Monday 27 March 2017

विश्व प्रसन्नता रिपोर्ट- 2017

😊 जुलाई, 2011 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने एक ऐतिहासिक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें सदस्य देशों को अपने नागरिकों की प्रसन्नता के स्तर को मापने तथा इसके परिणामों का उपयोग लोक-नीतियों के निर्माण में करने हेतु निर्देशित किया गया था। इस प्रस्ताव के अनुपालन में अप्रैल, 2012 में भूटान के तत्कालीन प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में ‘प्रसन्नता एवं अच्छे रहन-सहन’ (Happiness & Well-Being) विषय पर संयुक्त राष्ट्र उच्चस्तरीय सम्मेलन आहूत किया गया था। इस सम्मेलन से प्राप्त निष्कर्षों के आधार पर संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा वर्ष 2012 में पहली बार ‘विश्व प्रसन्नता रिपोर्ट’ (World Happiness Report) जारी की गई। हाल ही में इस रिपोर्ट का पांचवां संस्करण जारी किया गया, जिसके महत्वपूर्ण बिंदु निम्नवत हैंः-
  • संयुक्त राष्ट्र महासभा के नेतृत्व में ‘संयुक्त राष्ट्र निर्वहनीय विकास समाधान नेटवर्क’ (UN Sustainable Development Solutions Network-SDSN) द्वारा ‘अंतरराष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस’ के अवसर पर 20 मार्च, 2017 को न्यूयॉर्क में पांचवीं ‘विश्व प्रसन्नता रिपोर्ट, 2017’ जारी की गई।
  • इस रिपोर्ट में 155 देशों को उनकी प्रसन्नता के स्तर के अनुसार, रैंकिंग प्रदान की गई है।
  • रैंकिंग के अतिरिक्त इस वर्ष की रिपोर्ट में कार्यस्थल पर प्रसन्नता के स्तर का विश्लेषण भी प्रस्तुत किया गया है जिससे प्रसन्नता को प्रभावित करने में रोजगार एवं बेरोजगारी की भूमिका को समझा जा सके।
  • इस रिपोर्ट में 155 देशों को प्रदत्त रैंकिंग वर्ष 2014-2016 के दौरान इन देशों में हुए सर्वेक्षण पर आधारित है।
  • वर्ष 2017 की रिपोर्ट के अनुसार, डेनमार्क को पीछे छोड़ते हुए नॉर्वे विश्व के सर्वाधिक प्रसन्न देशों की सूची में पहले स्थान पर पहुंच गया है।
  • उल्लेखनीय है कि इस रिपोर्ट के पिछले चार संस्करणों में से तीन बार डेनमार्क को विश्व का सर्वाधिक प्रसन्न देश घोषित किया गया था और पिछले वर्ष भी वह रैंकिंग में शीर्ष स्थान पर था।
  • तेल कीमतों में हालिया गिरावट के बावजूद, तेल समृद्ध देश नॉर्वे को रैंकिंग में शीर्ष स्थान हासिल हुआ है जिससे यह स्पष्ट होता है कि प्रसन्नता केवल आय पर ही निर्भर न होकर अन्य साधनों से भी प्रभावित होती है।
  • रिपोर्ट में विश्व के शीर्ष 10 प्रसन्न देशों में नॉर्वे के बाद क्रमागत रूप से डेनमार्क, आइसलैंड, स्विट्जरलैंड, फिनलैंड, नीदरलैंड्स, कनाडा, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया एवं स्वीडन शामिल हैं।
  • उल्लेखनीय है कि शीर्ष 10 देशों में कोई भी एशियाई देश शामिल नहीं है।
  • गत वर्ष की तुलना में संयुक्त राज्य अमेरिका की रैंकिंग में एक स्थान की गिरावट दर्ज की गई है और वह 14वें स्थान पर है।
  • भारत के दृष्टिकोण से यह रिपोर्ट संतोषजनक नहीं कही जा सकती क्योंकि रैंकिंग में भारत पिछले वर्ष (118वें स्थान) की तुलना में चार स्थानों की गिरावट के साथ 122वें स्थान पर आ गया है।
  • विश्व प्रसन्नता रिपोर्ट, 2017 में भारत के अतिरिक्त सार्क के शेष देशों की स्थिति :-
  • अफगानिस्तान (141वां स्थान), बांग्लादेश (110वां स्थान), भूटान (97वां स्थान), नेपाल (99वां स्थान), पाकिस्तान (80वां स्थान) तथा श्रीलंका (120वां स्थान)।
  • मालदीव को इस वर्ष की रिपोर्ट में स्थान नहीं दिया गया है।
  • विश्व प्रसन्नता रिपोर्ट, 2017 में भारत के अतिरिक्त ब्रिक्स के शेष देशों की स्थिति :-
  • ब्राजील (22वां स्थान), रूस (49वां स्थान), चीन (79वां स्थान) तथा दक्षिण अफ्रीका (101वां स्थान)।
  • इस रिपोर्ट में मध्य अफ्रीकी गणराज्य को विश्व का सबसे दुखी देश घोषित किया गया है और वह रैंकिंग में अंतिम (155वें) स्थान पर है।
  • मध्य अफ्रीकी गणराज्य के अतिरिक्त रैंकिंग में अंतिम पांच स्थानों पर रहे देशों की स्थिति इस प्रकार है :-
  • बुरुंडी (154वां स्थान), तंजानिया (153वां स्थान), सीरिया (152वां स्थान) तथा रवांडा (151वां स्थान)।