Friday, 4 May 2018

विश्व का सर्वाधिक प्रदूषित शहर है कानपुर


जिनीवा में डब्ल्यूएचओ की ओर से साल 2016 के लिए दुनिया के सबसे 15 प्रदूषित शहरों की सूची जारी की गई है जिनमें भारत के 14 शहर शामिल हैं। इस सूची में कानपुर सबसे ऊपर है। सबसे प्रदूषित शहरों की लिस्ट में दिल्ली छठे स्थान पर है जबकि वाराणसी तीसरे नंबर पर। डब्ल्यूएचओ 108 देशों के 4300 शहरों के प्रदूषण संबंधी आंकड़ों के आधार पर इस निष्कर्ष पर पहुँचा है। पीएम 10 के आधार पर देखा जाए तो दुनिया के 20 सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में 13 भारत के हैं।

दिल्ली में पीएम 2.5 ऐनुल ऐवरेज 143 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर है जो नैशनल सेफ स्टैंडर्ड से तीन गुना ज्यादा है जबकि पीएम 10 ऐवरेज 292 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर है जो नैशनल स्टैंडर्ड से 4.5 गुना ज्यादा है। वैसे सेंट्रल पलूशन कंट्रोल बोर्ड (सीपीसीबी) ने हाल ही में दावा किया था कि 2016 के मुकाबले 2017 में वायु प्रदूषण के स्तर में सुधार हुआ है। लेकिन बोर्ड ने अब तक 2017 के लिए हवा में मौजूदा पीएम 2.5 का डेटा जारी नहीं किया है।

पंद्रह सर्वाधिक प्रदूषित शहर (पीएम 2.5)
कानपुर — 173
फरीदाबाद — 172
वाराणसी — 151
गया — 149
​पटना — 144
दिल्ली — 143
लखनऊ — 138
आगरा — 131
मुजफ्फरपुर — 120
श्रीनगर — 113
गुरुग्राम — 113
जयपुर — 105
पटियाला — 101
जोधपुर — 98
अल सलेम (कुवैत) : 94
(माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर)


सुरक्षित स्तर : 60 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर
पीएम 2.5 : सल्फेट, नाइट्रेट और ब्लैक कार्बन जैसे सूक्ष्म प्रदूषक तत्व होते हैं। स्ट्रोक, हृदय रोग, फेफड़े का कैंसर, न्यूमोनिया सहित अन्य संक्रमण का खतरा रहता है।

डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, दुनिया के हर 10 में से 9 लोग काफी प्रदूषित हवा में सांस लेते हैं। इसके मुताबिक, 'हर साल घर के बाहर और घरेलू वायु प्रदूषण के कारण दुनिया भर में 70 लाख लोगों की मौत होती है।' अकेले बाहरी प्रदूषण से 2016 में मरने वाले लोगों की संख्या 42 लाख के करीब थी जबकि घरेलू वायु प्रदूषणों से होने वाली मौतों की संख्या 38 लाख है।' वायु प्रदूषण के कारण हार्ट संबंधित बीमारी, सांस की बीमारी और अन्य बीमारियों से मौत होती है।