी विश्वनाथ, प्रथम पेशवा (प्रधानमंत्री के लिए मराठी शब्द) थे।
- गोवा, क्षेत्रफल के हिसाब से भारत का सबसे छोटा और जनसंख्या के हिसाब से चौथा सबसे छोटा राज्य है।
- 1510 में, पुर्तगालियों ने एक स्थानीय सहयोगी, तिमैया की मदद से सत्तारूढ़ बीजापुर सुल्तान यूसुफ आदिल शाह को पराजित किया। उन्होंने वेल्हा गोवा में एक स्थायी राज्य की स्थापना की।
- प्रणव कुमार मुखर्जी, भारत के तेरहवें राष्ट्रपति के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली।
- पी.ए.संगमा, मेघालय के मुख्यमंत्री, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सह-संस्थापक और लोकसभा अध्यक्ष रह चुके हैं। वे आठ बार लोकसभा-सदस्य रह चुके हैं। मृत्यु के समय वे तुरा (अनुसूचित जनजाति) लोकसभा सीट से सांसद थे। उन्हें मरणोपरांत वर्ष 2017 में भारत सरकार द्वारा पद्म विभूषण प्रदान किया गया। वे मेघालय से पद्म विभूषण के पहले प्राप्तकर्ता है।