13 अप्रैल 2018 को 65वें राष्ट्रीय पुरस्कारों की घोषणा की गई। इस साल राष्ट्रीय पुरस्कारों में बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड दिवंगत एक्ट्रेस श्रीदेवी को दिया गया जबकि दादा साहेब फाल्के लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड दिवंगत एक्टर विनोद खन्ना को दिया गया।
श्रीदेवी को उनकी 300वीं फिल्म 'मॉम' के लिए यह पुरस्कार मिला है। इस साल की सर्वश्रेष्ठ फिल्म के तौर पर असमिया फिल्म 'विलेज रॉक स्टार' को मिला है। वहीं बेस्ट पॉपुलर फिल्म के पुरस्कार के तौर पर बाहुबली 2 (तेलगु) को चुना गया है।
विजेताओं की सूची
पुरस्कार विजेता
सर्वश्रेष्ठ फिल्म विलेज रॉकस्टार (असमी)
इंदिरा गांधी अवार्ड सिंजर
सर्वश्रेष्ठ सामाजिक मुद्दों पर बनी फिल्म आलोरुक्कम
सर्वश्रेष्ठ बाल फिल्म म्होरक्या
सर्वश्रेष्ठ पॉपुलर फिल्म बाहुबली-2
सर्वश्रेष्ठ निर्देशक जयराज (बयानागम)
सर्वश्रेष्ठ अभिनेता अजीत कुमार (विवेगम)
सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री श्रीदेवी (मॉम)
सर्वश्रेष्ठ सहायक कलाकार फहाद फासिल
सर्वश्रेष्ठ सह अभिनेत्री दिव्या दत्ता (इरादा)
सर्वश्रेष्ठ बाल कलाकार नीता दास (बाल कलाकार)
सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायक (पुरुष) येसुदास
सर्वश्रेष्ठ प्रादेशिक फिल्म लद्दाख
सर्वश्रेष्ठ जसारी फिल्म सिंजर
सर्वश्रेष्ठ तुलु फिल्म पद्दाई
सर्वश्रेष्ठ तमिल फिल्म टू लेट्
सर्वश्रेष्ठ गुजराती फिल्म दह
सर्वश्रेष्ठ तेलुगु फिल्म गाजी
सर्वश्रेष्ठ मराठी फिल्म कच्चा लिंबू
सर्वश्रेष्ठ मलयालम फिल्म तोंडीमुथुलम
सर्वश्रेष्ठ कन्नड़ फिल्म हेबेट्टू रामाक्का
सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म न्यूटन
सर्वश्रेष्ठ बंगाली फिल्म मयूराक्षी
सर्वश्रेष्ठ असमी फिल्म इशु
सर्वश्रेष्ठ एक्शन, स्पेशल इफेक्ट्स बाहुबली-2
सर्वश्रेष्ठ म्यूजिक डायरेक्टर ए आर रहमान
पर्यावरण संरक्षण हेतु सर्वश्रेष्ठ फिल्म इरादा
नर्गिस दत्त अवार्ड धप्पा
दादा साहेब फाल्के अवार्ड विनोद खन्ना
स्पेशल अवॉर्ड पंकज त्रिपाठी (न्यूटन), पार्वती (टेक ऑफ))
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की ज्यूरी
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की दस सदस्यीय कमिटी के ज्यूरी के प्रमुख शेखर कपूर ने अवार्ड की घोषणा की। इस ज्यूरी के अन्य सदस्य हैं स्क्रीनराइटर इम्तिआज हुसैन, गीतकार मेहबूब, दक्षिण भारतीय अभिनेत्री गौतमी तडिमल्ला, अनिरुद्ध रॉय चौधरी, कन्नड़ के डायरेक्टर पी शेषाद्री, रंजीत दास, राजेश मपसुकर, रूमी जाफरी और त्रिपुरारी शर्मा. विजेताओं को 3 मई को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों पुरस्कार मिलेंगे। ज्यूरी सदस्यों ने ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी जिसके आधार पर यह घोषणा की गई है।
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार फिल्मों के क्षेत्र में दिये जाने वाले भारत के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार हैं जो वर्ष 1954 से दिये जा रहे हैं। यह पुरस्कार तीन खंडो मे प्रदान किये जाते है; फीचर फिल्म, गैर फीचर फिल्म और सिनेमा पर श्रेष्ठ लेखन
दादा साहेब फाल्के अवार्ड के बारे में जानकारी
दादा साहेब फाल्के पुरस्कार, भारत सरकार की ओर से दिया जाने वाला एक वार्षिक पुरस्कार है। यह किसी व्यक्ति विशेष को भारतीय सिनेमा में उसके आजीवन योगदान के लिए दिया जाता है। इस पुरस्कार का प्रारंम्भ दादा साहेब फाल्के के जन्म शताब्दी वर्ष 1969 से हुआ। यह पुरस्कार उस वर्ष के अंत में रास्ट्रीय पुरस्कार के साथ प्रदान किया जाता है। इस पुरस्कार में 10 लाख रुपये और स्वर्ण कमल दिया जाता है।