10 मई, 2018 को संपूर्ण विश्व में ‘विश्व लूपस दिवस’ (World Lupus Day) मनाया गया।
- इस दिवस का उद्देश्य लोगों को लूपस बीमारी के बारे में जागरूक करना है।
- यह बीमारी रुमेटालॉजी का ही एक रूप है जो सबसे ज्यादा महिलाओं में होती है।
- लूपस एक स्व-प्रतिरक्षित (Autoimmune) रोग है जो कि शरीर के किसी भी भाग को क्षति पहुँचा सकता है।
- इस बीमारी का प्रभाव सर से पाँव तक होता है।
- बुखार आना, मुंह में छाले आना, स्किन पर चकत्ते आना, पेट में दर्द होना, जोड़ों में सूजन होना, बालों का झड़ना आदि इस बीमारी के प्रमुख लक्षण है।
- प्रारंभिक अवस्था में इस बीमारी का इलाज करने से इसे बढ़ाने से रोका जा सकता है, परंतु यह कभी नहीं होता।