अमेरिका की निजी अंतरिक्ष एजेंसी स्पेसएक्स ने 17 सितंबर 2018 को बताया कि उसने चंद्रमा के चारों तरफ उड़ान भरने के लिए दुनिया के पहले प्राइवेट पैसेंजर के तौर पर जापानी अरबपति युसाकु मायेजावा के साथ करार किया है।
हालांकि स्पेसएक्स ने पिछले हफ्ते ही घोषणा की थी कि उसने लोगों को अंतरिक्ष में घुमाने की योजना बना ली है। जल्द ही वो लोगों को टूरिज्म के लिए अंतरिक्ष और चांद पर भेजना शुरू कर देगी। अब उसने फाइनल कर दिया युसाकु मायेजावा उसके पहले मून टूरिस्ट होंगे।
पिछले 50 साल में योसाकू पहले ऐसे व्यक्ति होंगे, जो चांद पर जाने और लौटने की तैयारी कर रहे हैं। युसाकु मायेजावा अकेले इस यात्रा पर नहीं जाएंगे बल्कि वो अपने साथ छह से आठ आर्टिस्टों को लेकर जाने की योजना बनाए हुए हैं।
कौन हैं मायेजावा
➤ युसाकु मायेजावा जापान के सबसे बड़े आनलाइन शॉपिंग माल जोजोटाउन के फाउंडर हैं। उनकी कंपनी जोजो जिसे आधिकारिक तौर पर स्टार्ट टूडे कंपनी लिमिटेड के तौर पर जाना जाता है।
➤ फोर्ब्स के अनुसार, वो दुनियाभर की कलाकृतियां इकट्ठी करने के भी शौकीन हैं। उन्होंने वर्ष 2016 में 80 मिलियन डॉलर की कलाकृतियां खरीदीं। जिसमें जाने माने आर्टिस्ट जीन मिशेल बैस्क्विट और पाब्लो पिकासो की पेंटिंग्स शामिल हैं।
➤ फोर्ब्स ने कुछ दिनों पहले जापान के 50 धनी लोगों की लिस्ट जारी की थी. युसाकु मायेजावा उसमें 18वें नंबर पर हैं।
यह यात्रा वर्ष 2023 में होगी
यह मिशन वर्ष 2023 में लॉन्च होने की उम्मीद है। अगर ये यात्रा अपनी योजना के अनुसार हुई तो युसाकु मायेजावा 2023 में बिग फाल्कन रॉकेट के जरिए अंतरिक्ष की सैर करेंगे। अब तक 24 लोग चांद पर जा चुके हैं। लेकिन वो सभी विभिन्न अंतरिक्ष संस्थानों द्वारा भेजे गए अंतरिक्ष यात्री थे। आखिरी बार वर्ष 1972 में अपोलो मिशन हुआ था और इसके बाद से कोई भी मनुष्य चांद पर नहीं गया है।
बिग फॉल्कन रॉकेट
- इस ट्रिप को साकार करने के लिए स्पेस एक्स एक बिग फॉल्कन रॉकेट बना रहा है, जिसमें नौ मीटर का एक बूस्टर होगा। ये मंगल तक सौ यात्रियों को ले जा सकेगा।
- यह रॉकेट 118 मीटर लंबा है और इसमें पैंसेजर के लिए खास शिप होगी।
- स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने कंपनी के बिग फाल्कन रॉकेट के बारे में बताया। हालांकि एलन मस्क ने फरवरी 2017 में घोषणा की थी कि उनकी कंपनी स्पेस में टूरिस्ट भेजेगी। तब उन्होंने ये भी कहा था कि ये लांच 2018 में होगा, लेकिन ऐसा हो नहीं सका। कंपनी को इसके लिए जिस फाल्कन हैवी रॉकेट और ड्रैगन कैप्सूल का इस्तेमाल करना था, वो बन ही नहीं सके।
- स्पेस एक्स का फाल्कन 9 रॉकेट और ड्रेगर स्पेसक्राफ्ट पहले इंटरनेशनल स्पेस सेंटर तक सामान लेकर जा चुका है और वापस धरती पर लौट चुका है।
- अब कंपनी को उम्मीद है कि वो अपने इस रॉकेट का इस्तेमाल करके लोगों को अंतरिक्ष में ले जा सकती है।
- इस विशाल रॉकेट का परीक्षण वर्ष 2019 में शुरू होने की उम्मीद है।