Thursday, 13 April 2017

भारत एवं ओमान संयुक्त सैन्य अभ्यास


ओमान खाड़ी क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण देश होने के साथ ही भारत का समुद्री पड़ोसी भी है। भारत एवं ओमान भौगोलिक, ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक रूप से जुड़े हैं। दोनों देशों के मध्य अच्छे एवं मधुर संबंध हैं जिसका श्रेय ऐतिहासिक सामुद्रिक व्यापारिक संपर्क और ओमान के निर्माण में भारतीय प्रवासी समुदाय को दिया जा सकता है। वर्ष 2015-16 में 3.86 बिलियन डॉलर से अधिक के द्विपक्षीय व्यापार के साथ ओमान, खाड़ी क्षेत्र में भारत का एक महत्वपूर्ण व्यापारिक भागीदार है। ओमान की प्रगति एवं विकास में 6.88 लाख से अधिक भारतीय प्रवासी समुदाय का महत्वपूर्ण योगदान है। इसके अतिरिक्त दोनों देशों के मध्य प्रगाढ़ रक्षा संबंध भी हैं जिसके तहत उच्चस्तरीय यात्राएं एवं संयुक्त सैन्य अभ्यास आयोजित किए जाते हैं।
  • 6-19 मार्च, 2017 के मध्य हिमाचल प्रदेश के बाकलोह (Bakloh) स्थित धौलाधर रेंज में भारत-ओमान संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘अल नगाह द्वितीय’ (Al Nagah II) आयोजित हुआ।
  • 14 दिवसीय इस अभ्यास में भारतीय सेना और ओमान की शाही सेना की इन्फैंट्री बटालियनें शामिल हुईं।
उद्देश्य
  • एक-दूसरे की संचालन प्रक्रियाओं से दोनों सेनाओं को परिचित कराना।
  • उग्रवाद/आतंकवादरोधी पृष्ठभूमि में संयुक्त अभियान चलाने की अंतःसंक्रियता में सुधार करना।
  • भारतीय सेना एवं ओमान की शाही सेना के मध्य मौजूदा सैन्य संबंधों को बढ़ावा देना।
  • भारत एवं ओमान के मध्य यह दूसरा संयुक्त सैन्य अभ्यास था।
  • जनवरी, 2015 में ओमान में दोनों देशों के मध्य पहला सैन्य अभ्यास आयोजित किया गया था।
  • अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
  • 15 नवंबर, 2016 से 24 मार्च, 2017 के मध्य ओमान में ‘भारत महोत्सव’ का आयोजन किया गया।
  • जनवरी, 2017 में जामनगर, गुजरात में चौथा भारत-ओमान वायु सैन्य अभ्यास ‘ईस्टर्न ब्रिज-IV’ (Eastern Bridge-IV) संपन्न हुआ।
  • जनवरी, 2016 में अरब सागर में भारतीय नौसेना और ओमान की शाही नौसेना के मध्य 10वां द्विपक्षीय समुद्री अभ्यास ‘नसीम अल बहर’ (Naseem Al Bahr) आयोजित हुआ।