Saturday, 17 March 2018

भारत में पहली बार असमिया भैंस की क्लोनिंग की गई:- नाम ‘सच गौरव’


भारतीय वैज्ञानिकों ने क्लोन प्रौद्योगिकी द्वारा पहली बार असमिया नस्ल की भैंस के बच्चे का जन्म कराने में सफलता का दावा किया है

क्लोन की गई असमिया भैंस के बारे में

➤ केंद्रीय भैंस विषयक अनुसंधान संस्थान (सीआईआरबी) के वैज्ञानिकों के इस दल ने एक विशेष पद्धति का इस्तेमाल किया

➤ असमिया भैंस का क्लोन पैदा कराने की यह कामयाबी हासिल की इसका नाम ‘सच गौरव’ रख गया

➤ इसका प्रसव सामान्य रहा, यह क्लोन मुर्रा भैंस के गर्भ से पैदा हुआ है इसका वजन 54.2 किलोग्राम है

➤ यह पहला बछड़ा है जो उच्च प्रौद्योगिकी वाले ‘सच डेयरी फार्म’ की क्लोनिंग प्रयोगशाला से 100 किमी दूर एक खेत में पैदा हुआ

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के सीआईआरबी को भैंस की सभी नस्लों के उत्तम पशुओं के संरक्षण की जिम्मेदारी दी गयी है भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) - सीआईआरबी के निदेशक इंद्रजीत सिंह ने कहा कि असमिया भैंस देश के पूर्वोत्तर भागों में पायी जाती है इनका ज्यादातर इस्तेमाल खेती के काम में होता है

इससे पहले हिसार-गौरव नाम से दिसंबर 2015 में भी एक बछड़े ने आईसीएआर-सीआईआरबी द्वारा क्लोनिंग से जन्म लिया था हिसार गौरव 22 माह की आयु से ही उत्तम क्वालिटी का वीर्य प्रदान करने लगा है जिससे संस्थान ने विभिन्न भैसों को प्रजनन में सहायता प्राप्त की है