हाल ही में केरल राज्य सरकार द्वारा कटहल को अपना आधिकारिक फल घोषित किया गया है।
➤ सरकार का उद्देश्य 'केरल कटहल' के माध्यम से (इसके जैविक और पौष्टिक गुणों को प्रदर्शित करते हुए) देश और विदेश के बाजारों में एक ब्रॉण्ड के रूप में प्रवेश करना है।
➤ इससे मूल्यवर्द्धित उत्पादों को बढ़ाने के अलावा, फलों के उत्पादन और बिक्री में भी मदद मिलेगी।
➤ इस फल की ब्रॉण्डिंग के माध्यम से कटहल और इससे संबद्ध उत्पादों की बिक्री के जरिये 15,000 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त होने की संभावना है।
➤ ‘केरल कटहल' अधिक कार्बनिक और स्वादिष्ट होता है क्योंकि यह किसी भी रासायनिक उर्वरक या कीटनाशकों का उपयोग किये बिना पूर्णतः प्राकृतिक तरीके से उत्पादित किया जाता है।