Tuesday, 25 April 2017

भारत-मंगोलिया संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण अभ्यास


भारत और मंगोलिया के मध्य राजनयिक संबंध दिसंबर, 1955 में स्थापित किए गए थे। भारत समाजवादी गुट से बाहर मंगोलिया से राजनयिक संबंध स्थापित करने वाला पहला देश था। हाल के वर्षों में भारत-मंगोलिया संबंध तेजी से बढ़ रहा है। वर्ष 2001 में मंगोलियाई राष्ट्रपति नात्सागीन बागाबंदी (Natsagiin Bagabandi) की भारत की राजकीय यात्रा के दौरान रक्षा सहयोग सहित छः समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए थे। मई, 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगोलिया यात्रा के दौरान मंगोलिया के लिए 1 अरब डॉलर की साख-सीमा में वृद्धि की थी। रक्षा सहयोग को मजबूत करने के लिए दोनों देशों द्वारा संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण अभ्यास ‘नोमैडिक एलीफैंट’ सहित विभिन्न प्रयास किए जा रहे हैं।
  • 5-18 अप्रैल, 2017 के मध्य भारत-मंगोलिया संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण अभ्यास ‘नोमैडिक एलीफैंट, 2017’ का आयोजन भारत में किया गया।
  • यह नोमैडिक एलीफैंट का 12वां संस्करण था।
  • इस संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण अभ्यास का आयोजन वैरंग्ते, मिजोरम में किया गया।
  • ध्यातव्य है कि वैरंग्ते में भारतीय सेना का काउंटर इंश्योरजेंसी एंड जंगल वारफेयर स्कूल अवस्थित है।
  • सैन्य अभ्यास का उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र शासनादेश के अधीन सैनिकों को बगावती (Insurgency) और आतंकवाद विरोधी कार्रवाई में प्रशिक्षण देना था।
  • प्रशिक्षण अभ्यास में भारतीय सेना की ओर से जम्मू & कश्मीर राइफल्स के तीन अधिकारी, 4 जेसीओ और 39 सैनिकों ने भाग लिया।
  • जबकि मंगोलियाई सेना की 084 स्पेशल फोर्सेस टॉस्क बटालियन के 9 अधिकारी और 36 सैनिकों ने भाग लिया।
  • उल्लेखनीय है कि नोमैडिक एलीफैंट भारत-मंगोलिया के मध्य वार्षिक सैन्य प्रशिक्षण अभ्यास है।
  • इस सैन्य अभ्यास का प्रथम आयोजन वर्ष 2004 में किया गया था।
  • वर्ष 2016 में 11वें नोमैडिक एलीफैंट का आयोजन मंगोलिया में किया गया था।