Wednesday, 19 September 2018

देश की पहली महिला आईएएस अधिकारी अन्ना राजम मल्होत्रा का निधन


आजादी के बाद देश की पहली आईएएस अधिकारी अन्ना राजम मल्होत्रा का 17 सितम्बर 2018 को मुंबई के अंधेरी स्थित उनके आवास पर निधन हो गया। वे 91 वर्ष की थीं।

अन्ना राजम मल्होत्रा ने देश के कई महत्वपूर्ण पदों पर जिम्मेदारी निभाई और देश की प्रगति में अपना योगदान दिया। केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति के दौरान उन्हें जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (जेएनपीटी) का कार्य मिला था।

पहली महिला आईएएस अधिकारी

अन्‍ना राजम मल्‍होत्रा भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) में शामिल होने वाली पहली भारतीय महिला हैं। वे 1951 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। उन्होंने मद्रास कैडर का विकल्‍प चुना और तत्‍कालीन मुख्‍यमंत्री सी राजगोपालाचारी के नेतृत्‍व में मद्रास राज्‍य की सेवा की।

भारतीय प्रशासनिक सेवा के बारे में

भारतीय प्रशासनिक सेवा (Indian Administrative Service) अखिल भारतीय सेवाओं में से एक है। इसके अधिकारी अखिल भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी है। भारतीय प्रशासनिक सेवा में सीधी भर्ती संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से की जाती है तथा उनका आवंटन भारत सरकार द्वारा राज्यों को कर दिया जाता है।

आईएएस अधिकारी केंद्रीय सरकार, राज्य सरकारों और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में रणनीतिक और महत्वपूर्ण पदों पर काम करते हैं। सरकार के वेस्टमिंस्टर प्रणाली के बाद दूसरे देशों की तरह, भारत में स्थायी नौकरशाही के रूप में आईएएस भारत सरकार के कार्यकारी का एक अविभाज्य अंग है, और इसलिए प्रशासन को तटस्थता और निरंतरता प्रदान करता है।

पद्म भूषण सम्मान

भारत सरकार द्वारा अन्ना राजम मल्होत्रा को वर्ष 1989 में प्रशासकीय सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य हेतु पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।

पद्म भूषण सम्मान के बारे में

➤ पद्म भूषण सम्मान भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला तीसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। यह सम्मान देश के लिये बहुमूल्य योगदान के लिये दिया जाता है।

➤ पद्म पुरस्कार मुख्य तौर पर शासकीय सेवकों द्वारा प्रदत्त सेवा के साथ-साथ किसी भी क्षेत्र में असाधारण प्रदर्शन करने वाले व्यक्ति को दिए जाते हैं।

➤ पद्म पुरस्‍कारों की सिफारिश राज्‍य सरकार या केन्द्रीय मंत्रालय के साथ-साथ उत्‍कृष्‍टता संस्‍थानों आदि से प्राप्‍त की जाती है। इसके बाद एक समिति इन नामों पर विचार करती है।

➤ पुरस्कार समिति जब एक बार सिफारिश कर देती है फिर प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और राष्ट्रपति इस पर अपना अनुमोदन देते हैं और इसके बाद गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर इन सम्मानों की घोषणा की जाती है।

अन्ना राजम मल्होत्रा के बारे में
  • अन्‍ना राजम मल्होत्रा का जन्म जुलाई 1927 में केरल के एर्नाकुलम जिले में हुआ था।
  • उनकी प्रारंभिक शिक्षा कोझिकोड में हुआ जिसके बाद मद्रास विश्‍वविद्यालय में उच्‍च शिक्षा के लिए वह चेन्‍नर्इ चली गईं।
  • उनका प्रारंभिक नाम अन्ना जॉर्ज है।
  • उन्होंने आरएन मल्होत्रा से शादी की थी, जो वर्ष 1985 से लेकर वर्ष 1990 तक भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रहे थे।
  • उन्होंने तमिलनाडु के सात मुख्यमंत्रियों के अधीन कार्य किया था।
  • उन्हें मुंबई के पास देश के मॉडर्न पोर्ट जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (जेएनपीटी) की स्थापना में उनके योगदान के लिए भी जाना जाता है।
  • उन्होंने जेएनपीटी की अध्यक्ष के तौर पर भी अपनी सेवाएं दीं।
  • उन्होंने दिल्ली में वर्ष 1982 में हुए एशियन गेम्स में राजीव गांधी के साथ करीबी से काम किया। तब राजीव गांधी सासंद थे और खेलों का चार्ज उन्हें दिया गया था।
  • अन्‍ना राजम मल्होत्रा आठ राष्ट्र दौरों पर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के साथ भी गई थीं। उन्होंने गृह मंत्रालय के पर्सोनल सेक्शन में भी काम किया था।
  • अन्ना राजम ने कई विभागों के महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए देश की सेवा की।
  • केंद्रीय सेवा में नियुक्ति के दौरान केंद्रीय गृह मंत्रालय में सेवा की थी।
  • वे जब वह रिटायर हो गईं तो बाद में होटल लीला वेंचर लिमिटेड के डायरेक्टर पद पर काम किया।