Thursday, 13 April 2017

भारत-नेपाल संयुक्त सैन्याभ्यास


घनिष्ठ पड़ोसी देशों के रूप में भारत एवं नेपाल के मध्य मैत्री एवं सहयोग का एक अनोखा रिश्ता है जिसकी विशेषता है खुली सीमाएं और संबंध एवं संस्कृति की व्यक्ति-से-व्यक्ति संपर्कों की गहरी जड़ें भारत की नेपाल के साथ 1751 किमी. लंबी सीमा है जो उत्तराखंड (263 किमी.), उत्तर प्रदेश (560 किमी.), बिहार (729 किमी.), पश्चिम बंगाल (100 किमी.) और सिक्किम (99 किमी.) से होकर गुजरती है। वर्ष 1950 की भारत-नेपाल शांति एवं मैत्री संधि दोनों देशों के वर्तमान विशेष संबंधों का आधार है। इस संधि के प्रावधानों के तहत नेपाली नागरिक भारत में भारतीय नागरिकों के समान सुविधाओं एवं अवसरों का लाभ उठाते हैं। भारत-नेपाल रक्षा संबंधों में सैन्य शैक्षिक आदान-प्रदान, संयुक्त अभ्यास और नेपाल की अपेक्षाओं के अनुरूप सैन्य सामग्री एवं उपकरणों की आपूर्ति शामिल है। हाल ही में भारत-नेपाल बटालियन स्तरीय संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘सूर्य किरण’ आयोजित हुआ।
  • 7-20 मार्च, 2017 के मध्य पिथौरागढ़, उत्तराखंड में भारत-नेपाल संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण अभ्यास ‘सूर्य किरण’ आयोजित हुआ।
  • यह सूर्य किरण शृंखला का 11वां संस्करण था।
  • 14 दिवसीय इस सैन्य अभ्यास में भारतीय सेना की पंजाब रेजीमेंट की ‘एकता शक्ति’ (Ekta Shakti) बटालियन ने भाग लिया।
  • इस अभ्यास में नेपाली सेना की ‘दुर्गा बक्श’ (Durga Baksh) बटालियन शामिल हुई।
  • अभ्यास का उद्देश्य उग्रवादरोधी परिचालनों में सैनिकों को प्रशिक्षण देना और दोनों देशों के मध्य रक्षा सहयोग एवं सैन्य संबंध को बढ़ावा देना था।
  • सूर्य किरण अभ्यास दोनों देशों के सैनिकों के मध्य अपने अनुभवों का साझा करने के लिए एक आदर्श मंच प्रदान करता है।
  • ध्यातव्य है कि ‘सूर्य किरण’ सैन्याभ्यास भारत एवं नेपाल में बारी-बारी से प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है।
  • 31 अक्टूबर से 13 नवंबर, 2016 के मध्य 10वां भारत-नेपाल संयुक्त सैन्याभ्यास ‘सूर्य किरण’ का आयोजन सालझंडी (Saljhandi) नेपाल में किया गया था।
  • 8-21 फरवरी, 2016 के मध्य पिथौरागढ़ में 9वां भारत-नेपाल संयुक्त बटालियन स्तरीय सैन्य प्रशिक्षण अभ्यास आयोजित हुआ था।