‘विश्व आर्थिक मंच’ (World Economic Forum : WEF) द्वारा वर्ष 2007 से द्विवार्षिक रूप से प्रकाशित की जा रही ‘यात्रा एवं पर्यटन प्रतिस्पर्धात्मकता रिपोर्ट’ (Travel & Tourism Competitiveness Report) विश्व की अर्थव्यवस्थाओं की यात्रा एवं पर्यटन के क्षेत्र में प्रतिस्पर्धात्मकता का गहन विश्लेषण प्रस्तुत करती है। इस रिपोर्ट में शामिल ‘यात्रा एवं पर्यटन प्रतिस्पर्धात्मकता सूचकांक’ (TTCI) उन कारकों एवं नीतियों का मापक है जो यात्रा एवं पर्यटन क्षेत्र के सतत विकास के लिए उत्तरदायी है।
- 6 अप्रैल, 2017 को यात्रा एवं पर्यटन प्रतिस्पर्धात्मकता रिपोर्ट, 2017 जारी की गई।
- इस रिपोर्ट का केंद्रीय विषय (Theme) है-‘अधिक टिकाऊ एवं समावेशी भविष्य के लिए मार्ग प्रशस्त करने की ओर’ (Paving the way for a more sustainable & inclusive future)।
- वर्ष 2017 की रिपोर्ट में विश्व की 136 अर्थव्यवस्थाओं को शामिल किया गया है, जो वैश्विक जीडीपी के लगभग 98 प्रतिशत के लिए उत्तरदायी हैं।
- नवीनतम संस्करण में ऐसी 5 नई अर्थव्यवस्थाओं को शामिल किया गया है, जिनका विश्लेषण वर्ष 2015 में जारी पिछली रिपोर्ट में प्रस्तुत नहीं किया गया था। ये 5 अर्थव्यवस्थाएं हैं-बेनिन, बोस्निया एवं हर्जेगोविना, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, इक्वाडोर एवं यूक्रेन।
- अंगोला, बुर्किना फासो, गिनी, गयाना, हैती, म्यांमार, प्यूर्तो रिको, सेशेल्स, सूरीनाम एवं स्वाजीलैंड ऐसे 10 देश हैं जिन्हें अपर्याप्त आंकड़ों के कारण इस वर्ष की रिपोर्ट में शामिल नहीं किया गया है जबकि ये सभी वर्ष 2015 की रिपोर्ट में शामिल थे।
- यात्रा एवं पर्यटन प्रतिस्पर्धात्मकता सूचकांक, 2017 में स्पेन को पहला स्थान प्राप्त हुआ है, जबकि फ्रांस दूसरे एवं जर्मनी तीसरे स्थान पर है।
- इस सूचकांक में शीर्ष 10 में से 6 अर्थव्यवस्थाएं यूरोप एवं यूरेशिया की हैं।
- जहां रैंकिंग में शीर्ष स्थानों पर विकसित अर्थव्यवस्थाओं का कब्जा है, वहीं यात्रा एवं पर्यटन प्रतिस्पर्धात्मकता के संदर्भ में सर्वाधिक सुधार वाले 15 देशों में से 12 विकासशील देश हैं।
- एशिया के लगभग सभी देशों की रैंकिंग में सुधार हुआ है।
- जापान (रैंक : 4, वर्ष 2015 की तुलना में 5 स्थानों का सुधार), हांगकांग (रैंक : 11, 2 स्थानों का सुधार), चीन (रैंक : 15, 2 स्थानों का सुधार), कोरिया (रैंक : 19, 10 स्थानों का सुधार) तथा मलेशिया (रैंक : 26) शीर्ष 30 देशों में शामिल हैं।
- भारत वर्ष 2015 की तुलना में 12 स्थानों के सुधार के साथ रैंकिंग में 40वें स्थान पर है।
- पिछले 15 वर्षों के दौरान भारत में अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों की संख्या में लगातार वृद्धि देखने को मिली है और वर्ष 2015 में यह 8 मिलियन के आंकड़े तक पहुंच गई।
- इस सूचकांक में अंतिम 5 स्थानों पर स्थित देश हैं-यमन (136वां स्थान), चाड (135वां स्थान), बुरुंडी (134वां स्थान), कांगो (133वां स्थान) तथा मारितानिया (132वां स्थान)।
सूचकांक के 14 विभिन्न स्तंभों पर भारत की रैंक | |
स्तंभ | रैंक |
व्यापार परिवेश | 89 |
रक्षा एवं सुरक्षा | 114 |
स्वास्थ्य एवं आरोग्य | 104 |
मानव संसाधन एवं श्रम बाजार | 87 |
आईसीटी तैयारी (ICT Readiness) | 112 |
यात्रा एवं पर्यटन की प्राथमिकता | 104 |
अंतरराष्ट्रीय खुलापन | 55 |
मूल्य प्रतिस्पर्धात्मकता | 10 |
पर्यावरणीय सततता | 134 |
वायु परिवहन अवसंरचना | 32 |
स्थल एवं पत्तन अवसंरचना | 29 |
पर्यटक सेवा अवसंरचना | 110 |
प्राकृतिक संसाधन | 24 |
सांस्कृतिक संसाधन एवं व्यापारिक यात्रा | 9 |