Wednesday, 9 May 2018

एशिया प्रशांत पावर इंडेक्स में भारत चौथे स्थान पर


एशिया-प्रशांत क्षेत्र के सबसे शक्तिशाली देशों में भारत चौथे स्थान पर है ऑस्‍ट्रेलिया के थिंक टैंक लॉवी इंस्‍टीट्यूट एशिया पावर इंडेक्‍स में एशिया-प्रशांत के 25 देशों का आकलन किया गया, जिसमें भारत चौथे स्थान पर है

इस रिपोर्ट में कहा गया है कि एशिया-प्रशांत में जापान और भारत दोनों बड़ी शक्तियाँ हैं रिपोर्ट के अनुसार जापान जहां वर्तमान में स्मार्ट शक्ति है वहीं भारत भविष्य की विशाल शक्ति हैं

रिपोर्ट में रूस, ऑस्‍ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर, मलेशिया, इंडोनेशिया, थाइलैंड, न्‍यूज़ीलैंड, वियतनाम, पाकिस्‍तान, ताइवान, फिलीपींस और उत्तर कोरिया को मध्यम शक्ति (middle power) का दर्जा दिया गया है

बांग्‍लादेश, ब्रुनेइ, म्‍याँमार, श्रीलंका, कंबोडिया, मंगोलिया, लाओस और नेपाल को मामूली ताकत (Minor power) का दर्जा दिया गया है


विभिन्न मानक में भारत का स्थान

भारत आर्थिक संसाधन, सैन्य क्षमता, राजनयिक प्रभाव के मानक पर चौथे स्थान पर हैं, जबकि लचीलेपन में पांचवे स्थान पर और सांस्कृतिक एवं भविष्य की प्रवृतियों के आधार पर तीसरे स्थान पर रखा गया है भारत को आर्थिक संबंध के मानक पर सातवें स्थान पर और रक्षा नेटवर्क के मामले में दसवें स्थान पर रखा गया है. हालांकि कुल मिलाकर इस सूचकांक में भारत को चौथे स्थान पर रखा गया है

भारत भविष्‍य की बड़ी ताकत बनने की ओर है लेकिन रक्षा नेटवर्क और आर्थिक संबंधों की दिशा में सुधार की जरूरत है


रैंकिंग किस आधार पर तय हुआ

ऑस्‍ट्रेलिया के थिंक टैंक लॉवी इंस्टीट्यूट एशिया पावर इंडेक्स एशिया-प्रशांत क्षेत्र के 25 देशों को विभिन्न पैमाने पर आँकता है इस रिपोर्ट को तैयार करने के लिए विभिन्न मानकों का आधार बनाया जाता है

इस मानक के तहत किसी भी देश की एक बड़ी शक्ति के रुप में रैंकिंग करने के लिए उस देश की आर्थिक संसाधनों, सैन्य ताकत, लचीलेपन, भविष्य की प्रवृतियाँ, राजनयिक प्रभाव, आर्थिक संबंध, रक्षा नेटवर्क, और सांस्कृतिक प्रभाव जैसे आठ मानकों पर परख की जाती है

इस सूचकांक को तैयार करने के लिए पश्चिम में पाकिस्तान तो उत्तर में रुस और अमरीका, ऑस्ट्रेलिया एवं न्यूजीलैंड तक को अपने अध्ययन में शामिल करता है।  रिपोर्ट में सभी पैमानों पर परखने के बाद भारत को चौथे स्थान पर रखा गया है। 


चीन एक उभरती हुई शक्ति

इस रिपोर्ट में चीन को एक उभरती हुई महाशक्ति बताया गया है।  चीन तेजी के साथ अमरीका के बराबर पहुँच रही है और अमरीका एक पूर्व प्रतिष्ठित शक्ति है। 


पृष्ठभूमि

रिपोर्ट के अनुसार दुनिया के चार सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से तीन एशिया में है अमरीका प्रशांत क्षेत्र की अर्थव्यवस्था है रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2025 तक दुनिया की दो-तिहाई आबादी एशिया में होगी जबकि मात्र 10 प्रतिशत आबादी ही पश्चिम में रह रही होगी।