युवा-पीढ़ी किसी भी देश के विकास का सशक्त आधार होती है, परंतु युवा शक्ति को सकारात्मकता की ओर मोड़ना भी एक चुनौती है। इसी को ध्यान में रखते हुए संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा वर्ष 1985 को ‘अंतरराष्ट्रीय युवा वर्ष ‘घोषित किया गया था। इसके अलावा 12 अगस्त, 2010 से 11 अगस्त, 2011 तक अंतरराष्ट्रीय युवा वर्ष के रूप में मनाया गया। भारत को भी युवाओं का देश कहा जाता है। यहां 35 वर्ष तक की आयु के लगभग 65 करोड़ युवा हैं। इन युवाओं में सामुदायिक सेवा और मजबूत सामाजिक मूल्यों की भावना के विकास हेतु हाल ही में भारत सरकार द्वारा ‘यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम, 2017’ आयोजित किया गया है।
- 23 फरवरी, 2017 को केंद्रीय युवा मामले और खेल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विजय गोयल ने नई दिल्ली में नेहरू युवा केंद्र संगठन के अंतर्गत 9वें यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम का उद्घाटन किया।
- इस एक्सचेंज प्रोग्राम के अंतर्गत झारखंड और छत्तीसगढ़ के जनजातीय क्षेत्रों के युवाओं ने राजधानी के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा किया और यहां की संस्कृति और जीवन-शैली के बारे में जानकारी प्राप्त की।
- इस कार्यक्रम के मुख्य लक्ष्य निम्न हैं-
(i) युवाओं को सशक्त बनाना और भारत को एक वैश्विक ताकत प्रदान करना।
(ii) युवाओं में सामुदायिक सेवा और मजबूत सामाजिक मूल्यों की भावना का विकास करना।
(iii) शिक्षा के क्षेत्र में एक उपयोग कार्य बल, बेहतर रोजगार के लिए कौशल विकास और उद्यमिता प्रशिक्षण पर बल। - इस प्रोग्राम के तहत युवाओं से यह अपील की गई है कि वे किसी अच्छे कार्य का दायित्व ग्रहण करें, जो न केवल समाज की सहायता करे, अपितु उनके भीतर भी नेतृत्व के गुणों का विकास करे।
- लगभग 250 विद्यार्थियों वाले मौजूदा बैच ने अपनी यात्रा के दौरान राष्ट्रपति से मुलाकात की।
- ज्ञातव्य हो कि नेहरू युवा केंद्र संगठन पहले भी 8 राज्यों में सफल एक्सचेंज प्रोग्राम का आयोजन कर चुका है।
- ध्यातव्य हो कि वर्तमान में स्वच्छ भारत अभियान से लेकर स्टॉर्ट-अप-इंडिया तक, सरकार की अनेक ऐसी पहलें हैं, जिनसे युवा लाभान्वित हो रहे हैं।