Thursday 12 April 2018

इसरो ने IRNSS-1I नैविगेशन उपग्रह का सफल प्रक्षेपण किया


भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने 12 अप्रैल 2018 को अपने अंतरिक्ष केन्द्र से पीएसएलवी-सी41 प्रक्षेपण यान द्वारा आईआरएनएसएस-1आई (IRNSS-1I) उपग्रह को सफलतापूर्वक उसकी कक्षा में स्थापित किया।

इस प्रक्षेपण से 32 घंटे पूर्व उलटी गिनती आरंभ की गई थी जिसके बाद तड़के करीब चार बजकर चार मिनट पर पीएसएलवी-सी41 प्रक्षेपण यान आईआरएनएसएस-1आई उपग्रह को लेकर अंतरिक्ष के लिये रवाना हुआ और कुछ देर बाद उपग्रह को उसकी पूर्वनिर्धारित कक्षा में स्थापित कर दिया।

इसरो की इस उपलब्धि को अपनी नैविगेशन श्रृंखला को और अधिक मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।


आईआरएनएसएस-1आई मिशन के स्मरणीय तथ्य

➤ आईआरएनएसएस-1आई लगभग 10 वर्षों तक स्थिति, नैविगेशन और समय के निर्धारण के लिए संकेत संचारित करेगा।

 आईआरएनएसएस-1आई भारतीय क्षेत्रीय नैविगेशन उपग्रह प्रणाली (आईआरएनएसएस) का नौंवा उपग्रह है

 आईआरएनएसएस-1आई का वजन 1,425 किलोग्राम है और यह एक नैविगेशन उपग्रह है

 44.4 मीटर लंबे और 321 टन वजन वाले ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान पीएसएलवी-सी41 ने अपनी 43वीं उड़ान में प्रक्षेपित होने के 19 मिनट बाद 1,425 किलोग्राम वजन वाले आईआरएनएसएस-1आई उपग्रह को सफलतापूर्वक उसकी कक्षा में स्थापित कर दिया।

 पीएसएलवी-सी41 ने आईआरएनएसएस-1आई को सब-जियोसिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट में 284 किलोमीटर की पैरिगी और 20,650 किलोमीटर की एपोजी में स्थापित किया।

 इसरो ने इस अभियान के लिये पीएसएलवी के एक्स.एल. संस्करण का उपयोग किया जो कि इस संस्करण की 20वीं उड़ान थी।

 श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केन्द्र के फर्स्ट लांच पैड से पीएसएलवी की यह 32वीं उड़ान थी।


पीएसएलवी (PSLV) क्या है?

ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण वाहन (पीएसएलवी) विश्व के सर्वाधिक विश्वसनीय प्रक्षेपण वाहनों में से एक है. यह गत 20 वर्षों से भी अधिक समय से अपनी सेवाएं उपलब्ध करा रहा है तथा इसने चंद्रयान-1, मंगल मिशन, अंतरिक्ष कैप्सूल पुनःप्रापण प्रयोग (स्पेस कैप्सूल रिकवरी एक्सपरिमेंट), भारतीय क्षेत्रीय दिशा-निर्देशन उपग्रह प्रणाली (आईआरएनएसएस) आदि जैसे अनेक ऐतिहासिक मिशनों के लिए उपग्रहों का प्रक्षेपण किया है। प्रक्षेपण सेवादाता के रूप में पीएसएलवी कई संगठनों की पहली पसंद है तथा इसने 19 देशों के 40 से अधिक उपग्रहों को प्रमोचित किया है. वर्ष 2008 में इसने एक प्रक्षेपण में सर्वाधिक, 10 उपग्रहों को विभिन्न निम्न पृथ्वी कक्षा में स्थापित करने का रिकार्ड बनाया था।