Monday 19 March 2018

दुनियाभर की 93 प्रतिशत बोतलबंद पानी पीने लायक नहीं; बिस्लेरी, एक्वाफिना समेत कई के नाम शामिल


आजकल के पानी में कितनी मिलावट है, ये हम सभी जानते हैं। अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहते हुए हम पानी को शुद्ध बनाने के लिए क्या-क्या नहीं करते। वॉटर प्युरिफायर से लेकर पानी को फिल्टर करना, उबालना, सब कुछ हम करते हैं। यहां तक कि पानी बेचने वाली कई बड़ी-बड़ी कंपनियों पर विश्वास जताते हुए हम उनका पानी पिते हैं। लेकिन दुनियाभर भर में बोतलबंद पानी की गुणवत्ता को लेकर जो हालिया खुलासा हुआ है, वो चौंकाने वाला है।

एक अमेरिकी स्टडी में दावा किया गया है कि दुनिया भर में 93 फीसदी बोतलबंद पानी में प्लास्टिक के बारीक कण घुले हुए हैं। यह दावा अमेरिका के न्यूयॉर्क स्थित स्टेट यूनिवर्सिटी ने किया है।

भारत समेत नौ देशों में बोतलबंद पानी की आपूर्ति करने वाली 11 ब्रांड की कंपनियों के पानी की जब जांच की गई तो वह पीने के लिहाज से हानिकारक पाया गया। रिसर्चर्स ने इन ब्रांड्स के 27 लॉट में से 259 बोतलों का टेस्ट किया।

रिपोर्ट के मुताबिक, रिसर्चर्स को टेस्ट के दौरान एक लीटर की बोतल में 10.4 माइक्रोप्लास्टिक पार्टिकल्स मिले। रिसर्च में 100 माइक्रोन और 6.5 माइक्रोन के आकार के दूषित कणों की पहचान की गई।

आपको ये जानकर और हैरत होगा कि इनमें एक्वाफिना, एवियन, बिसलेरी समेत तमाम बड़े ब्रांड के नाम भी शामिल हैं।

ये सैंपल भारत समेत नौ देशों में बोतलबंद पानी की आपूर्ति करने वाली 11 ब्रांड की कंपनियों से लिए गए। भारत से नई दिल्ली, चेन्नई, मुंबई जैसी जगहों से सैंपल लेकर जांच की गई।

स्टडी में एक बात और कही गई जो डराने वाली है। बताया गया कि जो व्यक्ति एक दिन में एक लीटर बोतलबंद पानी पीता है, वह सालाना प्लास्टिक के 10 हजार तक सूक्ष्म कण ग्रहण करता है।

बता दें कि भारत में ऐसे लोगों की आबादी करोड़ों में है जो आर्सेनिक, फ्लोराइड और यूरेनियम जैसे तत्वों से युक्त दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। ये स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक हैं।