बालाजी बाजीराव (1740-1761 ईo)
माधव राव प्रथम(1761-1772 ईo)
- पूना में स्थित पेशवा का सचिवालय ‘हुजुर दफ्तर’ कहलाता था। पेशवा काल में सामंत अपनी जागीरों पर स्वतंत्र रूप से शासन करते थे।
- उन्होंने ग्राम को छोटी इकाइयों में बाँट दिया जिसका प्रमुख ‘पाटिल’ कहलाता था और कुलकर्णी ग्रामीण दस्तावेजों के रख-रखाव में उनकी मदद करते थे। ’पोतार’ नकदी/रोकड़ का निरीक्षण करता था।
- बलूटे प्रणाली के तहत किसानों को भुगतान माल के रूप में करना पड़ता था लेकिन ज्यादातर समय उन्हें प्रतिवर्ष फसल के बाद कृषि उत्पादों का भुगतान करना पड़ता था।
- भ्रष्टाचार की रोकथाम के लिए उन्होंने देशमुख, देशपांडे और दराख्दारों की नियुक्ति की...।